थारु राष्ट्रिय दैनिक
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थारु समुदायहे अन्तर्घात कहाँसम ?

पहुरा | २७ आश्विन २०७९, बिहीबार
थारु समुदायहे अन्तर्घात कहाँसम ?

रेशम चौधरी छुट्ना हल्ला पिटल दुई साता पहिले हो । टीकापुर मुद्दा खारेजीके समाचारसे सञ्चार माध्यममे मजेसे ठाउँ पैले रहे । सामाजिक सञ्जाल भरिभराउ रहे । नेपाली राजनीतिक वृत्तसे थारू गाउँमे रेशम चौधरी छुट्ना चर्चा माहौल ढिकैले रहे । रेशम चौधरी छुट्हि कि नैछुटहि कना आशंकाके बीचमे फेन थारूहुकनमे आशाके दिया बरल रहे । आब रेशम चौधरी सच्मे रिहा हुइहि टे ? रिहा हुइहि कलेसे कहिया हुइहि ? चुनाव आघे कि चुनाव पाछे ? थारूहुकनहे ललिपप डेखाइक लाग पो यी निर्णय हो कि ? का सच्मे टीकापुरके मुद्दा खारेज हुइ ? थारू गाउँमे सबसे ढेर चर्चा पाइल यिहे प्रश्न हो ।

टीकापुर लग्गेक एक गाउँमे टे रेशमहे स्वागत करेक लाग स्वागतद्वार निर्माण करले लागल सुनगिल । यद्यपि टमानजे आशावादी रलेसे फेन विश्वास करना भर हतार नैकरठैं । काहेकि रेशम चौधरी छुट्ना ओ टीकापुर मुद्दा खारेज हुइना चर्चा टमानचो चलल रहे । उ हल्ला पानीके फोकाजस्टे हेरागिल । रेशम चौधरीहे जेलमे कोचके सत्तासीन पार्टीसे हो । ओहे पार्टीके शीर्षस्थ नेताहुक्रे स्थानीय चुनावके बेला रेशम चौधरी निर्दोष हो, थारू निर्दोष बटैं, टीकापुर घटना राजनैतिक हो कटि कैलालीमे भाषण करलैं । मने चुनाव ओरैटिकिल रेशमहे बिस्रैलैं, थारूहुकनहे बिस्रैलैं, टीकापुर घटनाहे बिस्रैलैं ।

फेन अगहन ४ के प्रदेश ओ प्रतिनिधि सभा चुनाव लग्गे आइल ओरसे थारूहुकनके बीचमे जैना डगर खुल्ला करेक लाग किल ‘टीकापुर घटना खारेजी’ के हल्ला पिटल बुझाइ टमानके बा । कुछ समाचार माध्यम टे टीकापुर घटना खारेज करना सरकार निर्णय करल समेत लिखल । जबकि सरकार अइसिन कौनो निर्णय करले नैहो, प्रक्रिया आघे बहै्रना किल कले रहे । यदि सरकारसे निर्णय करल हो कलेसे सरकारी निर्णय सार्वजनिक करे परल ।

कौनो फेन राजनीतिक पार्टीसे टीकापुरके घटनाहे राजनैतिक बनैना पहल नैकरलपाछे रेशम चौधरी अपन गोसिनिया रञ्जिता श्रेष्ठ चौधरीके अध्यक्षतामे २०७८ पुस १९ गते अपन नागरिक उन्मुक्ति पार्टी दर्ता करलैं । पार्टी दर्ता करल दुई महिनामे यी पार्टी कैलालीके चार पालिकामे अत्यधिक मत प्राप्त कैके कैलालीके सबसे भारी पार्टीके रुपमे अपनहे नानल । अगहन ४ गते हुइना प्रदेश ओ प्रतिनिधि सभाके चुनावमे फेन यी पार्टी मजा परिणाम नन्ना सम्भावना प्रबल बा ।

विशेष कैके थारू गाउँमे बाट चलल बा रेशम चौधरीहे सरकार नैछोरि कलेसे हम्रे छुटाब । ढकियामे भोट डेके रेशमहे छुटाइ । कैलालीके बसन्ता गाउँके एक महिला किल, ‘यी पार्टीक् नेता कुछ काम करै चाहे ना करै, रेशम भर छुटजाइट ।’

