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चैतन्य स्टीम वर्कसप सुरु

पहुरा | १६ माघ २०८०, मंगलवार
चैतन्य स्टीम वर्कसप सुरु

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १६ माघ ।
सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके उद्योग, पर्यटन वन तथा वातावरण मन्त्रालयके माननीय मन्त्री रमेश सिंह धामी विज्ञान प्रविधिके क्षेत्रमे सुदूरपश्चिम प्रदेशहे कैसिक हव बनाई सेक्जाई प्रदेश सरकार तयार रहल बटैले बटै ।

धनगढी उपमहानगरपालिका–१ स्थित चैतन्य पाठशालाके आयोजनामे मंगरके रोजसे सुरु हुइल चैतन्य स्टीम वर्कसप २०८० सालके उदघाटन कार्यक्रममे बोल्टी मन्त्री धामी उ बाट बत्वाइल रहिट । चैतन्य पाठशाला साइन्स ओ रोवोटिस विभागके विद्यार्थीहुकनके आयोजनामे माघ १६ से २२ गतेसम चैतन्य स्टीम वर्कसप कार्यक्रम हुइटी बा ।

‘विज्ञान ओ प्रविधिके क्षेत्रमे योगदान पुगुइया सक्कु जनहन सपोट कैना कहले बटी,’ मन्त्री धाामी कहलै, ‘सुदूरपश्चिम प्रदेशमे अपने लगानीमे ढेर चिजके अविष्कार कैगिल बा । हम्रे सक्कु हेरटी रहल बटी । ओइनके नामावली संकलन करटी रहल बटी । ओइनहे एक कार्यक्रमके विच सम्मान कैबी ।’

मन्त्री धामी प्रविधिके क्षेत्रमे योगदान पुगुइया प्रतिभाहे सम्मान कैना कार्यक्रम करेक लाग यी बरसके नीति तथा कार्यक्रममे बजेटके व्यवस्था समेट करल बटैलै ।

दश बर्षे जनयूद्धहे सक्कु जाने स्वीकार नइकरलेसेफे उहीहे हुइल परिवर्तन ओ उपलब्धीसे आइल संघीय लोकतान्त्रिक गणतन्त्रहे सम्मान करले बटी । मन्त्री धामी कहलै । ‘हम्रे सन्तुष्टी नइहुई, जैसिक व्यवस्था परिवर्तन करली, उहे मेरिक अवस्था परिवर्तन करे नइसेक्ली । जेम्ने हम्रे जनतासे माफी मग्ही परी ।’

शिक्षा ओर जौन सोच्ले रही उ पुरा करे नइसेक्ले हुई । उहीहे सुधार कैना जरुरी बा । स्वास्थ्यहे मौलिक रुपमे जैसिन व्यवस्था कैना कहल रही उ फे पुरा करे नइसेकल मन्त्री धामी बटैलै । उहाँ सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकासे शिक्षामे कुछ नयाँ आइयाम कैना बा कलेसे उ चैतन्य पाठशालासे सहकार्य करके जैना प्रतिवद्धताफे व्यक्त करलै ।

ऐश्वर्य बहुमुखी क्याम्पसके क्याम्पस प्रमुख धर्मदेव भट्ट हमार शिक्षा कितावी ज्ञानमे केल सीमिति हुइटी गैल बटैलै ।
उहाँ कहलै, ‘विद्यालयमे विद्यार्थीहुकन रटाके, घोकाके केक्रो नाउँ फरर कहे सेक्ना बनाजाइठ । उहीहे डेखके अभिभावकफे हमार बच्चा मजा करले बा । कहिके गर्व करठै । गुणस्तरीय शिक्षा पाइल कहटी रमैटी रहल बटै ।’ शैक्षिक गुणस्तर कहलेक शैक्षिकसंगे ओकर व्यक्तित्व विकासके लाग ओ संस्कारिक ज्ञान आवश्यक बा, जौन चैतन्य पाठशाला सुरुवाट करले बा । संस्कारिक ज्ञान नइरहलेसे शैक्षिक ज्ञान ओटरा महत्व नइडेना उहाँ कहलै । पहिलेक उखान रहे पह्रे लिखे नइजन्लेसे करिया अक्षर भैस बराबर मने अब्बे प्रविधि नइजन्लेसे भैस बराबर हुइल बा ।

