थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २४ अगहन २६४८, सोम्मार ]
[ वि.सं २४ मंसिर २०८१, सोमबार ]
[ 09 Dec 2024, Monday ]
‘ प्रकाशकीय ’

पहुराके यात्रा बाइसौं बरसमे

पहुरा | १ श्रावण २०८१, मंगलवार
पहुराके यात्रा बाइसौं बरसमे

पहुराहे पुथ्वीमे जलम लेलक २२ बरस पुगल बा । जौन बेला मुलुकमे सशस्त्र जनयुद्ध खोबसे चर्कल रहे । सक्कु ओर डर त्रास, आर्थिक मन्डी रहल बेला पहुरा पत्रिकाके सुरुवाट हुइल रहे । अर्थात हमार खास जलम २०५९ चैत्र २६ गते कैलालीसे सुरुवाट हुइल रहे । साप्ताहिक रुपमे अपन प्रकाशन सुरुवाट करल रहे । २०६६ सालमे दैनिक प्रकाशन सुरु करके अभिन निरन्तरता डेटी नेपालके इतिहासमे अपन नाउँ धारे सफल हुइल बा । नेपाल प्रेस काउन्सिलसे थारु भाषा ओ पत्रकारितामे विशेष योगदान करल कहटी २०६७ सालमे प्रेस काउन्सिल भाषागत पत्रकारिता पुरस्कारसे पहिल बार सम्मानित हुइल । २०६८ सालसे नेपाल प्रेस काउन्सिलके ‘क’ वर्गमे परल अभिनसम ‘क’ वर्गमे रहल बा । हरेक पाइल आघे बढैना क्रममे पहुरा टमान बाधा व्यावधान, सुख, दुःख कष्टके बाबजुत गोम्हन्या करटी अब्बे २२ आंै वर्षमे प्रवेश करले बा ।

नेपालमे टमान थारु भाषक साप्ताहिक, अर्धसाप्तहिक, मासिक, त्रैमासिक ओ अर्धसाप्तहिक पत्रिका प्रकाशित हुइटी रहलेसे ओइने समय–समय बन्द हुइल ओ फेरसे प्रकाशन हुइना करल बा मने पहुरा थारु दैनिक नेपाल भरमे दैनिक प्रकाशन करटी अभिनसम निरन्तरता डेटी आइल बा । एक ठो टेलुवा लगैना भारी बाट नाइहो उहीहे बह्रा पौह्राके जवान कैना बहुट मिहिनेत, समय ओ खर्च लागठ जत्र लगाईबेर मिहिनेत नइलागठ । ओस्टे आज एक ठो पत्रिकाके प्रकाशन सुुरु जेफे करे सेकठ मने उहीहे निरन्तरटा डेना भारी बाट हो । थारु पत्रकारिताके इतिहास खासे लम्मा नै हो । चार÷पाँच दशक आघे फाट्टफुट्ट पत्रपत्रिका ओ मुखपत्र प्रकाशन हुईल विल्गाइठ । मने थारु भाषामे समाचारमूलक पत्रिकाके इतिहास और छोट बा । पहुरा दैनिक सक्कु क्षेत्र, वर्ग समुदायके आवाज, समस्याहे बराबर प्राथमिकता डेटी आइल बा । जिहीसे यी पत्रिका थारु, गैरथारुनसे बराबर मायाफे पैले बा । पहुरा अनलाइन पोर्टल संचालनमे आइलपाछे देश विदेशसेफे अनलाइन÷पत्रिका पह्रे सेक्ना व्यवस्था हुइल बा ।

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