थारू अष्टिम्की पर्व विषयक अन्तरक्रिया कार्यक्रम

पहुरा समाचारदाता
सुर्खेत, २४ सावन । आदिवासी थारु उत्थान मञ्च वीरेन्द्रनगर सुर्खेतके आयोजनामे थारु नरनारीहुक्रे श्रद्धाके साथ मनैना अष्टिम्की पर्व विषय अन्तरक्रिया कार्यक्रम हुइल बा । थारु समुदायमे मनैना अष्टिम्की पर्व आजकाल्ह सामान्य औपचारिकतामे सीमित हुइटि गैल यकर संरक्षण संवद्र्धनके लाग जागरुकता नन्ना अन्तरक्रिया करल हो ।
कार्यक्रमके प्रमुख अतिथि पूर्व जिल्ला उपसभापति तथा समाजसेवी बुद्धिजीवी कालीप्रसाद शाक्य, अप्ने थारु गाउँमे हुर्कल बह्रल ओरसे थारु संस्कृति अत्यन्ते मजा लग्ना बटैटि थारु समुदाय अपन परम्परा मूल्य मान्यताहे आत्मसाथ करेक परना बटैलैं ।
अष्टिम्की पर्वके महत्व थारु समुदायमे रहल उहाँ बटैलैं । यी पर्वसे सामाजिक एकता, सद्भाव एवम् दिदीबहिनी ओ दाजुभाइमे प्रगाढ सम्बन्ध रहल ओरसे युवापुस्ता यिहिनहे जोगाइ परनामे उहाँ जोड डेलैं । थारुहुक्रे अपन पहिचानके लाग एकता बद्धहुके लागेपरना कटि अप्ने एकडम सहयोग करना तयार रहल बटैलैं ।

थारु बुद्धिजीवी तथा थारु संस्कृतिविद् मानबहादुर चौधरी पन्ना अष्टिम्की पर्व विषयक कार्यपत्र प्रस्तुत करले रहैं । उहाँ गाउँभरिक महिलाहुक्रे एक्के ठाउँमे जम्मा हुके मनैना यी पर्वमे आजकाल्ह एक्केलि अपन कोठामे कृष्ण भगवानके फोटु नान्के पूजापाठ करना प्रवृति बह्रल ओरसे सामाजिकतामे कमि महशुस हइल ओरसे अपन परम्परागतअनुसार मनाइक लाग युवा पुस्ताबीच अन्तरक्रिया करल बटैलैं ।
यस पर्वमे कृष्ण (कान्हा), सूर्य (दिन),चन्द्र (जोन्ह्या), पाँच पाण्डव (पाण्डो), कौरव (कौराओ), डोली, बनुवा, मञ्जोर, ऊँट, हात्ती, नाउ (लाउ), बाँसुरी बजाइट कृष्ण (कान्हा), कुकुर (कुक्रा), रावण (रौना), सर्प (सप्वा), राम ओ सीताके अभिभावक, घोडा (घो¥वा), भाले (मुर्घा), माछा (रैनी मछरिया), रुख, बाँदर, बाघ (बग्घ्वा), गंगटो आदिके पूजापाठ हुइना ओरसे युवा पुस्तामे परम्परागत रुपमे पर्व माने छोरल ओरसे यकर महत्व बुझाइ परना आवश्यकता अंग्रिलैं ।

कार्यपत्रके टिप्पणी करटि थारु बुद्धिजीवी समाजसेवी लालबहादुर चौधरी अष्टिम्की पर्वके कार्यपत्रसे नयाँ पुस्ता किल नैहुके समग्र थारु समुदायके लाग महत्वपूर्ण सावित हुइल बटैलैं । थारु समुदायके महिला दिदीबहिनीहुक्रे मनैना यी पर्वके धेर किंवदन्ती जोरल रलेसे फेन मूल नायक कृष्ण भगवान रहल उहाँ बटैलैं ।
कार्यक्रममे थारु अगुवा सनिसरा महतम अइसिन कार्यक्रम अन्य थारु गाउँमे समेत करके सांस्कृतिक जागरण नाने परना बटैलैं ।
कार्यक्रममे थारु अगुवा भुजिलाल थारु, सनिसरा महतम, शेरबहादुर थारु, जेवि डेमनडौरा लगायत यी पर्वके बारेमे अपन अपन मत ढरटि स्थानीय सरकार फेन कर्णाली प्रदेशमे अल्पसंख्यक थारुहुकनके संस्कृति जोगैना बाटमे ध्यान डेहेपरना आग्रह करले रहैं ।

कार्यक्रममे टमान गाउँसे महिलाहुकनके उपस्थिति रहे । कार्यक्रम खोलीगाउँके थारु अगुवा कालुराम थारुके अध्यक्षतामे हुइल रहे । यी पर्व थारु समुदायके महिलाहुक्रे भदौ महिनाके कृष्ण जन्माष्टमीके दिन मनैठैं ।
