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‘ दार्चुला घटना ’

प्रतिवेदन बुझैना तयारी

पहुरा | ९ भाद्र २०७८, बुधबार
प्रतिवेदन बुझैना तयारी

दार्चुला, ९ भदौ । दार्चुलामे तुइन नघ्ना क्रममे महाकालीमे गिरके जयसिंह धामी बेपत्ता हुइल घटनाके सत्यतथ्य पत्ता लगैना गृह मन्त्रालयसे गठित छानबिन समितिसे अइना अँठ्वार आपन प्रतिवेदन बुझैना तयारी करले बा ।

घरी घरी म्याद थप हुइलेसे फेन प्रतिवेदन बुझाइ नैसेकल समितिसे अइना अँठ्वार बुझैना मेरके काम हुइटी रहल जनैले बा । समितिके संयोजक सहसचिव जनार्दन गौतम बुधके फेन उ विषयमे समितिके सदस्यबीच छलफल जारी रहल ओ कुछ लावा सन्दर्भ अइलेसे जिल्लासे छलफल ओ समन्वय हुइटी रहल जानकारी डेलै । ‘हम्रे एक अँठ्वारमे अनुसन्धान ओराके मन्त्रालयहे प्रतिवेदन बुझैना मेरके आघे बह्रल बाटी,’ गौतम कहलै ।

उ घटनाके अध्ययनके लाग मन्त्रालयसे सहसचिव गौतमके संयोजकत्वमे पाँच सदस्यीय छानबिन समिति गठन करल रहे । समितिमे सुदूरपश्चिम प्रदेशके प्रमुख प्रहरी नायब महानिरीक्षक पुरुषोत्तम कँडेल, राष्ट्रिय अनुसन्धान विभागके अनुसन्धान निर्देशक हुतराज थापा, सशस्त्र प्रहरी वरिष्ठ उपरीक्षक सुरेशकुमार श्रेष्ठ ओ दार्चुलाके सहायक प्रमुख जिल्ला अधिकारी ज्योत्सना भट्ट जोशी सदस्य बाटै ।

गत साउन १७ गते गठित उक्त समितिहे सत्यतथ्य पत्ता लगाके प्रतिवेदन पेश कैना मन्त्रालयसे १० दिनके कार्यादेश डेहल रहे । साउन १८ गते टोली स्थलगत अध्ययनके लाग उहोर गैल रहे । छानबिन नैओराइलपाछे मन्त्रालयल इहे मंगरके टिसराचो म्याद थप करल रहे । इहीसे आघे साउन २५ ओ भदौ १ गते फेन समितिके म्याद थप करल रहे ।

इहीसे आघे टोली दार्चुला पुगकेर स्थलगत रुपमे घटनाके अध्ययन कैके घुमल रहे । उ क्रममे टोलीसे राजनीतिक दल, सरकारी अधिकारी, पत्रकार, स्थानीयवासी, पीडित परिवार, जनप्रतिनिधिसे छलफल करल रहे कलेसे खोजबिनके सिलसिलामे बैतडी, कञ्चनपुरसमेत पुगल जनाइल बा ।

साउन १५ गते दार्चुलाके ब्यास गाउँपालिका–२ स्थित तुइन नाघके भारत जैना क्रममे गिरके धामी बेपत्ता हुइल रहिट । पीडित पक्ष तथा स्थानीयवासी भर भारतीय सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी)से तुइन काटल कारण गिरल आरोप लगैले बाटै कलेसे कतिपय डोरी फुस्का डेहलमे लडियामे गिरल बटैटी आइल बाटै ।

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