‘कु’ मार्फत सत्ता लेहल म्यानमारके सेना प्रमुख अपनहे प्रधानमन्त्री घोषित करलैं

काठमाडौं, १८ सावन । ‘कु’ मार्फत देशके सत्ता हत्याइल म्यानमारके सेना प्रमुख मिन आङ ह्लाइङ अपनहे प्रधानमन्त्री घोषित करले बटैं ।
यी वर्षके फेब्रुअरीमे राष्ट्रपति विन मिन्ट, नेसनल लिग फर डेमोक्रेसी(एनएलडी) के नेतृ आङ सान सुकीलगायतहे गिरफ्तार करके सत्ता हातमे लेटि म्यानमार सेना एक वर्षके लाग संकटकाल घोषणा करले रहे । सेना प्रमुख ह्लाइङ म्यानमारमे २ वर्ष संकटकाल थप्न संकेत फेन करले बटैं । सन् २०२३ के अगस्टसम संकटकाल थप्न म्यानमार सेनाके योजना रहल बुझगिल बा ।
अँट्वार सरकारी टेलिभिजनमार्फत करिब एक घण्टा सम्बोधन करल सेना प्रमुख ह्लाइङल ‘स्वतन्त्र तथा निष्पक्ष बहुदलीय चुनाव’ करैना ‘वाचा’ फेन करले बटैं । उहाँ जनतासे चुनके आइल एनएलडीके नेताहुकनहे ‘आतंकवादी’ के संज्ञा डेले बटैं । साथे एनएलडी समर्थकहे उहाँ ‘उग्रवादी’ बटैले बटैं । गैल फेब्रुअरी १ गिरफ्तार करल नेतृ सुकीउप्पर सेना टमान मुद्दा चलैले बा ।
सेनाके कुविरुद्ध हुइल प्रदर्शनमे सयौं प्रदर्शनकारीके मृत्यु फेन हुइल रहे । विश्वभरसे म्यानमारमे प्रजातन्त्र बहालीके लाग आग्रह करलेसे फेन सेना मन्ले नैहो । पछिल्का समय म्यानमे कोरोना संक्रमण फेन बह्रटा । सेना प्रमुख ह्लाइङ विरोधीहुक्रे ‘जानजान कोरोना फैलाइल’ आरोपसमेत लगैले बटैं ।
उहाँ ’कु’पाछे गठन करल संयन्त्र राज्य प्रशासन परिषद् (एसएसी) के अध्यक्षसमेत हुइट् । आब कामचलाउ सरकार गठन हुइलपाछे उ संयन्त्र नैरहन बटाइल बा । राज्य प्रशासनहे चुस्त बनैना कामचलाउ सरकार गठन करल सेना दाबी करले बा । सेना प्रमुख ह्लाइङसे दक्षिणपूर्वी एसियाली राष्ट्रके संगठन ‘आसियान’ से तोकल कौनो विशेष दूतसँग काम करना तयार रहल बटैले बटैं ।
