थारु राष्ट्रिय दैनिक
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थारु साहित्य राष्ट्रिय सम्मेलनमे रामसागर ओ शान्ति चौधरी पुरस्कृत हुइना

पहुरा | २३ माघ २०८०, मंगलवार
थारु साहित्य राष्ट्रिय सम्मेलनमे रामसागर ओ शान्ति चौधरी पुरस्कृत हुइना

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २३ माघ
। सुनसरी जिल्लाके गढी गाउँपालिका २ गढीथानमे अठुवा थारु साहित्य राष्ट्रिय सम्मेलन २०८० मे रामसागर चौधरी ओ शान्ति चौधरी पुरस्कृत हुइना हुइल बटै ।

सुनसरीके रामसागर चौधरीहे थारु साहित्य पुरस्कार २०८० प्रदान कैना ओ बाराके शान्ति चौधरीहे प्रतिभा महिला सशक्तीकरण पुरस्कार २०८० प्रदान कैना थारु राष्ट्रिय साहित्य सम्मेलनके मूल आयोजक समितिके संयोजक एवं थारु लेखक संघके केन्द्रीय संयोजक डा. कृष्णराज सर्वहारी बटैलैं । थारु साहित्य पुरस्कारके राशी ३० हजार ओ प्रतिभा महिला सशक्तीकरण पुरस्कारके राशी १५ हजार रहल उहाँ जनैलै ।

सम्मानित हुइना रामसागर चौधरी के हुइट टे ?

इटहरी–१२, खनार, सुनसरी रहल उहाँके जन्ममिति २०१४ साल माघ २१ गते बाबा स्व. केशरलाल चौधरीदास ओ डाई स्व. झवादेवी चौधरीके कोखसे जलम लेहल रहिट ।

उहाँक अध्ययन प्रविणता सामान्य चिकित्सा बिसारद, बी.ए. (समाजसास्त्र) रहल बा । राम सागर चौधरी हौली परिवार, मोरङ–सुनसरीके संस्थगापक सचिव, थारु लेखक संघ नेपाल, कैलालीके संस्थापक सदस्य, नेपाल स्वास्थ्य ब्यबसायी परिषद, काठमाणडौ (२०५४– २०५८)के रजिष्ट्रार, जनस्वस्थ्य अधिकृत (नेपाल सरकार) सेवानिबृत (२०३५ – २०७३), आजिवन सदस्य नेपाल रेडक्रस सोसाइटी, थारू कल्याणकारिनी सभा, ग्रामथान संरक्षण समिति, सर्वेश्वर शिव मन्दिर, रामजानकी ठाकुरबाडी, जेष्ट नागरिक सरोकार समाज, शिद्धार्थ सिकाई केन्द्र, नेपाल स्वास्थ्य प्राविधिक संघ रहल बा ।

उहाँक प्रकाशित पुस्तक ओ काम अनमोल बिहाल (थारू कविता संग्रह) २०४९, थारु समाजमे प्राप्त ऐतिहासिक दस्तावेजहरू (२०५३), थारु थर संकलनका सहअनुसंधान कर्ता थारू आयोग ओ त्रि.बि. किर्तिपुर (२०७६) रहल बा । ओस्टेक करके मोरङिया थारू (२०७८), पूर्विया थारू लोकगीत (चोरखेलिया नाच) संकलन २०८० जेठ, हालत ( थारू कविताके मोटरी) २०८० जेठ, पूर्विया थारू हरिनाम गीत (लोककिर्तन के मोटरी)संकलन २०८० माघ, हौली, टिहकारी,गोरखापत्र,ढकिया, इटहरी डटकम, पूर्वि हटलाइन, बसघरा पत्रपत्रिका ओ नेपाल प्रज्ञाप्रतिष्ठान, थारू आयोगसे निक्रना किताबमे लेख रचना प्रकासित हुइल बा । थारु लोक चित्रकला,मोख,कोहवर,गोदना बारेमा खोज अनुसंधान, ग्रामथान संरक्षणमे खोज अनुसंधान ओ जनचेतना फैलैना काम करले बटै । आदिवासी जनजाति थारु समुदायके ऐतिहासिक, पुरातत्विक, सांस्कृतिक भूमीके अधिकार संरक्षण सहजकर्ता रहल बटै ।

प्रतिभा महिला सशक्तीकरण पुरस्कारके हकदार शान्ति के हुइट टे ?

बाबा स्व. राधाकृष्ण चौधरी, बारा जिल्ला ओ डाई स्व. राधिका चौधरीके कोखसे वि.सं. २०११ पौष १३ गते जलम लेहल रहिट ।
उहाँक संलग्नता संस्थापक अध्यक्ष–ग्रामीण युवा क्लब–बारा जिल्ला ०३४, संस्थापक अध्यक्ष–सृजना विकास केन्द्र–काठमाडौं ०४५ नयाँ दर्ता ०४७ साल –०७६, प्रभूनारायण चौधरी स्मृति प्रतिष्ठान काठमाडौँ–पूर्व उपाध्यक्ष ०७३–०७५, रुपलाल विश्वकर्मा प्रतिष्ठान–उपाध्यक्ष ०७३–०७६, रुद्रलाल मुल्मी छत्रलक्ष्मी स्मृति प्रतिष्ठान ललितपुर जिल्ला केन्द्रीय सदस्य २०७३–०७५, तुलसी मेहर युनेस्को क्लव–साधारण सदस्य, ललितपुर जिल्ला २०७५, मानार्थ सदस्य जे.पी. प्रतिष्ठान, काठमाडौँ २०६०, आजीवन सदस्य वि.से. नगर्ची स्मृति प्रतिष्ठान, २०५९ रहल बा ।

