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‘ मानवाधिकार उल्लंघनके घटनामे कमी नैआइल ’

६ महिनामे दुई सय ८० जाने पीडित

पहुरा | २६ भाद्र २०७८, शनिबार
६ महिनामे दुई सय ८० जाने पीडित

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २६ भदौ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे मानवअधिकार उल्लंघनके घटना कमी हुई नइसेकल हो ।
अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केन्द्र (इन्सेक) प्रदेश कार्यालयसे छ महिनाके मानवअधिकार अवस्था प्रतिवेदन सार्वजनिक करटी प्रदेशमे मानवअधिकार उल्लंघन घटना बढल जनैले बा ।

प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी छ महिनाके अवधिमे बालअधिकार ओ महिला अधिकार हननके घटनामे कमी आई नइसेकल बटैलै । सन २०२१ जनवरीसे जुनसम प्रदेशमे राज्यपक्ष ओ गैरराज्यपक्षसे दुई सय ८० जाने पीडित हुइल बटै ।

प्रदेशमा राज्यपक्षसे १४ जाने पुरुष ओ गैरराज्यपक्षसे दुई सय ६५ जाने महिलासहित दुई सय ८० जाने पीडित हुइल बटै । राज्यपक्षसे तीन जनहनहे कुटपिट करल बा । कलेसे अभिव्यक्ति, भेला तथा संगठित हुइना अधिकारसे सात जाने पीडित हुइल ओ एक जनहनहे धम्की डेहल उ प्रतिवेदनमे बा ।

‘गैरराज्यपक्षसे दुई सय ६५ जाने महिलाके अधिकार हनन हुइल बा’ प्रदेश संयोजक जोशी कहलै,‘चार जाने महिलासहित ११ जानेक हत्या ओ दुई जाने महिलासहित नौ जाने व्यक्तिहे कुटपिट करल पागिल ।’

दुई सय २६ महिलाके अधिकार हनन हुइलमे एक सय ८० घरेलु हिँसा, १० जाने बहुबिबाह, २४ जाने जवरजस्तीकरणी, दुई जाने जवरजस्ती करणीके प्रयास, छ जाने यौन दुव्र्यवहार ओ चार जाने बेचविखनसे पीडित हुइल जनाइल बा ।

छ महिनामे गैरराज्यपक्षसे ३३ जाने बालबालिका पीडित हुइल बटै । प्रदेशमे बालविवाहसे एक, बेचविखनसे चार, जवरजस्तीकरणीसे १५, यौन दुव्र्यवहारसे १२ ओ शारीरिक दण्डसे एक जाने पीडित हुइल बटै ।

उहाँ कोभिड १९ से नागरिक जीवनमे नइमजा असर पारल बटैलै । ‘अक्सिजन नइपाके ढेर व्यक्ति ज्यान गुमाई परल अवस्था बा । सरकारसे औषधिके सहज आपूर्ति तथा आइसोलेसन कक्षके व्यवस्थापन करे नइसेकल ।

प्रदेशमे खोपके मजा व्यवस्थापन नइहुइल कारण मापदण्ड तोकल व्यक्तिसेफे पहुँच रहुइया खोप प्राप्त करलै,’ उहाँ कहलै । शिक्षा, स्वास्थ्य उपचारके सहज व्यवस्था नइहुइनाके साथे गरिवी, वेरोजगारी, खाद्यान्न अभाव, भेदभाव लगायतके विकृति बढल उहाँ बटैलै ।

राष्ट्रिय मानवअधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेशके फोकल प्रसन प्रकृति सिंह कारागारमे क्षमतासे ढेर कैदीबन्दी रहल ओ बालसुधार गृहके अवस्थाफे दयनिय रहल बटैली ।

‘नाम बालसुधार गृह बा । उहाँ २२ वर्षसे उप्परके पुरुषफे बटै’ उहाँ कहली ‘संघीय, प्रदेश ओ स्थानीय तहसे यम्ने सुधार कैनोफे ध्यान नइडेहल हो ।’ उहाँ रहल युवाहुकनहे कि टे कारागारमे धारे परल या और ठाउँमे व्यवस्थापन करे पर्ना बटैली ।

नेपाल बार एशोसियसन कैलालीके अध्यक्ष शिद्धराज ओझा अभिनफे जघन्य अपराधके घटनामे पीडितसे न्याय पाई नइसेकल बटैलै । ‘जघन्य अपराध मुद्दामे पीडित रहल व्यक्तिहुक्रे विपन्न तथा पहुँचविहिन व्यक्ति न्यायके पहुँचसे बाहेर रहल बटै, उहाँ कहलै ।

पत्रकार कर्ण शाह इन्सेकसे निरन्तर प्रकाशित करटी रहल प्रतिवेदन दस्तावेजीकरणमे सहयोग पुग्ना बटलै । कार्यक्रममे इन्सेकके प्रलेश अधिकृत कृष्ण विक प्रतिवेदनमे तयारपर्ना आधारके बारे जानकारी डेहल रहिट ।

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