थारु राष्ट्रिय दैनिक
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‘ सम्पादकीय ’

डेंगुसे बाँचेक लाग सर्तह रही

पहुरा | २२ आश्विन २०८०, सोमबार
डेंगुसे बाँचेक लाग सर्तह रही

डेंगु मच्छरके कटाईसे सर्ना रोग हो । यी रोग एडिस एजिप्टाई जातके पोथी मच्छरके कटाईसे सर्ना रोग हो । यी मच्छर ग्रामीण क्षेत्रके तुलनामे शहरी क्षेत्रमे ज्यादा पैठै । पानी जम्ना ठाउँमे टीनके डब्बा, रंगके खाली डब्बा, थोत्रो टायर, अलकत्रा वा मट्टितेलके खाली ड्रम, फुलदानी, गमला, पानीके ट्ंयाकी आदिमे यी अण्डा पारठ । सहरी क्षेत्रमे यैसिन वस्तु पर्याप्तमात्रामे रहल ओरसेफे यी मच्छर सहरमे ढेर हुइना करठ । सुदूरपश्चिम प्रदेशमे डेंगुरोग संक्रमित १ हजार २१ जाने पुगल बटै । सुदूरपश्चिम प्रदेश सामाजिक विकास मन्त्रालय स्वास्थ्य निर्देशनालय दिपायलसे सार्वजनिक करल दैनिक रिपोर्ट अनुसार शनिच्चरसम यी सन २०२३ के जनवरीसे अक्टुवर महिनाके अब्बेसम प्रदेशमे १०२१ डेंगु संक्रमित पुगल बटै । प्रदेशमे कैलाली जिल्लासे सबसे जोखिममे रहल बटैलै । कैलाली जिल्लामे अगस्ट महिनासे निरन्तर जोखिममे बहैटी गैल बा । अगष्ट महिनामे १६९ जाने, सेप्टेम्बर महिनामे २३४ पुगलमे अब्बे अक्टुवर महिनाके सात दिनमे ३८ जनहनमे डेंगुरोगके संक्रमण डेखल बा । कञ्चनपुर जिल्लाफे संक्रमणके दृष्टिसे दुसरा स्थानमे डेखल बा । यहाँ अगष्ट महिनामे ५८ जाने, सेप्टेम्बर महिनामे ६१ पुगलमे अब्बे अक्टुवर महिनाके सात दिनमे १८ जनहनमे डेंगुरोगके संक्रमण डेखल बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेशके दार्चुला जिल्ला डेंगुरोग संक्रमित संख्या १९६ डेखलेसेफे अब्बे भर ओटरा जोखिममे नइहो । अछाममे ५३ जाने, बाजुरा ५८, डोटी १९, बझाङ १३, डडेल्धुरामे १० ओ बैतडीमे ११ जनहनमे डेंगुरोग डेखल बा । सुदूरपश्चिम पश्चिम प्रदेश यी रोगके कारण तीन ज्यान गुमाइले बटै । नेपालमे सन् २००४ मे पहिल चो चितवन जिल्लामे विदेशी नागरिकमे डेंगु रोग पाइल रहे । सन् २००६ मे पहिल चो नेपालमे डेंगु रोग प्रकोपके रुपमे देखा परल रहे । नेपालमे वि.सं. २०६१ सालसे डेंगु रोग विल्गैना सुरु पश्यात प्रत्येक वर्ष यी रोग कब महामारीके रुपमे टे कबु छिटफुट रुपमे डेखा पर्ना करल बा ।

२०२२ मे ५४ हजार ७८४ जनहनमे (२०७९ साल वैशाख महिनासे डेंगु रोगके विरामीके संख्यामे वृद्धि हुके भदौ कुवाँर कार्तिक हुइटी पुसमहिना सम देशभर झन्डै ५५ हजार से ढेर संक्रमण हुके ८८ जानेक मृत्यु हुइल बा । उ अवधीमे सुदुरपश्चिम प्रदेशमेफे डेंगु ढेर देखा परल रहे । कैलाली जिल्लामे ४३२ जनहनमे डेंगु रोग देखा परल रहे । ओ ३ जानेक मृत्युफे हुइल बा । कैलाली आर्थिक वर्ष २०७६–७७ मे ४१, २०७७–७८ मे १०१ ओ २०७८–७९ मे १९८ जनहनमे डेगु पुष्टि हुइल रहे । डेंगु एडिस एजेप्टाई ओ एडिस एल्वौपेक्टस नामक मच्छरके कटाईसे हुइना तीव्र भाइरल संक्रमण हो । यी भाइरस डेंगु १, डेंगु २, डेंगु ३ ओ डेंगु ४ करके चार मेरिक रहठै । एडिज मच्छर करिया रंगके रहठै, जेम्ने उज्जर थोप्लाफे विल्गाइठ । यी मच्छर विशेष करके दुपहर कटना करठै । औलो उत्पन्न कैना मच्छर फोहर पानीमे पैना हुइलेसेफे डेंगु सर्ना मच्छर टमान दिनसे हलचल नइहुइल स्वच्छ पानीमे अण्डा परठै ।

सुदूरपश्चिम प्रदेश सामाजिक विकास मन्त्रालय स्वास्थ्य निर्देशनालय दिपायल सार्वजनिक कैना दैनिक रिपोर्ट अनुसार विगतके महिनाके तुल्नामे कैलाली ओ कञ्चनपुरमे ढेर जोखिम बह्रटी गैल बा । डेंगू रोग क्लासिक डेंगु, हेमोरेजिक ओ साक सिन्ड्रोम करके तीन मेरिक रहठै । क्लासिक डेंगु सामान्य प्रकारके डेंगु हो । यी अपनही निको हुइठ, मृत्युके सम्भावना कम रहठ । मने यदि कौनो व्यक्तिहे डेंगु हेमोरेजिक ज्वरो वा डेंगु साक सिन्ड्रोम हुइल बा कलेसे यकर उचित मेरिक उपचार नइकरलेसे मृत्यु हुई सेकठ । जुरी घटैना सिटामोल खाई परठ ओ प्रशस्त झोल पदार्थ खाई परठ । मने जुरी घटैना कहिके एस्पीरीन तथा आईबुप्रोफेन भर खाई नइपरठ । डेंगु जुरी विरुद्धके खोप तथा खास उपचार समेत नइहरल ओरसे मच्छरके कटार्ईसे बच्न यी रोगके बचावटके मुख्य उपाय हो ।

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