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पढाई छोरटि मुक्त कमैयँनके लर्का

पहुरा | १६ मंसिर २०७९, शुक्रबार
पढाई छोरटि मुक्त कमैयँनके लर्का

सागर कुस्मी
कन्चनपुर, १६ अहगन ।
जिल्ला कञ्चनपुर शुक्लाफाँटा नगरपालिका–८, नौखरीके मिलन चौधरी पढाइ लिखाइमे बहुत मेहनटी रहिंट । हुँकार पढाइ, मेहनत डेख्के डाइबाबा फेन बहुट खुशी रहिंट । मने हुँकार उ खुसी ढेर दिन नैटिकल ।

बाबा धनिराम चौधरीके एकठो छाइ ओ डुइठो छावा बटिन । घरक स्थिति कम्जोर हुइलेसे फेन अपन लर्कापर्कन मंजुरी ढटुरी कैके पर्हैटी रहिंट । समयके बड्लाउसंगे धनिरामके स्थिति साथ नैडेलिन । अपने नैपर्हल लिखल रलेसे फेन लर्कापर्कनहे पर्हा लिखाके मजा ठाउँमे जागिर लागल डेख्ना सपना सोंचमे सीमित रहिगैलिन ।

एक्ठो छाइ रहिन उहो फेन ७ मे पर्हटी पर्हटी स्कुल छोरे पर्लिन । बर्का छावा मिलन चौधरी ८ कक्षा मन्से ओ छुट्की छावा सुनिल चौधरी ६ कक्षा मन्से पढाइ छोरे पर्लिन । एकओर लर्कापर्कनके पढाइ खर्च, डोसर ओर घरक खानखर्च पुगैना दिन भरिक मंजुरी कैके खर्च पुगैना सोंचल हस जिनगी चलैना ओत्रा लिरौसी नैरहल उहाँक कहाइ बा ।

घरक आर्थिक स्थिति कम्जोर हुइलेक ओर्से बीचमे पढाइ नैसेकल धनिराम चौधरी बटैठैं । अब्बे उहाँके छावन डुनु जाने भारतमे काम कर्टी रहल बटैलैं । उहाँ कठैं, समयमे लर्कनके पढाइ खर्च नैपुगाइ सेक्के लर्कनहे स्कुल छोरे पर्लिन, बहुत दुःख लागठ लर्कनके भविस्य डेख्के ।

ओस्टेके, ओहे गाउँक श्याम रानाके छावा घुम्मन राना फेन ५ कक्षा मन्से पढाइ छोरे पर्लिन । घुम्मन फें पढाइमे बहुत टगरा रहिंट । मने घरक आर्थिक स्थिति कम्जोर हुइलेक मारे स्कुल छोरल घुम्मन राना बटैठैं । उहाँ कठैं, मोर पर्हना बहुत इच्छा रहे । पर्हके भारी मनै बन्ना सपना रहे । मने का कैना हो मोर भाग्री कना हो कि फुटल करम ।

ओस्टेकेल बाँधुराम चौधरीके फें डुइठो छाइ रहिन । उहाँ फेन खर्च लगाइ नैसेक्के अपन लर्कनहे पढाइ नैसेक्लैं । समयमे लर्कनहे शिक्षासे बन्चित हुइलमे उहाँके लर्का फेन अपन संगे मज्दुरी करे पर्ना अवस्था रहल बटैलैं ।

नौखरी शिविर एक मुक्त कमैया बस्ती हो । जहाँ ७ सौ से ढेर घर परिवारके बसोबास बा । ढेर जैसिन कमैयनके लर्कापर्का स्थिति कम्जोर हुइलेकमे छोटे उमेरमे भोज करे पर्ना ओ स्कुल छोरे पर्ना बाध्य हुइठैं । दिनभर मंजुरी कैके सानबिहान छाक टर्ना टे ढौढौ परठ, लर्कन कैसिक पर्हैना हो, पुर्व भलमन्सा बाबुराम चौधरी बटैठैं ।

भलमन्सा बाबुराम कठैं, इ नौखरी कमैयाँ बस्तीमे ८ ओ ९ वडा मिलाके ७ सौ से ढेर घरढुरी बा । बिल्ले मनैनके लर्का १० कक्षा सम पर्हे सेक्ठैं, नैकी ढेर जैसिन लर्का बीचमे छोरके भारत ओर काम करे चल्डेठैं । उहाँ अपन लर्कनहे सम्झटी कठैं, मै फेन अपन लर्कन ढेर पर्हाइ नैसेक्नु । ३ ठो छावन सक्कु जाने अब्बे जेहोंर टेहोंर काम कर्टी रहल उहाँके कहाइ बा ।

नौखरी कमैयाँ बस्तीमे धनिराम, बाबुराम लगायत सयौं कमैयनके छाइछावा पढाइसे बन्जित हुइटी बटैं । समयमे पूरा शिक्षा नैपाके टमान लर्कनके भविस्य नाजुक हुइल बटिन । नौखरी कमैयाँ बस्ती एसएलसी पास हुइल लर्का खोज्लेसे बिल्ले अंगरीमे गनेसेक्ना किल मिल्ठैं । प्लसटु ओ बेच्लर पर्हना लर्का खोज्ले नै मिल्ठैं, बाबुराम चौधरी बटैठैं ।

नौखरी मुक्त कमैयाँ बस्ती राजमार्ग कलुवापुर चोकसे २ किलोमिटर उत्तर परठ । टमान ठाउँसे आइल मुक्त कमैयँन साँझ बिहान मंजुरी कैके जिनगी गुजर्टी आइल बटैं ।

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