हाल बरिष्ठ अधिवक्ता कृष्णप्रसाद भण्डारीके नेपाल ल फर्ममे कानूनी अभ्यास करटी रहल बटी । संलग्नता विदेश इन्नोभटर फर द पब्लिक लाइफ फेलोसिप मेम्बर अशोका फाउण्डेशन यूएसए अप्रेल १९९५ रहल बा ।

अनुभवमे २०२९ सालसे कविता, लेख ओ पुस्तक लेखन अनुभव, २०३३ सालसे सामाजिक सेवाके अनुभव, कानूनी निवेदन लेखन ओ कार्यके अनुभव रहल बा । वरिष्ठ अधिवक्ता एवं पूर्व महान्यायाधिवक्ता सर्वज्ञरत्न तुलाधरज्यूके सहायक हुके २०४० से २०४४ सम कार्य कैगिल । तालिम युवा क्रियाकलाप समन्वय समिति, काठमाडौँ ०३७, नेतृत्व तालिम, युवा क्रियाकलाप समन्वय समिति, परिवार नियोजन तालिम–२०३८, इस्याप बैकोक बंगलादेश, कोमिल्ला एकेडेमी, ग्रामीण विकास तालिम १९८१, सिडा बंगलादेश ढाका, महिला उपर हुइना भेदभाव तालिम १९९५, नेपाल सरकार अर्थ मन्त्रालय–युएसआईडी काठमाडौँ–भारत, नयाँ दिल्ली, उद्यमशीलता, गरिवी ओ बेरोजगारी निवारण तालिम निसबड क्याम्पस १९९५ रहल बा ।

थारू भाषा, साहित्य, कला, संस्कृति प्रवद्र्धनमे सहयोग पुगैना उद्देश्य सहित इहे माघ २६ ओ २७ गते डुइ दिनसम सम्मेलन हुइना बा । थारू लेखक संघ नेपाल ओ हौली परिवार मोरङ सुनसरीके आयोजनामे सम्मेलन हुइना जनाइल बा ।
थारू भाषा, साहित्य, कला संस्कृति प्रवद्र्धनमे सहयोग पुगैना उद्देश्यसे सम्मेलन आयोजना हुइ लागल थारु राष्ट्रिय साहित्य सम्मेलनके मूल आयोजक समितिके संयोजक एवं थारु लेखक संघका केन्द्रीय संयोजक डा. कृष्णराज सर्वहारी बटैलैं ।

उहाँक अनुसार सम्मेलनमे थारू समुदायके पोस्टा विमोचन, थारू भाषा साहित्यके लेखक ओ थारु महिला सशक्तिकरणके अभियन्ताहे सम्मान फेन हुइना जनाइल बा । सम्मेलनमे थारू भाषाके मानकता, थारू समुदायके इतिहास, धर्म ओ संस्कृति, थारु साहित्यमे अनुवाद कार्य, सुनसरी, मोरङके थारु साहित्यके अवस्था, थारु सामूहिक भवनके औचित्य, थारू केन्द्रित विकासके लाग जनप्रतिनिधिनसे बहस लगायत विषयमे विज्ञ लोगनसे प्यानल छलफल हुइना जनाइल बा ।
ओस्टके साहित्यिक सम्मेलनमे इ बरसमे प्रकाशन हुइल पुस्तकके विमोचन कैना ओ थारु भाषाके टमान पुस्तक प्रदर्शनी तथा विक्रीवितरणके लाग स्टल ढारजैना जनाइल बा ।

सम्मेलनमे देश भरके करिब १५ सयसे ढेर स्रष्टनके सहभागिता हुइना जनाइल बा । सम्मेलनमे थारु बाहुल्य रहल तराईंके सक्कु जिल्लाके थारु साहित्यकार, लेखक, पत्रकार, कलाकार, साहित्यप्रेमीनके सहभागिता हुइना जनाइल बा ।
जिल्ला बाहेरके साहित्यकार माघ २५ गते साँझके रात बसेरा लेहे पुगे पर्ना आयोजक जनैले बा । ओस्टेके कार्यक्रममे स्थानीय थारु सांस्कृतिक नाचगान फेन डेखैना हौली परिवारके संस्थापक सचिव राम सागर चौधरी जानकारी डेलैं ।

हरेक साल हुइना साहित्य सम्मेलन इहिसे पहिले दांगके घोराहीमे २०७३ बैशाख ३–४ पहिल, कैलालीके पटेलामे २०७३ चैत १९–२० डुसरा, बर्दियाके बर्हैया तालमे २०७४ माघ ४–६ टिसरा, रुपन्देहीके उचडिहुवामे २०७५ चैत २२–२३ चौठा, सुखेतके वीरेन्द्रनगरमे २०७७ चैत २१–२२ पँचुवा, कन्चनपुरके सिंङगापुरमे फागुन १२–१४ छठुवा, बाँकेके सिढन्वाँमे माघ १८–१९ सटुवा हुइल रहे ।

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