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मल्चिङ प्रविधिमे टिना खेती कैटी मुक्तकमैया

पहुरा | २५ कार्तिक २०८२, मंगलवार
मल्चिङ प्रविधिमे टिना खेती कैटी मुक्तकमैया

पहुरा समाचारदाता
कञ्चनपुर, २५ कार्तिक ।
कञ्चनपुरके शुक्लाफाँटा नगरपालिका–८ नौखरीके व्यावसायिक टिना खेतीमे संलग्न मुक्तकमैया मल्चिङ प्रविधिमे टिना खेती करे लागल बटै ।

परम्परागत रूपमे खेती करटी आइल मुक्तकमैया परिवारहे मुक्तकमैया महिला विकास मञ्च धनगढीसे मल्चिङ प्रविधिमे टिना खेती करे सिखाइल हो । टिना खेतीमे संलग्न २५ मुक्तकमैया परिवारहे मल्चिङ प्लाष्टिकसंगे खेती कैना तौरतरिका सिखैना कार्य करल मञ्चके निवर्तमान अध्यक्ष कौशिला चौधरी बटैली ।

“प्राविधिकके व्यवस्था करके मुक्तकमैया परिवारके आयस्तरमे सुधार ल्यन्ना आधुनिक तरिका टिना खेती कैना सिखाइल बटी”, उहाँ कहली, “बीउविजन, रासायनिक मल, कीटनासक, ढुसीनासक विषादी अनुदानमे उपलब्ध करैले बटी ।”

यी प्रविधिसे टिना खेती करे लागलपाछे पहिलेक जस्टे रोग कीरा, झारपातके समस्यासे मुक्ति पाइल स्थानीय किसान स्वस्तिमा चौधरी बटैली । “माटी चिस्यान धारेक लाग यी प्रविधि सक्षम बा”, उहाँ कहली, “अधिकांश टिना खेतीमे संलग्न परिवारसे तीन वर्षसे मिर्चा, गोलभेँडा ओ सिमला मिर्चा खेतीके लाग मल्चिङ प्रविधिके प्रयोग करटी आइल बटै ।” यी प्रविधिसे करल खेतीसे परम्परागत विधिसे दोब्बर ढेर उत्पादन हुई लागल उहाँक कहाई बा । उहाँक अनुसार एक्के किसानसे विगतमे मुस्किलसे सिजनमे रु ५० हजारसे ७० हजारसमके टिना बिक्री करिट कलेसे हाल यी प्रविधिके प्रयोग हुई लागलपाछे रु दुई लाखसे पाँच लाखसमके टिना बिक्री करे लागल बटै ।

नगरपालिकाके कृषि विकास शाखाके अधिकृत विनयराज जोशी पछिल्का वर्षमे किसानबीच मल्चिङ प्लाष्टिकके प्रयोग तीव्र रूपमे बह्रटी गैल बटैलै । टिना खेतीमे संलग्न मुक्तकमैया परिवारसे यी प्रविधिके प्रयोग करेलागलपाछे उत्पादन बह्रैना सफल हुइल उहाँक कहाई बा । “यी प्रविधिसे माटीक आद्र्रता जोगैना, झारपात नियन्त्रण कैना ओ बालीके उत्पादन वृद्धि कैना उद्देश्य राख्ठ”, उहाँ कहलै, “मल्चिङ प्लाष्टिकसे माटीमे रहल पानीके वाष्पीकरण हुई नैडेहल, जिहीसे बालीहे नम्मा समयसम आवश्यक नमी उपलब्ध कराइठ । यिहीसे सिँचाइके आवश्यकता घटाइठ ओ पानीके सदुपयोग सुनिश्चित करठ ।”

उहाँक अनुसार सूर्यके प्रकाश माटीसम नैपुग्गके झारपात जामे नैपाइठ, जिहीसे श्रम ओ लागत दुनु घटाइठ । यी प्रविधिसे माटीक तापक्रम सन्तुलनमे धारके बिरुवा स्वस्थ रख्न, माटीसे सर्ना रोग ओ कीराके जोखिम घटैना तथा रासायनिक विषादीके प्रयोगमे कमी ल्यन्ना कार्यफे करठ । यी प्रविधि किसानके लाग बहुट उपयोगी रहल चर्चा करटी उहाँ मल्चिङसे वर्षा वा सिँचाइके पानीसे मल पुहना सम्भावना घटाइठ ओ माटीमे रहल पोषकतत्व स्थिर धारके उत्पादनशीलता वृद्धि कैना सहयोग पुगैना बटैलै ।

मञ्चके अध्यक्ष सीमा चौधरीके अनुसार मञ्चसे विगत पाँच वर्षसे मुक्तकमैया समुदायके महिलाके आयआर्जनमे टेवा पुगैना उद्देश्यसे टिना खेती, बङ्गुरपालन ओ मुरगी पालन लगायतके कार्यक्रम सञ्चालन करटी आइल बा । दुई दिनआघे केल्ह टिना खेतीमे संलग्न १६ जाने मुक्तकमैयाहे मल्चिङमे प्रयोग हुइना प्लाष्टिक पूर्ण अनुदानमे उपलब्ध कराइल बटैली ।

वडाध्यक्ष बहादुरसिंह महरा कम जग्गामे व्यावसायिक खेती करके मुक्तकमैया परिवार आत्मनिर्भर बन्टी गैलमे खुसी व्यक्त करलै । “पहिले अधिकांश मुक्तकमैया परिवार मजदुरी करके जीविकोपार्जन करिट”, उहाँ कहलै, “अब्बे कोई आधुनिक तरिकासे टिना खेती करठै, कोई सीपमे आधारित कार्य करके आम्दानी करटी आइल बटै्, वडासेफे व्यावसायिक कार्य कैना मुक्तकमैया परिवारहे प्रोत्साहित करटी आइल बटी ।”

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