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कैलालीमेफे हलिया पुनःस्थापना बाँकी

पहुरा | २६ भाद्र २०७९, आईतवार
कैलालीमेफे हलिया पुनःस्थापना बाँकी

पहुरा समाचारदाता
धनगढी,२६ भदौ ।
कैलालीमे अभिनफे पुर्ण रुपमे हलियाहुक्रे पुनस्र्थापना हुई नइसेकल मुक्त हलिया समाज जनैले बा ।

अँटवारके रोज धनगढीमे एक कार्यक्रमके आयोजना करके यैसिन जानकारी कराइल हो । सरकारसे पुनस्र्थापनाके लाग स्थानीय सरकारहे हस्तान्तरण करलेसेफे पुर्णरुपमे पुनस्र्थापना हुई नइसेकल राष्ट्रिय मुक्तहलिया समाज महासंघके प्रमुख हरिसिंह बोहरा बटैलै ।

सरकारसे २०७६ जेठ ६ गतेके मन्त्रीपरिषद् बैठकसे स्थानीय तहहे अख्तियारी हस्तान्तरण करल हो । सरकारसे २०६५ भदौ २१ गते हलिया मुक्तिके घोषणा करल रहे । जिल्ला हलियामुक्त समाज कैलालीके अध्यक्ष भोजबहादुर सार्कीके अनुसार ४६ जाने कैलाली पुनस्र्थापनाके प्याकेज पाके फे कौनो मेरिक सुविधा पैले नइहुइट । कैलालीके गौरीगंगा, चुरे, मोहन्याल, कैलारी, गोदावरी ओ धनगढी उपमहानगरमे हलियाहुक्रे सुविधा नइपैले हुइट । कतिपय पहिल किस्ता पाइल मने, अन्तिम किस्ता पाइनइसेकल भोजबहादुर बटैलै ।

जिल्लामे ६१ जानेक लगत कट्टा करल नइहो । ४६ जाने घर निर्माणके अन्तिम किस्ता पाई नइसेकल हुइट । हलिया श्रमिकहुक्रे ९७ प्रतिशत दलित समुदायके रहल समाज जनैले बा । ओइने जातिय विभेद तथा छुवाछुटके कारण व्यवसायी सञ्चालनमेफे समस्या हुइटी रहल जनैले बटै । मुक्तहलियाके पराम्परागत पेसा, व्यवसाय आधुनिकरण ओ प्रतिस्पार्धात्मक हुई नइसेक्नाके साथे पुँजीके अभावमे सीप हुके फे व्यवसायी सञ्चालन कैना समस्या हुइटी रहल समाजके अध्यक्ष सार्की बटैलै ।
सरकारसे मुक्तहलिया पुनस्र्थापना कार्यक्रम जग्गा खरिद, घर निर्माण, मर्मतके केल सीमित हुके शिक्षा, स्वास्थ्य ओ जिविकोपार्जनके विषय ओझेलमे परल ओइनके गुनासो रहल बा । ओइने हलियाके सवाल स्थानीय ओ प्रदेश सरकारके प्राथमिकतामे परे नइसेकल गुनासो करले बटै । प्रदेश सरकारसे चुर गाउँपालिका, मोहन्याल गाउँपालिका, गौरीगंगा नगरपालिकामे संकलन करल तथ्यांक अुनसार परिचय पत्र समेत वितरण ओ प्रमाणीकरण कार्य हुई नइसेकल ओइनके गुनासो रहल बा ।

सरकारसे घर निर्माण करलेसेफे आयआर्जनके कौनो व्यवस्था नइकरेबेर दैनिकी चलैना समस्या हुइना करल गौरीगंगा नगरपालिका–१० हलिया सीता सार्की गुनासो करली । ‘सरकारसे घर निर्माण करल । उ फे हावा हुरी टिन उराइल । अब्बे फेर उहे चुहनाहा घरेम दिन विटाई परल बा,’ उ कहली । ‘सरकारसे कम्तीमेफे हावा हुरीसे क्षति पुगाइलहे राहत डेहे परठ ।’
हलियाहुक्रे अपन नाउँमे आइल रकम टाठाबाँठाहुक्रे खैना करल गुनासो करले बटै । ‘हमार नाँउमे वार्षिक रुपमे हरेका बर्ष बजेट आइल रहठ,’ गौरीगंगा नगरपालिका–१० के शोभा भुल कहली, ‘मने हमार हातमे नइपरठ । अटरा बेला हम्रहिनहे दुख लागठ ।’ सरकारसे पुनस्र्थापना करलेसेफे आयआर्जनके कौनोफे कार्यक्रम नइनानेबेर आर्थिक जिविकोपार्जन कैना समस्या हुइना करल कैलारी गाउँपालिका–७ के लक्ष्मी सुनार गुनासो करली । उहाँ क्षमता अभिवृद्धिके कार्यक्रम आवश्यक रहल बटैली । ‘ढेर हलिया अपन सीपहे व्यवसायीकरण नइकरेबेरफे पाछे परल विल्गाइठ,’ उहाँ कहली । ‘सरकारसे सीप विकास कैना कौनो तालिम, गोष्ठीके कार्यक्रम नन्ना आवश्यक बा ।’

पाँच बर्षमे स्थानीय सरकारसे हलियाके क्षेत्रमे कौनोफे काम नइकरल गौरीगंगा नगरपालिका–१० के विरेन्द्रबहादुर भुल गुनासो करलै । चुनावमे सक्कु काम करम कना मने, निर्वाचित हुइलपाछे सक्कु विस्रैना करल उहाँक आरोप रहल बा ।

कार्यक्रममे कैलारी गाउँपालिका अध्यक्ष राजसमझ चौधरी अपने हलिया, मुक्तकमैयाहुकनहे प्राथमिकता साथ कार्यक्रम रख्ना करल बटैलै । ‘हलियाके क्षेत्रमे मै का करे सेकम ?,’ उहाँ कहलै, ‘समस्या लेके अइलेसे सम्बोधन कैना जबफे तयार बटु ।’ उहाँ कैलारीमे रहल पुनस्र्थापना हुइना बाँकी रहल हलियाहुकनके समस्या सम्बोधन कैना स्थानीय सरकारसे डेहल कानुन अनुसार जबफे तयार रहल उल्लेख करलै ।

ओस्टेक, कार्यक्रममे मोहन्याल गाउँपालिका कार्यवाहक अध्यक्ष कमल साउँद हलियाके विषयमे स्थानीय सरकारसे जबफे गम्भीर रहल बटैलै । उहाँ स्थानीय सरकारसे डेहल कानुन ओ स्रोत साधनसे भ्याइट सक्कु काम कैना तयार रहल बटैलै ।
कार्यक्रमके वडका पहुना रहल जिल्ला समन्वय समिति कैलालीके संयोजक पदम कलेल जिल्लाके सक्कु पालिकामे रहल हलियके समस्या निराकरण कैना अपने जबफे तयार रहल बटैलै । ‘जिल्ला समन्वयसंग कौनो अधिकार नइहो,’ उहाँ कहलै, ‘कौन पालिकामे का समस्या रहल बा । उहीहे सहजीकरण करे सेकम ।’

अन्र्तराष्ट्रिय श्रम संगठन नेपालके आर्थिक सहयोगमे हुइल कार्यक्रम आयोजक राष्ट्रिय मुक्तहलिया समाज महासंघ नेपाल ओ जिल्ला हलिया मुक्त समाज कैलाली रहल रहे । कार्यक्रममे कैलालीके पाँच पालिकाके हलिया, जनप्रतिनिधिहुकनके सहभागिता रहे ।

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