उजुरीकर्ता कमरेडज्यू, अप्ने ओ अप्नके कथित उच्च जातकेहे सत्तामे पुगैना थारूके बलिदानी बिस्रैलि कि ? संकटकालमे तराईके थारूके घरमे सेल्टर लेके बचल बिस्रैलि कि ? थारूहुक्रे कपुवा भात, डोक्नीमे पिसल नोनमिर्चा भात खुवाइल बिस्रैलि कि ? अप्नेन्के डेखाइल सपना ‘थारूवान राज्य’ के थारूहुक्रे अपन ज्यान जोखिममे ढैके यी क्षेत्रमे काम करना ‘कमरेड’ हुकनहे जोगैलैं । काल्ह अप्नेन्के उठाइल मुद्दा थारूहुक्रे उठाइलमे, टोहाने सरकार थारूहे जेल काहे कोचल ? यी टे वैचारिक पतन नैहो का ? ओ थारूवान राज्यके नारा लगाइबेर हुइल टीकापुर दुर्घटनाके फेक अपराधी करार रेशमविरुद्ध उजुरी डेना थारूउप्परके ठगी नैहो का ?

अधिकांशहुक्रे बुझल बाट का के हो कलेसे, नागरिक उन्मुक्त पार्टी अर्थात् रेशम चौधरीके पार्टीसे ढेरसे ढेर पहिचान पक्षधर नेताहुकनहे जिटाके संसद् भवनमे पठैना बा । ता कि टीकापुर घटनाके छानबिन करना बनल लाल आयोगके रिपोर्ट, जोन रिपोर्ट सरकार लुकाके ढरले बा, उ रिपोर्ट सार्वजनिक करैना बा । रिपोर्टमे रेशम चौधरी केक्रो हत्या करल उल्लेख नैहो कना थारूहुकनमे विश्वास रहल बा । टबेमारे, उ रिपोर्ट सार्वजनिक हुइलपाछे सरकार रेशम चौधरीहे छोरहि परि ।

गाउँघरमे ढकियाके लहर डेख्के पहिलेसे सरकारी ढुकुटीमे मोज करल पार्टी डरैटि बा । ओइनके नेताहुकनके मुटु ठर्ठराइठिन । टबेमारे हो, नेकपा माओवादी केन्द्रके उम्मेदवार सुरेश पन्त रेशम चौधरीके उम्मेदवारी विरुद्ध उजुरी डेलैं । २०७९ असोज २३ गते डेहल रेशम चौधरीके उम्मेदवारी पहिलचो डेहल नैहो । यकरआघेक २०७४ के चुनावमे फेन उहाँ वारेसनामामार्फत् टीकापुरसे उम्मेदवारी डेले रहैं । ३४ हजार ३ सय ४१ मत प्राप्त कैके शानदार विजय प्राप्त करलैं । उ बेला फेन उहाँहे टीकापुर घटनाके दोषी करार करल रहे । मने उ बेला उम्मेदवारी डेहेबेर कोइ फेन उहाँ विरुद्ध उजुरी डेले नैरहे । काहेकि भूमिगत रहल रेशम चौधरी चुनाव जिटे सेक्हि कना शासकहुक्रे अनुमानसमेत करले नैरहैं ।

अब्बे ओहे रेशम चौधरी हुइट वारेसनामामार्फत् बर्दिया निर्वाचन क्षेत्र नं २ से उम्मेदवारी दर्ता करैलैं । अब्बे उहाँक उम्मेदवारी विरुद्ध जाहेरी परल बा । सम्भवतः उजुरीवाला थाहा पासेकल बटै कि रेशम चौधरीके जीत सुनिश्चित बा । चुनावी मैदानमे उत्रना पहिले उहाँ रेशमके जीत डेखसेकल बटैं । यद्यपि जीत ओ हार चुनावपाछे थाहा हुइना विषय हो । मने थारूबहुल बर्दियाके क्षेत्र नं. २ के जनताके मनमनमे रेशम बटैं ओ बा, ढकिया ।