क्याम्पस प्रमुख भट्ट चैतन्य पाठशालाके अध्यक्षय गणेश प्रसाद जोशी हमार सक्कुहुनके पेरणादायिक व्यक्ती रहल कहटी शिक्षामे रहल हरेक व्यक्तिसे उहाँहे आत्मसाथ करटी आघे बह्रलेसे शिक्षमे मजा फडको मर्ना बटैलै । पाठशालासे भविष्यके वैज्ञानिकके रुपमे राष्ट्रिय रुपमे वैज्ञानिक उत्पादन कैना उद्देश्यसे चैतन्य पाठशालामे चैतन्य स्टीम वर्कसप आयोजना करे लागल यी हमार लाग स्वणीम अवसर रहल क्याम्पस प्रमुख भट्ट बटैलै ।

विज्ञान ओ प्रविधिके क्षेत्रमे रुचि रख्ना विद्यार्थीहुकनहे वाल्यकालसे सम्बन्धित क्षेत्रमे लैजैना अभिप्रेरित कैना उदेश्य रहल एक ठो बालक अपन समाज घर परिवारमे काल्ह कैसिन बनटा । अपन छावा, छाई काल्हके दिनमे का बनैना, मै समाजके लाग का करे सेकम कना बारेमे हरेक समाजमे बैठना मनैनमे चिन्तन हुई सेक्लेसे केल हमार समाज मजा, असल, भविष्यके वैज्ञानिक, नेता, डाक्टर ईन्जिनियर, पाइलट, शिक्षक, पत्रकार, असल व्यक्ती हुई सेक्ना पाठशालाके सिइओ गणेशप्रसाद जोशी बटैलै । टमान ११ ठो विद्यामे एकहप्तासम वर्कसप कक्षा चलैना ओ महत्वपुर्ण आर्कषणो रुपमे रिमोट कन्ट्रोलसे प्लेन फे उरैना योजना रहल उहाँ बटैलै ।

विज्ञान, प्रविधि, अनुसन्धान तथा अन्वेषणमे रुचि रख्न विद्यार्थीहुकनहे लक्षित करके प्रयोगात्मक तथा प्रदर्शनीके अवसर सृर्जना कैना कार्यक्रमके आयोजना करल चैतन्य पाठशालाके प्रअ कटकसिंह बटैलै । धनगढीके टमान विद्यालयमे कक्षा ६ से ९ सम अध्ययनरत विद्यार्थीहुकनहे निशुल्क रुपमे सहभागी करैना ओ प्रशिक्षकके रुपमे युवा वैज्ञानिक ओ अन्वेषणहुकनके समुह रहना उहाँ बटैलै ।

कार्यक्रमके आकर्षणके रुपमे कृत्रिम बुद्धिमत्ता शिविर, रकेट विज्ञान शिविर, खगोल विज्ञान शिविर, रोवोटिक्स शिविर, उडडयन शिविर, उपग्रह शिविर, ड्रोन प्रदर्शन, भौतिक विज्ञानको जादू, रोमाञ्चक पुरस्कारसंग खेल सिकाई, वैज्ञानिक हार्डवेयर प्रदर्शनी टेलिस्कोप, थ्रीडी प्रिन्टर, रकेट रहल प्रअ सिंह बटैलै ।

विद्यार्थीहुकनहे भावी वैज्ञानिकके रुपमे विकसित कैना चैतन्य पाठशालासे वर्षभर उपयुक्त वातावरण ओ आवश्यक श्रोत साधनके व्यवस्थापन कैना बताइल बा । ओस्टेक करके आवधिक रुपमे विद्यालय स्तरीय तथा अन्तर कक्षा विज्ञान, प्रविधि ओ अन्वेषणके क्षेत्रमे प्रदर्शनी ओ प्रतिस्पर्धात्मक कार्यक्रम रहना जनाइल बा ।

चैतन्य स्टीम वर्कसप सम्पन्नपाछे उहीसे आर्जन करल ज्ञान ओ सम्भावित विषयमे बर्षभर निरन्तर खोज अनुसन्धान ओ अभ्यासके काम जारी रहना जनाइल बा । ओस्टेक दीर्घकालिन रुपमे चैतन्य स्टीम वर्कसपसे विज्ञान ओ प्रविधिके क्षेत्रमे राष्ट्रिय लक्ष्यमे योगदान डेना अपेक्षा करल बा ।

कार्यक्रममे चैतन्य पाठशालके पिटिए अध्यक्षय ईश्वर गिरी, स्टीमके प्रशिक्षक धिरेन्द्र चन्द्र सोडारी, साइन्स एण्ड रोवोटिक क्लवके विद्यार्थी नेत्र कार्कीलगायत मन्तव्य व्यक्त करल रहिट । कार्यक्रमके सञ्चालन विद्यालयके शिक्षक बिन्दास बम करल रहिट ।

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