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बाढसे विस्थापित परिवारके विचल्लीमे

पहुरा | १६ कार्तिक २०७८, मंगलवार
बाढसे विस्थापित परिवारके विचल्लीमे

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १६ कात्तिक ।
कैलालीके भजनी नगरपालिका–७, हिम्मतपुरके शिवलाल चौधरीके सात जनहनके परिवार दुई महिनासे स्थानीय हिम्मतपुर सामुदायिक बनुवाके किनारमे टहरा बनाके बैठल बावै । मोहना लडियामे आइल बाढसे तीव्र कटान करेबर गैल ८ सावनमे विस्थापित हुइल ओहकान परिवार घर जाइ सेक्ना अवस्था नैहो ।

विस्थापित हुइल कुछ दिनमे घरबास रहल एक कठ्ठा जमिन लडिया काटसेकल बा । लडिया कट्नासे आघे अपनहे घर भत्काके सामान सुरक्षित ठाउँमे सारल चौधरीके परिवारके बसोबासके अन्य विकल्प नैहोके समस्या रहल बा । टहराके बसाइ ढिउर कष्टकर रलेसे फेन कहोरो जैना विकल्प नैरहल उहाँ बटैलै ।

‘घरबास लडिया काटके लैगिल । बचल कुछ धुर जग्गा लडियाके किनारमे परल ओरसे वहाँ घर बनाइ मिल्ना अवस्था नैहो ।’ चौधरी दुख सुनैलै, ‘घरटहरा बनैना अन्यत्र आपन जग्गा नैहो, हम्रे विचल्लीमे परल बाटी ।’

मोहनाके कटानसे घर जोखिममे परलपाछे विस्थापित स्थानीय जयराम चौधरीके परिवार हुलाकी राजमार्गके किनारमे त्रिपाल टाँगके बैठल बाटै । ओहकान घरबास फेन लडिया कटान करसेकल बा । कटान तीव्र होके लडिया अंगनामे पुगलपाछे उहाँ स्थानीयके सहयोगमे आपन घर भत्कैलै । कच्ची घरके काठपातलगायत सामान हिम्मतपुर सामुदायिक बनुवाके किनारमे राखके उहाँ राजमार्गमे सरल हुइट ।

घामपानी, हावाहुरी नैछेक्ना टहरामे बैठेबर साँप, किराफट्याङग्रा आदिके ओत्रे डरल रहल उहाँ बटैलै ।‘खानेपानी, शौचालयके ढिउर समस्या बा ।’ चौधरी कहलै, ‘विस्थापित छोट बालबालिका ओ बुढापाकाहुक्रे झन् सास्ती रहल बा ।’ घरबास बाढ पुहाइलपाछे कहाँ बैठ्ना कना अन्यौल रहल चौधरी दुखेसो पोख्लै ।

मोहना लडियाके कटानसे घर पुहाइ लागलपाछे विस्थापित हुइल हिम्मतपुर गाउँके १५ परिवार बिचल्लीमे परल हुइट । गैल सावनके पहिल अँठ्वार विस्थापित हुइल उहाँहुक्रे स्थानीय हिम्मतपुर सामुदायिक बनुवा ओ हुलाकी राजमार्गके आँजरपाँजर टहरा बनाके बैठ्टी रहल बाटै । घरबास लडियासे कटान करसेकल ओरसे उहाँहुक्रनके उठीबास हुइल बा । घरबास नैहोके अपनेहुक्रे विचल्लीमे परल पीडितके गुनासो रहल बा ।

जमिन कटान कैटी लडिया बस्तीमे सोझरलपाछे उहाँहुक्रे विस्थापित हुइल हुइट । लडिया कट्नासे आघे प्रहरी ओ स्थानीय मिलके जोखिममे रहल घर भत्काके सामान सुरक्षित स्थानमे सारल रहिट । लडिया काटे लागलपाछे आपन घर भत्काके विस्थापित हुइ परल पीडित किसनलाल चौधरी बटैलै ।

विस्थापित परिवार नगरपालिकासे त्रिपालबाहेक कौनो राहत ओ सहयोग नैपाइल गुनासो करले बाटै । बैठल ठाउँसे हटाइपाछे अपनेहुक्रे थप विचल्ली हुइना कहटी सुरक्षित बसोबासके व्यवस्थाके लाग पहल कैडेना उहाँहुक्रे सरोकारवालाहे आग्रह करले बाटै । सुरक्षित घरबासके व्यवस्था कैडेना आग्रह कैटी अपनेहुक्रे जिल्ला प्रशासन कार्यालयमे फेन गैल जयराम बटैलै ।

प्रमुख जिल्ला अधिकारी स्थलगत अनुगमन कैके आवश्यक सहयोग कैना आश्वासन डेहल स्थानीयके कहाइ बा । घरबास किल रलेसे फेन सरकारसे उपलब्ध कराइ पर्ना ओइनके माग रहल बा ।‘स्थायी रुपमे सडकमे बैठ्ना संभव नैहो । ओहेमारे घर बनाइक लाग हुइलेसे फेन हम्रहीनहे जग्गा डेहक परल,’ जयराम कहलै ।

वडाध्यक्ष अमरबहादुर कठरिया विस्थापितहे अस्थायी रुपमे बनुवक किनारमे बैठे डेना आग्रह कैटी नगरपालिकासे प्रशासन ओ वन कार्यालयहे पत्राचार करल बटैलै । घरबास कटान हुइल विस्थापितहे पहिलेक ठाउँमे जैना अवस्था नैरहल उहाँ बटैलै ।

मोहना लडियाके बाढ गाउँमे डुवान कैना हुइल ओरसे बाढ रोक्न स्थानीय चरुवा उठैले रहिट । इ बरसके बाढसे चरुवा फेन पुहैले बा । लडियाके धार फेरल ओरसे आब गाउँ फेन सुरक्षित नैरहल हिम्मतपुरके भल्मन्सा बालकिसन चौधरी बटैलै । लडियामे तटबन्ध नैहोके कुछ बरस यहोर करिब २० विघा जमिन कटानमे परल स्थानीयके कहाइ बा ।

‘लडिया धार फेर्टी गैल ओरसे गाउँ सुरक्षित नैहो । तटबन्ध नै बनैना हो कलेसे गाउँ नै विस्थापित होजाइ ।’ उहाँ कहलै, ‘पुरा गाउँ जोखिममे परल ओरसे यहाँके जनप्रतिनिधि, स्थानीय निकाय, प्रशासन सक्कु जनहनहे तटबन्ध बना डेना आग्रह करले रही । सक्कु जाने आश्वासन डेलै मने योजना नैआइल ।’ स्थानीयके अनुसार हिम्मतपुर गाउँमे एक सय एक परिवारके बसोबास रहल बा ।

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