भदौ ७ गते विद्रोह दिवस, ८ गते ब्ल्याक आउट कैना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ५ भदौ । कैलालीके टीकापुरमे हुइल टीकापुर घटनाके भदौ ७ गते ६ बरस पुग्टी बा ।
उ घटनाहे लेके थरुहट थारुवान मोर्चा टीकापुर विद्रोहके रुपमे गैल कुछ बरससे मनैटी आइल बा । इ बरस थारु कल्याणकारिणी सभा ओ थरुहट थारुवान राष्ट्रिय मोर्चा कैलालीके संयुक्त आयोजना टीकापुर बिद्रोहके रुपमे मनैना जनैल बा । मोर्चासे भदौ ७ गते कैलालीके बलिया चौकसे भल्का चौकसम विशाल ¥याली सहित कार्यक्रमके आयोजना कैटी मनैना जनैले बा ।
टीकापुर बिद्रोह दिवस कार्यक्रमहे भव्य सभ्य रुपमे सम्पन्न करक लाग शनिच्चरके रोज प्रतापपुरमे तयारी बैठक फेन उसरल बा । मोर्चाके कैलाली संयोजक माधव थारु कार्यक्रमहे सफल बनाइ लाग टमान समिति बनाइल बटैलै ।
बैठकसे २०७८ भदौ ७ गते बिद्रोह दिवस मनैना ओकर डोसर दिन भदौ ८ गते साझ ८ बजेसे आधा घण्टा जिल्ला व्यापी बत्ती बुटैना (ब्ल्याक आउट) कैना संयोजक थारू जानकारी डेलै ।
संविधान लेखनके क्रममे २०७२ भदौ ७ गते कैलालीके टीकापुरमे थरुहट आन्दोलनकारी ओ प्रहरीबीच दोहोरो झडप होके ८ प्रहरीसहित १ नाबालकके ज्यान गैल रहे । घटना हुइल डुसर दिन सकारे कफ्र्यु जारी हुइल समयमे ८० से ढिउर थारु समुदायके घर, पसल, एफएम लगायतमे आजजनी हुइल रहे । उ घटनाके मुद्दामे सांसद रेशम चौधरीसहित नेता कार्यकर्ता जेल सजाय भोग्टी रहल बटै ।

यहोर मोर्चासे काठमाडौंके माइतीघर मण्डलमे टमान कार्यक्रमके आयोजना कैके टीसरा चरणके आन्दोलन फेन घोषणा करसेकल बा ।
टीकापुर घटनामे लगाइल मुद्दा फिर्ता कैना माग कैटी टीसरा चरणके अभियान अन्तर्गत विरोधके कार्यक्रम शुरू कैके आन्दोल सुरु करल मोर्चा जनैले बा ।
समानता, न्याय, अधिकारके लाग आन्दोलनमे उत्रे परल मोर्चा जनैले बा । उहाँहुक्रे टीकापुर घटनाके राजबन्दीहुक्रनहे रिहाई संगे सक्कु मुद्दा फिर्ता लेहे पर्ना, सांसद रेशम चौधरीके रिहाइ, गिरिशचन्द्र लाल नेतृत्वके आयोगके प्रतिवेदन सार्वजनिक करे पर्ना लगायतके माग रख्ले बटै ।
थरुहट आन्दोलनसे उठैटी आइल माग ओ मुद्दाहे राज्यसे सम्बोधन करे पर्र्ना, संघीय संरचना निर्माणके क्रममे थारूबहुल जिल्लाहे समेटके थरुहट थारुवान प्रदेश बनाइ पर्ना, टीकापुर घटनाहे राजनीतिकरुपमे समाधान करे पर्ना लगायत माग रख्टी मोर्चा आन्दोलनमे उत्रल हो ।
मोर्चासे जारी संर्घषके कार्यक्रममे काठमाण्डौंमे टमान नागरिक सामाजके अगुवाहुक्रे फेन सर्मथन जनाइल रहिट । थरुहट आन्दोलनमे नारायण वाग्ले, युग पाठक, मोहना अन्सारी, रीता परियार, श्रवण मुकारुङ लगायतके नागरिक अभियन्ताहुक्रे सर्मथन जनाइल रहिट ।