आम थारूहुक्रे ठानसेकल बटैं कि रेशमहे छुटाइक लाग हुइलेसे फेन भोट ढकियामे डेहेपरि । भारी कहल नेताहुकनके भाषण (गफ) जस्टे नैहान, थारूहुकनके यी कहाई । उहाँहुक्रे ढकियामे भोट डरना प्रतिबद्ध बटैं । रेशम चौधरी, लक्ष्मण थारू लगायत झुठा मुद्दा लगाइल थारूहुकनहे छुटैना प्रतिबद्ध बटैं । टीकापुर घटनाहे सरकारी तबरसे राजनैतिक घोषणा करैना प्रतिबद्ध बटैं । थारूहुकनके न्यायिक आन्दोलनमे साथ दिन गैरथारू अर्थात् पहाडीहुक्रे हातेमालो करटि संगसंगे नेंगटि बटैं ।

उजुरीवाल व्यक्ति उ पार्टीके उम्मेदवार हुइट, जोन पार्टी थारूहुकनहे थारूवान राज्यके सपना डेखैले रहे । थारूहे मुख्यमन्त्री बनैना सपना बट्ले रहे । थारूहे दासत्वसे मुक्ति करना, राज्यके हरेक निकायमे थारू लगायतके पाछे पारल सक्कु जाति वर्गके समान प्रतिनिधित्व करैना एजेण्डा बोक्ले रहे । ओहे थारूवान राज्य प्राप्तीके लाग हजारौं थारूहुक्रे अपन जीवन आहुति डेलैं, बेपत्ता हुइलैं, अंगभंग परलैं । थारू महिला बलात्कृत हुइलैं ।

का थारूवान राज्यके नारा फगत सपना किल रहे ? नैरहे कलेसे, कैलाली–कञ्चनपुर सहितके थारूवान राज्यके नारा लगैना पार्टी प्रतिनिधि सभाके लाग काहे एक जाने फेन थारू प्रत्यक्ष उम्मेदवार नैबनाइल ? का थारूहुक्रे बन्दुक ओ बारुद बोक्न किल योग्य रहैं ? का थारूहुक्रे दुश्मन (तत्कालीन शाही सेना ओ पुलिस) संग लरना किल सक्षम रहैं ?

उजुरीकर्ता कमरेडज्यू, अप्ने ओ अप्नके कथित उच्च जातकेहे सत्तामे पुगैना थारूके बलिदानी बिस्रैलि कि ? संकटकालमे तराईके थारूके घरमे सेल्टर लेके बचल बिस्रैलि कि ? थारूहुक्रे कपुवा भात, डोक्नीमे पिसल नोनमिर्चा भात खुवाइल बिस्रैलि कि ? अप्नेन्के डेखाइल सपना ‘थारूवान राज्य’ के थारूहुक्रे अपन ज्यान जोखिममे ढैके यी क्षेत्रमे काम करना ‘कमरेड’ हुकनहे जोगैलैं । काल्ह अप्नेन्के उठाइल मुद्दा थारूहुक्रे उठाइलमे, टोहाने सरकार थारूहे जेल काहे कोचल ? यी टे वैचारिक पतन नैहो का ? ओ थारूवान राज्यके नारा लगाइबेर हुइल टीकापुर दुर्घटनाके फेक अपराधी करार रेशमविरुद्ध उजुरी डेना थारूउप्परके ठगी नैहो का ?

रेशम विरुद्धके उजुरी एक व्यक्ति विरुद्धके किल उजुरी नैहो । पहिचानके आवाजहे उठे नैडेना उजुरी हो । न्याय ओ समानताके आवाजहे उठे नैडेना उजुरी हो । यी उजुरीसे १० वर्षे महान जनयुद्ध हाँकल पार्टीके गरिमा ओ उजुरीकर्ता ‘कमरेड’ उप्पर अनगिन्ती प्रश्न करना वातावरणके सिर्जना हुइल बा ।

(लेखिका प्रतिनिधि सभाओर नागरिक उन्मुक्ति पार्टीके समानुपातिक सूचीमे रहल बटि ।)

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