पश्चिम सेती जलविद्युत आयोजना अध्ययनके लाग बीज्ञ टोली डोटीमे

डोटी, २ कुवाँर । पश्चिम सेती जल विद्युत आयोजनाके विस्तृत अध्ययनके लाग बीज्ञ सम्मिलित उच्चस्तरीय टोली शनिच्चरके रोज आयोजना स्थल पुगल बा ।
राष्ट्रिय योजना आयोगके उपाध्यक्ष नेतृत्व करल टोलीमे लगानी बोर्डके प्रमुख कार्यकारी अधिकृत(सिईओ) सुशिल भट्ट, अर्थ सचिव मधु मरासिनी, कानुन सचिव उदय सापकोटा, उर्जा मन्त्रालयके सहसचिव मधु भेटवाल, पूर्व उर्जा सचिव अनुप उपाध्याय लगायत १५ जाने बीज्ञ रहल बाटै ।
दुई महिना आघे गठित अध्ययन समितिहे ६ महिनाभित्रे परियोजनाके ढाँचा, विकास ओ लगानीके ढाँचा लगायतके विषयमे विस्तृत अध्ययन प्रतिबेदन पेश कैना समयसीमा तोकल बा ।
अध्ययन समितिसे दुई महिनासे पश्चिम सेती जलविद्युत आयोजनाके विस्तृत अध्ययनके लाग काम करटी रलेसे फेन बीज्ञहुक्रनके उच्चस्तरीय टोली आयोजनास्थलमे पुगल भर पहिल हो ।
लगानी बोर्डके सिईओ भट्ट बीज्ञहुक्रनके टोलीसे आयोजनास्थल, बाँध बाँधजैना क्षेत्र, पावर हाउस राखजैना क्षेत्र, आयोजनासे प्रभावित हुइना क्षेत्रके स्थलगत अध्ययन करटी रहल जनाइल बा ।
शनिच्चरके सकारे नेपालगञ्जसे समीट एयरके जहाजमे डोटी पुगल बीज्ञहुक्रनके टोलीसे आयोजनास्थलके डोटीके दीपायलसे चैनपुरसमके एरियल भ्यु लेहल रहे ।
ओकरपाछे टोलीसे तल्कोट, गोपघाट, बान्डुग्रिसैन, दीपायल मौवा लगायतके क्षेत्रके स्थलगत अध्ययन करल रहे । अध्ययन समितिके प्रतिवेदनके आधारमे पश्चिम सेती जलविद्युत आयोजनाके ढाँचा ओ आयोजना निर्माणके लाग लगानीके खोजी करजैना लगानी बोर्डके सिईओ भट्ट बटैलै ।
नेपाल सरकारसे ७५० मेगावाट क्षमताके पश्चिम सेती जलविद्युत आयोजना निर्माणके लाग शुरुमे अष्टे«लियन कम्पनी स्मेक ओ ओकरपाछे चीनिया कम्पनी थ्रिग्रजेजसंग सम्झौता करल रहे ।
डुनु कम्पनीसंग सरकारसे सम्झौता भंग कैटी नयाँ ढाँचामे पश्चिम सेती जलविद्युत आयोजना सञ्चालन कैना तयारी स्वरुप अध्ययन समिति गठन करल हो ।
