प्रदेशमे भासा सिफारिससे हुइल हलचल

भाषा आयोग इहे अठवार कौन प्रदेशमे कौन भासा बेल्सना कहिके सिफारिस कर्ले बा । भाषा आयोगके सिफारिस करल अन्सार लुम्बिनी ओ सुदूरपश्चिम प्रदेशमे थारु भासा सिफारिस कैगैल बा । इ सिफारिसमे असन्तुष्टि जनैटि रानाथारू समुदायके टमाम संघसंस्थासे आन्दोलनके घोसना कैगिल बा ।
रानाथारू समुदाय सुदूरपश्चिमके सरकारी कामकाजी भासामे रानाथारु भासा हालिसे हालि थपक् माग करले बावै । भाषा आयोगसे संबिधानसे डेहल आधार ऐतिहासिक आधार नैहेरके केक्रो दबाबमे निर्नय करल कहटि उ निर्नय नैमन्ना कहिके विरोध कैटी चरणवद्ध रुपमे आन्दोलन कैना निस्कर्ष निकरले बाटै ।
भाषा आयोगके सिफारिसमे राना थारु समुदाय किल नाहि कि प्रदेश १ ओ २ से लेके गण्डकी प्रदेशसमके थारु असन्तुष्ट बाटैं । प्रदेश २ के थारुलोग यम्ने आपत्ति जनैटि कार्यक्रम कर्टि बाटै । गण्डकी प्रदेशमे रहल नवलपुरके थारुलोग थारु आयोगमे ग्यापन पत्र बुझाके विरोध जनैना कार्यक्रम तय कैले बाटैं ।
राज्य पुनसंरचनाके क्रम हेर्ना हो कलेसे थारुन् अल्पमतमे पारक लग सक्कु प्रदेशमे बँट्वारा कैगैल । थरुहट प्रदेश नैडेगैल । अब्बे कैलाली, कन्चनपुरके थारुन् सुदूरपश्चिम प्रदेशमे गभ्लेसे फेन लुम्बिनी ओ सुदूरपश्चिम प्रदेशमे भाषा आयोगसे जो थारु भासा सिफारिस हुइनाके कारन भासिक रुपले थारु एक बटाँ कना जगजाहेर हुइल बा । ओहेसे राज्य पुनसंरचनाके क्रममे राज्य फुटैलेसे फेन भासिक, सांस्कृतिक रुपले थारु एकजुट हुइना चाहि कना सन्डेस अब्बे भाषा आयोगके सिफारिस डेले बा ।
इ बाट फेन जगजाहेर बा कि राना थारुन् तात्कालिन ओली सरकार छुट्टे जातिके पहिचान डे सेक्ले बा । भाषा आयोग सुदूरपश्चिम प्रदेशमे राना थारु भासा सिफारिस कर्ना आश्वासन फेन डेले रहे । उहे अन्सार कान्तिपुर दैनिकमे समाचार फेन आइल रहे । मने हालके प्रधानमन्त्री शेरबहादुर देउवाहे आयोग प्रतिवेदन बुझाइबेर सुदूरपश्चिम प्रदेशमे राना थारु भासा नैआके सोझे थारु भासा किल सिफारिस हुइल बा । ओसिन टे १ नम्बर प्रदेशमे बान्तवा भासा सिफारिस होके फेन अन्तिम प्रतिवेदन बुझाइबेर बान्तवा फेन कट गैल । इहिले भासामे राजनीति हुइठ कना डेखाइठ ।
भाषा आयोगके इ अन्तिम सिफारिस नैहो । ओहेसे राना लगायत पुरुबके थारु अब्बहि अक्टाइ पर्ना कोइ जरुरि नैहो । रेडियो नेपालसे अब्बे फेन पुरुब ओ पश्चिउँके भासामे समाचार प्रसारन हुइटि बा । कौनो समय रेडियो नेपाल सुर्खेतसे राना थारु भासामे फेन समाचार प्रसारन हुइलक जो हो । ओहेसे पुरुबके थारु भासा, डंगौरा ओ राना थारु भासा सरकारी कामकाजके भासाके स्वतः हकदार रहल नजिर बन सेकल अवस्थामे थारुन् फुटैना सरकारके नीतिसे समयमे सचेत हुइक चाहि ।
२०७८ सालके जनगरनाले फेन औरे बेरिक भासा सिफारिसमे असर पर्ना हुइल ओर्से बेन अप्कि सक्कु जाने अपन भासा थारु लिखाइ, थारु बोलि बेल्सि । केन्द्र सरकार सिफारिस करे या ना करे थरुहटकेन्द्रित स्थानीय पालिकालोग आअपन क्षेत्रमे थारु कामकाजी भासा बनैना स्वतन्त्र बाटै । रानाथारु समुदाय लगायत अन्य समुदाय केन्द्रके कानेम झिंर गोझ्नाके संगसंगे आपन बहुमत रहल क्षेत्रके पालिकामे भासा लागु करैनामे कनफोर मचाइ परल ।
