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प्राथमिकताके आधारमे पर्यटकीय क्षेत्रके विकासमे जोड

पहुरा | २७ भाद्र २०८०, बुधबार
प्राथमिकताके आधारमे पर्यटकीय क्षेत्रके विकासमे जोड

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २७ भदौ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेशमे पर्यटन विकासके लाग भौतिक पूर्वाधार निर्माणके साथे यातायात लगायतसे पर्यटकहुक्रनहे जोडे पर्ना एक कार्यक्रमके सभागीहुक्रे जोड डेले बाटै ।

बुधके रोज उद्योग पर्यटन, वन तथा वातावरण मन्त्रालय सुदूरपश्चिम प्रदेश ओ एडीबीके आयोजनामे हुइल सुदूरपश्चिममे एकीकृत आर्थिक तथा पर्यटन विकास अध्ययन कार्यक्रमके सहभागीहुक्रे ओम्ने जोड डेहल हुइट ।

नाटा सुदूरपश्चिम प्रदेशके संस्थापक अध्यक्ष माया प्रकाश भट्ट पर्यटन विकासके लाग भौतिक पूर्वाधार निर्माण तथा हवाई यातायात, सडक सञ्जालसे पर्यटकहुक्रनहे जोडे पर्नामे जोड डेहल रहिट ।

‘सुदूरपश्चिम प्रदेश पर्यटकीय क्षेत्रमे ढेर सम्भावना बोकल क्षेत्र हो, मने यहाँ पर्यटकहुक्रनके लाग बास बैठ्ना मजा होटल नैहो, यातायातके हवाइ भाडा महंगा ओ डगरके समस्यासे पर्यटन फस्टाइ सेकल नैहो, उहाँ कहलै–‘यहाँके पर्यटन पर्वद्धनके लाग पहिल प्राथमिकता भौतिक संचरना निर्माणके साथे यातायातके लाग मजा व्यवस्था हुइना जरुरी रहल बा ।’

ओस्टके नाटा सुदूरपश्चिम प्रदेशके अध्यक्ष पदम विक्रम सिंह पर्यटन विकासके लाग नीतिगत सुधार, ट्याक्स फ्रि, खप्तड ओ अपी सैपाल वेश क्याम्पमे ट्रेकिङवे, माउन्टेन फ्लाइट ओर ध्यान डेहे पर्ना औँल्याइल रहिट ।

व्यवसायी संजय चौधरी फेन सुदूरपश्चिम पर्यटन प्रवद्र्धनके लाग पर्यटनके लाग सुरक्षित बास, प्रचारप्रसार करे पर्ना जोड डेहल रहिट । ओस्टके उहाँ पर्यटन क्षेत्रके पर्यटन प्रर्वद्धन ओ विकासके लाग नीजी क्षेत्रके लगानी कर्ताहुक्रनके लाग सुरक्षित बातावरण फेन बना डेना प्रदेश सरकारहे आग्रह करल रहिट ।

ओस्टके कार्यक्रमके अन्य सहभागीहुक्रे धार्मिक पर्यटनके लाग सेती लोकमार्ग लगायतके समयमे निर्माण हुइना पर्ना जोड डेहल रहिट ।

कार्यक्रमके बर्का पहुना सुदूरपश्चिमके मुख्यमन्त्री कमलबहादुर शाह पर्यटन विकासके लाग दातृ निकाय, नीजी क्षेत्रसे सहकार्य कैके आघे बह्रना आवश्यक रहल बटाइल रहिट । उहाँ प्रदेश सरकार फेन पर्यटन क्षेत्र ओर लगानी करटी रहल बटैटी दातृ निकाय ओ नीजी क्षेत्रहे फेन प्राथमिकताके आधारमे पर्यटकीय क्षेत्रके विकासके लाग लगानी करे पर्ना अनुरोध करल रहिट ।

मुख्यमन्त्री शाह कहलै– ‘सक्कु क्षेत्रमे अक्केसँगे लगानी कर्लेसे हमारठन सिमित श्रोत साधन रहल बा । ओकर लाग हम्रे चाहे दातृ निकाय रही या नीजी क्षेत्र हम्रे प्रदेशमे रहल पर्यटकीय क्षेत्रके प्राथमिकताके आधारमे लगानी कैना आवश्यक रहल बा ।’

उद्योग, पर्यटन वन तथा बातावरण मन्त्री रमेश धामीके घरगोसियाइमे हुइल कार्यक्रममे अर्थमन्त्री नरेश कुमार शाही, भौतिक पूर्वाधारमन्त्री प्रकाश बहादुर देउवा, कानुनमन्त्री शिवराज भट्ट, नीती तथा योजना आयोगके उपाध्यक्ष मोहनदेव विष्ट, एडीबीके कन्ट्री डाइरेक्टर अर्नाउड कौकोइस लगायत मन्तब्य राखल रहिट ।

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