थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १३ बैशाख २६४८, बिफे ]
[ वि.सं १३ बैशाख २०८१, बिहीबार ]
[ 25 Apr 2024, Thursday ]

कोरोनाकहर ओ नेपाली चेत

पहुरा | २५ भाद्र २०७७, बिहीबार
कोरोनाकहर ओ नेपाली चेत

चीनके बुहानमे डिसेम्बर, २०१९ मे पहिचान करल नोवल कोरोना भाइरस सुरुमे चीनके बुहानमे जैटी रहल अर्थतन्त्रके ढाड सेक्न अचुक अस्त्रके रुपमे लेहल पश्चिमाहुक्रे । कोरोना भाइरस, नेपालमे कुछ समय रमाइलो जोक्स बनल । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्पसे टे चाइनिज भाइरस नामाकरण करके चीनके दोहोलो कढलै । शनै शनै कोरोना भाइरस (कोभिड–१९)नामाकरण हुके विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लु एचओ) से विश्वहे आइल चुनौति सार्बजनिक करल रहे । चीनसे अपनहे सचेत, जागरुक ओ प्रविधियुक्त बनैटी डटके सामना करटी रहे । उहोर बाँकी संसार अन्योलउप्परके रहे । मने इटली ओ स्पेन लगायत युरोपके देशमे फैले लागलपाछे भटाभट लकडाउन लगाई लग्लै । उहे शिलशिलामे नेपालमे फे उ हावा आपुगल । नेपाल सरकारसे २०७६ चैट ११ से देशब्यापी रुपमे लकडाउन (बन्दाबन्दी) घोषणा करल । नेपाल सरकारसे बन्दाबन्दी घोषणा करेबेर अत्यन्त संवेदनशील अवस्था रहे । पाँच लाख विद्यार्थीहुक्रे वर्षभरर तयारी करके बैैठल अवस्थामे लकडाउनके कारण परीक्षा डेहे नइपैलै ।

ओकरपाछेक नियति टे हम्रे सक्कु जे भोग्टी रहल बाटी, कोरोनाके कारण देश कैसिक मारमे परटी रहल बा, आर्थिक विषमता, सामाजिक बेमेल ओ साँस्कृतिक परिवेशमे आइल सङ्कुचनके लेखाजोखा कैना ओटरा सहज नइहो । ढेर जे भुटला ओ दरही काटे नइपैलै, लुक्स फेरल बा । विद्यार्थीहुक्रे विद्यालय, कलेज, विश्वविद्यालय जाई नइपाके शैक्षिक विकासमे भारी क्षति व्यहोरटी रहल बाटै । हालके परिवेश हेरेबेर यैसिन लागठ, यी वर्षके शैक्षिक सत्र पो कोल्याप्स हुइना हो की ? खेलकुद, सिनेमा लगायत सामाजिक तथा साँस्कृतिक गतिविधि सुचारु हुई नइसेकल ओरसे समाज विकासमे हुइटी रहल बाधाके समीक्षा हुइटी रहल बा ।

नेपाल सरकारसे भारी उत्साहके साथ घोषणा करके सुरुवात करल अति महत्वाकांक्षी ‘नेपाल भ्रमण वर्ष २०२० कार्यक्रम’ स्थगत कैना बाध्य हुई परल । ‘समृद्ध नेपाल, सुखी नेपाली’ जैसिन लोकप्रिय नारा सहित नेपालके विकास अभियानके अगुवाई करटी रहल नेपाल सरकारके योजना ढेर हेराफेरी करे परल बा । बन्दाबन्दीपाछे सार्वजनिक यातायात ठप्पप्राय बा, यी अर्थतन्त्र ओ रोजगारीमे कटरा असर करल हुई अनुमान कैना कठिन नइहो ।

