पहुरा
२६ चैत्र २०८०, सोमबार
थारु समुदाय भाषा कला, संस्कृति ओ परम्पराके धनी समुदाय हो । थारु समुदायके पुर्खाहुक्रे अपन मनोरन्जनके लाग बाह्रै महिनामे गैना गित, चाड पर्व, भोजकाजके परम्परा नन्लै । पुर्खानसे सृजना करल पौराणिक गीतबाँस, कला, संस्कृति, भाषा, टर टिहुवार