रानीजमरा कुलरिया सिँचाइ आयोजनामे १४ करोडके क्षति
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १३ कार्तिक । कैलालीके रानीजमरा आयोजनामे १४ करोडके क्षति हुइल प्रारम्भिक अनुमान करल बा । बेमौसमी वर्षासंगे कर्णाली लडियामे आइल भीषण बाढके कारण बाढसे तटबन्ध पुहाइबर रानी जमरा कुलरिया सिँचाइ आयोजनाके किल करिब १४ करोडसे ढिउर क्षति हुइल प्रारम्भिक अनुमान रहल बा ।
आयोजनाके नहर सर्भिस रोड ओ तटबन्धमे बाढसे क्षति पुगाइल हो । वर्षौसे कर्णाली लडियाके बाढके पीडा खेप्न बाध्य स्थानीय लडिया किनारमे तटबन्ध बनलपाछे बाढके जोखिमसे मुक्ति पैना कना आशमे रहिट । मने इ बेरके बेमौसमी वर्षासंगे कर्णाली लडियामे आइल भीषण बाढके कारण ठाउँठाउँमे तटबन्ध भटक्कके बस्तीमे डुबानमे परलपाछे त्रास झन् थपल बा ।
कर्णाली लडियासे खैरेनी चिसापानी क्षेत्रमे करिब एक सय मिटर तटबन्ध कटान कैके आयोजनाके मुल नहरमे अत्याधिक पानी पैठके क्षति पुगाइल आयोजना जनैले बा । प्रारम्भिक सर्भेके आधारमे क्षति अनुमान करल आयोजनाके सिनियर डिभिजन इन्जिनियर विदुर श्रेष्ठ बटैलै ।
‘आयोजजनासे बनाइल संरचनामे क्षति हुइल नैहो । तटबन्धमे क्षति हुइल बा,’ उहाँ कहलै । ओहकान अनुसार मुल नहरके करिब १० मीटर ओ लम्की विस्तार नहरमे करिब २५ मीटर लाइनिङ प्यानल फुटैले बा कलेसे रानी जमरा कुलरिया शाखा नहरके मुहानमे क्षति पुगल बा ।
ओस्टके, टीकापुर नगरपालिकाके शाहीपुर क्षेत्रसे तटबन्ध फुटाके कर्णाली लडिया बस्ती ओर जाके हुलाकी राजमार्गके सत्ती क्षेत्रमे करिब ३ सय मिटर डगरा पुर्ण रुपमे क्षति पुगल बा । सिनियर डिभिजन इन्जिनियर श्रेष्ठ कहलै, ‘शाहीपुरके तटबन्ध निर्माणाधीन अवस्थामे रहे । १२ मीटर चौडाइके बने पर्ना तटबन्ध ६ मीटर किल बनल रहे । ओहैसे तटबन्ध फुटल ।’ रानी जमरा कुलरियाके सिञ्चित क्षेत्रके करिब २ किलोमीटर सर्भिस रोडमे क्षति पुगल ओ सत्तीसे खक्रौलासम रहल बक्स तथा ह्युमपाइप कल्भर्टमे फेन क्षति पुगल उहाँ बटैलै ।
कर्णाली लडियामे ४२ किलोमीटर जत्रा तटबन्ध बनाइ पर्नामे करिब ३५ किलोमीटर किल निर्माण सम्पन्न हुइल रहे । नैबनल ओ बन्ना क्रममे रहल ठाउँसे कर्णाली लडिया बस्ती ओर छिरल सिडिइ श्रेष्ठ बटैलै । ओहकान अनुसार कर्णाली लडियाके चिसापानीमे करल मापन अनुसार पानीके सतह ढिउर रहल ओरसे फेन कर्णाली लडिया क्षति पुगाइल हो । लडियाके वार्निङ लेभल ९.८ मिटर ओ डेन्जर लेभल १०.५ मीटर रहल बा । पानीके सतह १३ मीटरसम पुगल उहाँ बटैलै ।
कर्णाली लडियाके पश्चिम भंगालोमे नदीजन्य पदार्थके अत्याधिक उत्खननसे लडियाके बहाव पश्चिम भंगालोमे आइल ओ लडियाके बिच बिचमे छोट छोट टिहरा निर्माण होके लडियाके पानी बहना क्षेत्र कम हुइ पुगल रहे । कर्णाली लडियाके पानी पैँठके रानी जमरा कुलरिया कुलुवामे फेन पानीके बहाव ढिउर होके इ क्षेत्रमे क्षति पुगल जनाइल बा । बाढसे आयोजनासे बनाइल संरचनामे क्षति नै पुग्लेसे फेन तारजाली ओ ढुंगासे बनाइल तटबन्धमे क्षति पुगल श्रेष्ठ बटैलै ।


