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कर्णाली प्रदेश जस्टे सुदूरपश्चिमफे हुईः रावल

पहुरा | ४ बैशाख २०७८, शनिबार
कर्णाली प्रदेश जस्टे सुदूरपश्चिमफे हुईः रावल

पहुरा समाचारदाता
धनगढी,४ बैशाख ।
नेकपा एमाले माधव–खनाल पक्षके सुदूरपश्चिम प्रदेश कमिटीके इन्चार्ज भीम रावल कर्णाली प्रदेश जस्टे सुदूरपश्चिम प्रदेशमेफे हुई सेक्ना बटैले बटै । शनिच्चरके रोज नेकपा एमालेके भातृ संगठन नेपाल उत्पीडित जातीय मुक्ति समाजसे शनिच्चर धनगढीमे आयोजना करल प्रदेश स्तरीय कार्यकर्ता भेलाहे सम्बोधन करटी उहाँ उ बाट बटाइल हुइट ।

उहाँ पार्टीके विधान नइमन्ना, कानुन नइमन्ना ओ मनपरी करुइयाके विरुद्ध कर्णाली प्रदेशमे केल नइहुके सुदूरपश्चिममेफे उहृे हबिगत हुइना बटैलै । शुकके कर्णाली प्रदेशके मुख्यमन्त्री महेन्द्रबहादुर शाहीहे पार्टीके ह्वीप नइमन्के फलोर क्रस करके चार जाने नेकपा एमालेके प्रदेश सभा सदस्यसे विश्वासके मत डेना कौनो गल्ती नइहुइल नेता रावलके कहाई बा । ओइने पार्टीहे एकढिक्का बनैना, पार्टीके स्वाधिनता, एकताहे मजबुत पर्ना ओ पार्टीके अनुशासन, विधान नइमन्ना विरुद्धमे डेहल मत केल हुइल उहाँ बटैलै ।

उहाँ पार्टीके रक्षाके निमित्त कर्णाली प्रदेशके जस्टे देशभर हुइना बटैलै । विगतमे पार्टी एक हुके कर्णाली प्रदेशके प्रमुख सचेतकहे हटाईबेर केपी शर्मा ओली ठरहे चुनौती डेहल बटैलै ।

मुख्यमन्त्री महेन्द्रबहादुर शाहीके विरुद्ध अविश्वासके प्रस्ताव नाने लगाइल स्मरण करटी रावल कहलै ‘केपी ओलीसे उ बेला प्रदेश सरकारहे हलचल कैना अस्थिर बनैना सुरु करल रहे ।’ ‘उहेबेला उमरल उ बीउ भारी हुइल ओ फलफे डेहल उहाँ उहाँ कहलै, ‘आव उ फल केपी शर्मा ओली बालुवाटारमे मज्जासे खैठै ।’ उहाँ दलित आन्दोलन ओ अधिकारके लाग लरल पार्टी नेता तथा कार्यकर्ताहे कारवाही कैना केपीके मनपरितन्त्र हुइल बटैलै ।

प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली सुदूरपश्चिमहे हेप्न करल बटैटी उहाँ नवौं राष्ट्रिय महाधिवेशनसे निर्वाचित हुके आइल उपाध्यक्ष अपने हुइल ओ कानुन मिचके करल कारबाही मान्य नइहुइना बटैलै ।

व्यक्तिहे सिद्याके राष्ट्रियताके आन्दोलन नइरोक्ना उहाँक तर्क रहे । पार्टीमे कौनो योगदान नइरहलहुकनहे प्रधानमन्त्री ओलीसे विधान मिचके केन्द्रीय सदस्य, इन्चार्ज बनाइल उहाँक जिकिर रहे । एमाले पार्टीमे कौनो योगदान नइरहलहे कोई इन्चार्ज स्विकार नइकैना उहाँक कहाई रहे ।

ओली कम्युनिस्ट आन्दोलनहे बिसर्जन कैना खोजल आरोप लगैटी उहाँ प्रतिनिधि सभाहे विघटन करके विदेशीहे खुसी पारे खोजल बटैलै । ओली भारतीय गुप्तचरहे बोलाके रात ९ बजेसे १२ बजेसम देशके स्वाभिमानहे मिचके बालुवाटारमे वार्ता कैना भारी भूल करल उहाँक ठहर बा ।

नेता रावल स्वतन्त्र रहल देशके व्यक्ति कौनो दुुसर विदेशी गुप्तचरहे बोलाके वार्ता करुइयाके बिरुद्धके अब्बेक आवाज रहल बटैलै । उहाँ देशहे राजनीतिक अस्थिरता ओर धकेल्न काम ओलीके रहल बटैलै । उहाँ सत्ताके दुरुपयोग ओ पार्टी विभाजनहे रोकेक लाग अब्बेक रहल बटैलै ।

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