मानव अधिकार रक्षकके सुरक्षाप्रति राज्य उदासिन
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २७ चैत । मानव अधिकार रक्षकके सुरक्षा ओ संरक्षणमे राज्य अभिन उदासिन डेखल मानव अधिकार रक्षकहुक्रे बटैले बटै ।
अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केन्द्र (इन्सेक) सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालयके आयोजना तथा डिसिए ओ सीआइएसयूके समन्वयमे शुकके रोज धनगढीमे हुइल ‘मानव अधिकार रक्षकके सुरक्षा ओ संरक्षणमे राज्यके दायित्व’ विषयक अन्तरक्रिया कार्यक्रमके सहभागीहुक्रे उ बाट बटवाइल रहिट ।
कार्यक्रममे सहजीकरण करटी अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केन्द्र (इन्सेक) सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी कोभिड–१९ के जोखिमके विच मानव अधिकार रक्षकहुक्रे अग्रपंक्तिमे काम करलेसेफे कोरोना भाइरस विरुद्धके खोपफे लगाई नइपाइल बटैलै । उहाँ कहलै, मानव अधिकार रक्षकहुक्रे कोभिड त्रास फैलल बेला राहत वितरण, रिर्पोटिङ, स्वास्थ्य सामाग्री वितरणमे अग्रणी भूमिका खेलल मने राज्यसे खोपके व्यवस्थाफे करे नइसेकल ।’

संयोजक जोशी नेपाल सरकार, गृह मन्त्रालयसे जारी करल मानव अधिकारकर्मीके सुरक्षा सम्बन्धी आदेश २०७७ बारे छलफल करैले रहिट । उ आदेशमे मानव अधिकार रक्षकके सुरक्षा ओ संरक्षण सम्बन्धी टमान बुँदा समेटल बा । जारी आदेश कार्यान्वयन हुइलेसे मानव अधिकार रक्षकहुक्रनके हदसम सुरक्षा ओ संरक्षण हुइना उहाँ बटैलै ।
राष्ट्रिय मानव अधिकार आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख मोहन जोशी मानव अधिकारकर्मीके सुरक्षा सम्बन्धी आदेश २०७७ कार्यान्वयन हुइल नइहुइल अनुगमन ओ दवाब आवश्यक रहल बटैलै । आयोगके ओरसे जारी आदेशहे पालना कराइक लाग दवाब ओ निगरानी कैना उहाँ बटैलै ।
अन्तरक्रियामे गैर सरकारी संस्था महासंघके देवी खानल, दलित महिला अधिकार मञ्चके अध्यक्ष सावित्रा घिमिरे, महिला अधिकारकर्मी तथा एडजस नेपालके अध्यक्ष चित्रा पनेरु मानव अधिकार रक्षकहुक्रे पीडितके लाग आवाज उठाईबेर पीडकसे धम्की, दवाब डेना करल बटैलै । कार्यक्रमके सञ्चालन डिसिएके सरिता पुरी करले रहि ।