नेपाल सरकारसे कोरोना रोकथाामके लाग अपने केकल करटी रहल दावी करटी रहल बा । चार महिनासम स्थिर रहल कोरोना संक्रमण ओ मृत्यु इुइलके संख्या पाँचौ महिनमे आके एकफाले बह्रm बा । हालसम ४८ हजारके संख्यामे संक्रमित हुसेकल बाटै कलेसे ३ सय ६ जानेक मृत्यु हुसेकल बा । प्रदेश ओ स्थानीय सरकारसे कोरेन्टाइन व्यवस्थापन करटी रहल बाटै । पिसिआर ओ आरडिटि चेकजाँच कैना कार्यफे हुइटी रहल बा । स्वास्थ्य विज्ञहुकनके अनुसार नेपालमे कोरोना टिसरा चरणमे पुगे लागल कहल बा । समुदाय चरणमे प्रवेश करल ओरसे बहुट कठिन अवस्था आई सेक्ना आंकलन करल बा ।

सुरुवाती दिनमे मजदूर, मुक्तकमैया, विपन्न परिवारहे राहत वितरण करलेसेफे आबके बहुट आवश्यक अवस्थामे भर राहत उपलव्ध हुई नइसेकल हो । अस्पतालमेफे कोरोनाके संक्रमण विल्ष्गाई लागलपाछे अस्ताल शील हुइल ओरसे नियमति विरामीहुक्रे उपचार नइपाई सेक्ना अवस्था बन्टी बा । अटरा केल नाही, संक्रमितहुकनके पारिवारिक ओ सामाजिक बहिष्कार दुसरा भयावह प्रवृति विल्गाई लागल बा ।

वर्षायाममे बर्सेनि व्यहोरना बाढ पहिरोके समस्या थप कहर बनल विल्गाइठ । सार्वजनिक उपस्थितिहे निषेध करल ओरसे भर्चुअल बैठक, अन्तरक्रियाके माध्यमसे संवादहीनताहे तुरना प्रयास हुइटी रहल बा । मने सीमिति गतिविधिहुक्रे आम रुपमे समुदायमे सूचना प्रवाह हुई सेकल नइहो । बन्दाबन्दीके कारण सिजनमे पैना किसानके लाग मल अभाव दुसर विकराल समस्याके रुपमे विल्गाइल बा । वित्तीय संस्थाहुकनके गतिविधिमे आइल संकुचनसे आर्थिक विश्रृखलाता आई सेक्ना सम्भावना ओटरे बा ।

अइसिन सङ्गीन घडीमे स्वास्थ्यकर्मी, प्रहरी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि ओ आमनागरिक समाज ओ मिडियासे खेल्टी रहल भूमिकाके सराहना करे परठ । नेपाल सरकारसे अटरा चुनौतिपूर्ण अवस्थामे नेपालके राष्ट्रिय अखण्डताके पक्षमे अपनहे ठहरैले बा । यी सरकारसे कालापानी, लिपुलेक ओ लिम्पियाधुरा नेपालके हो कहिके नेपालके नयाँ राजनैतिक नक्शा जारी करले बा । नेपालके सक्कु पार्टी एकमतसे सरकार सार्वजनिक करल नक्शाके समर्थन करले बाटै । सार्वभौम संसदसे नेपालके नक्शासम्बन्धी संविधानके अनुसूचि संशोधनकार्य ऐतिहासिक रुपमे सम्पन्न करले बा । ओकरपाछे भारतसंगके संवादहीनता भारतके स्तन्त्रता दिवसके दिन (१५ अगष्ट) मे टुटल बा । सम्माननीय प्रधानमन्त्री केपि शर्मा ओली अपन कार्यकालमे गुमल भूभाग प्राप्त कैना बटैले बाटै ।

विवादके चुचुरोमे रहल मिलिनियमन च्यालेन्ज कर्पोरेशन (एमसिसि) हालहे टरल बा । यिहे अवधिमे राष्ट्रिय सभाके एक तिहाई सदस्यके निर्वाचन सम्पन्न हुइल बा । कोभिड १९ से सरकारी, गैरसरकारी ओ नीजि क्षेत्रके गतिविधिहे प्रभावित करले बा । कोरोना हरेकके लाग पहिल सवाल ओ सन्दर्भ बनल बा ।

