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निसर्ग हस्पिटलमे नाकभित्रेक ट्युमरके अप्रेसन

पहुरा | १४ जेष्ठ २०७८, शुक्रबार
निसर्ग हस्पिटलमे नाकभित्रेक ट्युमरके अप्रेसन

धनगढी, १४ जेठ । धनगढीमे रहल निसर्ग हस्पिटल एन्ड रिसर्च सेन्टरमे नाकभित्तर रहल ट्युमरके अप्रेसन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुइल बा ।

सुदूर ओ मध्यपश्चिममे पहिलचो यीमेरिक अप्रेसन सफल हुइल अस्पताल जनैले बा ।

कैलालीके गौरीगंगा नगरपालिका ११ के १३ वर्षिय प्रितम चौधरीके नाकके भित्री भागमे रहल ८÷४ सेन्टिमिटर लम्मा ट्युमरके शल्यक्रिया सफल हुइल अस्पताल जनैले बा ।

नाक, कान तथा घाटीरोग विशेषज्ञ डाक्टर सुमन थापा, मुख, अनुहार तथा बंगरा रोग विशेषज्ञ डा दीपक ठकुराठी, एनेस्थेसियोलोजिस्ट डा हेमन्त ओझालगायतके टिमसे चार घण्टा लगाके शल्यक्रिया करले रहैं ।

गैल माघ १५ गते नाकसे निरन्तर रगत आइलपाछे उहाँ उपचारके लाग निसर्गमे पुगल हरैं । टब अस्पताल उहाँहे रेफर करल रहे ।

अस्पतालमे उपकरण ओ डाक्टरके अभाव हुइल ओरसे उहाँहे काठमाडौं जैना कहल बिरामीके बाबा डाक्टर चौधरी बटैलैं ।

गम्भीर मेरिक बिरामी हुइल ओरसे काठमाडौं जैना सल्लाह डेहल अस्पताल जनैले बा । काठमाडौंमे सीटी स्क्यान करेबेर नाकभित्तर मासके ढेल्का डेखाइल ओ उहाँक डाक्टर औषधि चलाइल उहाँक बाबा चौधरी बटैलैं ।

‘कुछ समय ठिक हुइल मने फेर छावक बिराम बल्झल’, बाबा चौधरी कलैं, ‘अइसिन लकडाउनके बेला कहाँ जैना, यहाँ कुछ हुजाइकि कहिके लेके आइल, अब्बे टे अप्रेसन यहाँ हुइल । छावा ठिक हुइल । आज घर लैजाब ।’

कैसिक हुइल शल्यक्रिया ?

मुख, अनुहार तथा बंगारा रोग विशेषज्ञ डा दीपक ठकुराठी कलैं, ‘दुरविनसे सम्भब नैहुइल ओरसे नाकके एक छेउसे चिरके ट्युमर निकारगिल । अइसिन यि क्षेत्रमे पहिलचो करल अप्रेसन हो ।’
उहाँक अनुसार बिरामीके नाकसे पहिले रगत धेर बहसेकल रहे । जोन कारण बिरामीके शरीरमे हेमोग्लोबिनके मात्रा ५.५ किल रहे । ‘हम्रे २ पिन्ट रगत डेके अप्रेशन करली’, डा ठकुराठी कलैं ।

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