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विपद् व्यवस्थापनके लाग संस्थागत संरचना निर्माणमे जोड

पहुरा | १० पुष २०७९, आईतवार
विपद् व्यवस्थापनके लाग संस्थागत संरचना निर्माणमे जोड

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १० पुस ।
विपद् व्यवस्थापन सम्बन्धी हरेक तहमे संस्थागत संरचनाके निर्माण करे पर्नामे एक कार्यक्रमके सहभागिहुक्रे जोड डेले बाटै ।

अँट्वारके धनगढीमे हुइल लैङ्गिक समानता, अपाङ्गता ओ सामाजिक समावेशीकरण (GEDSI) उत्तरदायी प्रकोप योजना ओ प्रतिक्रिया परामर्श बैठकके सहभागीहुक्रे उ बारे जोड डेहल हुइट । उहाँहुक्रे विपद् व्यवस्थापन सम्बन्धी हरेक तहमे महिला, बालबालिका, अपांगता रहल व्यक्ति, लैंगिक तथा यौनिक अल्पसंख्यक, भूमिहिन गरिवीके रेखाटरे रहल परिवार, एकल महिलाके परिवार, पिछडल क्षेत्र लगायतके लाग नेतृत्वके सुनिश्चिता सहित संस्थागत संरचनाके निर्माणमे जोड डेहल हुइट ।

ओस्टके विपद्के बेला महिला तथा बालबालिका, गर्भवती, सुत्केरी महिला, अपांगता रहल व्यक्ति, वृद्धवृद्धा ढेर जोखिममे रहल ओरसे विशेष ध्यान डेहे पर्ना बटाइल रहिट ।

उहे कार्यक्रममे जिल्ला प्रशासन कार्यालय कैलालीके प्रशासकीय अधिकृत शिवराज जोशी जिल्लाके विपद् पूर्व तयारी तथा प्रतिकार्य बारे जानकारी कराइल रहिट । उहाँ कैलाली जिल्ला बाढके उच्च जोखिम रहल ओ आश्रय स्थलके अभावसे बाढ प्रभावितहुक्रनके उद्धार कैके सुरक्षित तरिकासे रख्ना चुनौती रहल बटैलै ।

यकर साथे उहाँ सिमित साधन स्रोत ओ जनशक्ति रहल कारण फेन विपद्के बेला खोज तथा उद्धार कैना समस्या रहल बटाइल रहिट ।

कार्यक्रममे अधिवक्ता झंकर बहादुर कुँवर लैंगिक समावेशी दृष्टिकोण विपद् तथा मानवीयता सम्बन्धी स्थानीय नीति तथा कानूनबारे प्रस्तुती राखल रहिट ।

ओस्टके राष्ट्रिय विपद् जोखिम न्यूनीकरण तथा व्यवस्थापन प्राधिकरणके फोकल पर्सन रीना चौधरी लैंगिक समानता, अपांगता तथा समाजिक समावेशीकरण बारे प्रस्तुतीकरण राखल रही ।

कार्यक्रममे नेपालके पश्चिमाञ्चल क्षेत्रमे शहरी ओ भूकम्प पूर्व तयारी एंव प्रतिकार्य क्षमता सुदृढीकरण परियाजना बारे आशिष शर्मा जानकारी कराइल रहिट ।

कार्यक्रममे अधिवक्ता नेहा गुरुङ स्वागत तथा कार्यक्रमके उद्देश्यबारे जानकारी कराइल रही । कलेसे एफडब्ल्युएलडीके जिल्ला कार्यक्रम संयोजक तथा अधिवक्ता रेणु प्रधान श्रेष्ठ कार्यक्रमके सहजीकरण तथा सञ्चालन करल रही ।

कार्यक्रममे जनप्रतिनीधी तथा टमान सरकारी तथा गैरसरकारी संघसंस्थाके प्रतिनीधीहुक्रनके सहभागिता रहल रहे ।

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