२०७२ सालके महाभूकम्प पाछेक चार वर्षमे आम जनजीवन, प्रभावित परना करके फैलल कोरोना भाइरस एक्काइशौ शताब्दीके भयंकर महामारी हुके आइल बा । टमान देश कोरोना विरुद्धके भाइरस बनाइल दावी करलेसेफे आम प्रयोगमे आसेकल अवस्था नाइहो । अभिन दुई वर्षसम प्रभाव रहन अनुमानके कारणफे आम त्रास व्याप्त बा ।

पहल विश्वयुद्धके बेलामे युरोपमे व्याप्त स्पेनिस फ्ल्युसे ५ करोड व्यक्तिके ज्यान लेले रहे । बिफर, मलेरिया, हैजा, इन्सेफ्लाइटिस, म्यानेन्जाइटिस, स्वायनफ्ल्यु लगायतके टमान रोगके कारण लाखौलाख नेपालीके ज्यान गुमैले बाटै । जनस्वावस्थ्यके सन्दर्भमे नेपालके प्रगतिहे विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रशंसा करले बा । सहश्राब्दी विकास लक्ष्यके अनुसार, नेपाल लक्ष्य पुरा करले रहे । मिजल्स क्याम्पेनमे फेन नेपाल सफलता प्रापत करले रहे । कोरोना विरुद्ध फेन हम्रिहिनहे सफलता प्राप्त हुइना आशा करी ।

यकर लाग सत्तापक्ष, प्रतिपक्ष, सरकारी ओ गैरसरकारी पक्ष, निजी क्षेत्र, सार्वजनिक क्षेत्र, ओ आम नागरिकहुकनके सहकार्य ओ हातेमालो और कसकिल हुइना आवश्यक बा । जनस्वास्थ्यके सवाल सार्वजनिक सवाल रहल ओरसे मिलके कोरोना विरुद्ध लरनाके विकल्प नैहो । औरेहे धारे हात लगाके, समस्याके समाधान हुइना नाइहो, समुद्रमे तैरटीरहल लाउमे छिद्र परलपाछे कोइ फोंघ टुम्ना वा लाउमे भरल पानी फेकाए कहिके बैठ्ना हो कलेसे, लाउ डुब्के सबजे साथसाथे डुबके समाप्त हुइना अवस्था आइ सेकठ । हमार भारी छिमेकी देश चीन ओ भारतमे देखाइल संक्रमण ओ विश्वव्यापी प्रभावके तुलनामे न्युन असर देखैलेसे फेन काल्हेके दिनमे आइ सेक्ना भयावह अवस्थासे बच्ना फेन सक्कु सरोकारवाला पक्षहुक्रे सचेत, सजग ओ संगठित हुके जुर्मुराइ परठ ।

सरकारसे नानल नीति, तथा कार्यक्रम ओ संरचनाहे सघाइ परठ । व्यवस्थापनमे आवश्यक सिर्जनशील शैली अपनाके लामवद्ध हुइ परठ । किनारके साक्षी हुके, मुक दर्शक रना अवस्था नाइहो यी, अप्ने, अपन परिवार, छिमेक, गाउँ, समुदाय, पालिका, जिल्ला, प्रदेश ओ देशव्यापी रुपमे अपन तह ओ तप्कामे खट्ना जरुरी बा । कोभिड–१९ तमाशा नाइहो, यी कल्कह्रुवा (चटके)से जादु टुना लगाके फुमन्तर कैके भग्ना चिज फेन नाइहो । यी आम जनस्वास्थ्य समस्या हो, टबे अफवाहके पाछे नैलाग्के, किहुहहे लागे नैडेना ओ स्थापित स्वास्थ्य अनुभवके आधारमे अनुशासित हुके सामना करनाके विकल्प नैहो । मानवताके रक्षाके लाग हातेमालो करी, कोराना विरुद्ध उठी । जय होस् ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू