थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ थारु सम्बत २७ सावन २६४९, सोम्मार ]
[ वि.सं २६ श्रावण २०८२, सोमबार ]
[ 11 Aug 2025, Monday ]
‘ कैलाली कारागार घटनाः ’

दोषीहे कार्वाहीके माग कैटी जाहेरी डेके आफन्तसे मृतक भरत चौधरीके शव बुझलै

पहुरा | २६ श्रावण २०८२, सोमबार
दोषीहे कार्वाहीके माग कैटी जाहेरी डेके आफन्तसे मृतक भरत चौधरीके शव बुझलै

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २६ सावन ।
कैलाली कारागारमे हुइल हिंसात्मक आक्रमणमे मारल भरत चौधरीके आफन्तहुक्रे हत्याराहे कार्वाहीके लाग जिल्ला प्रहरी कार्यालय कैलालीमे जाहेरी डेटी चार दिनपाछे शव बुझले बटै ।

जिल्ला प्रशासन कार्यालय कैलालीमे प्रमुख जिल्ला अधिकारीसहितके छलफलमे ओइनके ढारल माग सम्बोधन हुइना आश्वासनपाछे लास बुझल हुइट । मृतकके परिवारसे हत्यामे संलग्न कैदीबन्दीके पहिचान करके कारबाहीके दायरामे ल्यानेपर्ना, उहाँक १५ वर्षीया छाईनहे सरकारसे निःशुल्क शिक्षाके व्यवस्था करेपर्ना लगायतके माग ओइने प्रमुख जिल्ला अधिकारी गोगन हमालहे सुनैले रहिट ।

प्रमुख जिल्ला अधिकारी हमाल माग सम्बोधन कैना तयार हुइलपाछे अपनेहुक्रे लाश बुझल मृतकके भैया विजय चौधरी बटैलै । छलफल पाछे जिल्ला प्रहरी कार्यालयमे मृतकके परिवारसे जाहेरीफे डेले बटै । उ जाहेरी दर्ता हुके अनुसन्धान आघे बढसेकल जिल्ला प्रहरी कार्यालय कैलालीके प्रमुख प्रहरी उपरीक्षक बाल नरसिंह राणा बटैलै ।

लागुऔषध मुद्दामे ६ महिनास कैद भुक्तान करटी रहल चौधरीके कारागारभिटरे कैदीबन्दी समूहबिच झडपमे घाहिलपाछे उपचारके ल्यानलबेला डाक्टर मृत घोषणा करल रहे । कारागारके पुरुष ‘ए’ ब्लकमे रहल कैदीबन्दीके समूहसे भित्ता फुटाके ‘बी’ ब्लकमे रहल चौधरीसहितके ४९ जाने कैदीबन्दीउप्पर साङ्घातिक आक्रमण करल रहिट ।

रातके सेती प्रादेशिक अस्पताल पुगाइल चौधरीहे चिकित्सकसे मृत घोषणा करल रहिट । यी आघे सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे मृतकके परिवारहे ५ लाख उपलब्ध करैना निर्णय करसेकल बा । मृतकके १५ वर्षीया छाई अब्बे ८ कक्षामे पह्रटी बटी ।
ह्मालसे धनगढी उपमहानगरपालिकासे मृतकके छाईनहे पह्रैना बचन डेसेकल ओ सहयोगके लाग अपने अन्य संघसंस्थामार्फत पहल कैना मौखिक प्रतिवद्धता जनैले बटै । ‘धनगढी उपमहानगरपालिकासे मृतकके छाईहे निःशुल्क पह्रैना व्यवस्था मिलैना कहल बा ।

प्रमुख जिल्ला अधिकारीके हैसियतमे मै फे पहल करम । टमान संघसंस्थासे सहयोग करही,’ हमाल छलफलके क्रममे मृतक चौधरीके परिवारसंग कहलै, ‘उहाँहे कुटपिट करके हत्या कैना कैदीबन्दीके पहिचान करके कानुन बमोजिम कारबाही करबी ।’
कारागारभिटर हुइल हिंसात्मक घटनाके अनुसन्धान करके दोषीहे कारबाहीके दायरामे ल्यन्ना उहाँ बटैलै ।

घटनाके सूक्ष्म अनुसन्धान करके कुटपिटमे संलग्नहुकनहे थप कारबाही कैना बटाइलपाछे ओइने शव बुझ्न सहमत हुइल बटै । घटनाके छानबिनके लाग सहायक प्रमुख जिल्ला अधिकारी किरण जोशीके नेतृत्वमे समेत पाँच सदस्यीय समिति गठन करल बा ।
उ समितिमे नेपाल प्रहरीका प्रहरी नायव उपरीक्षक राजकुमार सिंह ओ सशस्त्र प्रहरीका प्रहरी नायव उपरीक्षक जनकराज पन्त सदस्य बटै ।

ओस्टेक अनुसन्धान अधिकृत दीपेन्द्र सिंह ओ जिल्ला प्रशासन कार्यालयके प्रशासकीय अधिकृत शिवराज जोशीफे सदस्य बटै । समितिहे १० दिनके समय डेहल बा । हाल जिल्ला कारागार कैलालीके अवस्था सामान्य बन्टी गैल स्थानीय प्रशासन जनैले बा ।

भरतके परिवारहे प्रदेश सरकारसे पाँच लाख डेना निर्णय

कारागार कार्यालय कैलालीमे सावन २३ गते कैदी बन्दीहुँक्रनबीच हुइल झै–झगडाके घटनामे मृत्यु हुइलक कैदी भरत चौधरीके परिवारहे राहतस्वरुप प्रदेश सरकारसे रु. पाँच लाख आर्थिक सहायता उपलब्ध करैना जनागिल बा ।

सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे कारागारलगायतके समग्र आन्तरिक सुरक्षाके विषयमे समन्वयकारी भूमिका निर्वाह कैना सन्दर्भमे माननीय मुख्यमन्त्री कमलबहादुर शाहके उपस्थितिमे सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रहरी ऐन, २०७९ के दफा ९१ बमोजिमके प्रदेश सुरक्षा समितिके बैठक बैठके आर्थिक सहायता उपलब्ध निर्णय करल हो ।

सुदूरपश्चिम प्रदेश सुरक्षा समितिके सदस्य सचिव आमोद दाहाल आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्रालयसे उ निर्णय करल सार्वजनिक विज्ञप्ती जारी कैटी उ जानकारी डेहल हुइट । उ घटनामे हुइल घाहेलके सरकारी खर्चमे उपचार कैना व्यवस्था मिलैना, कारागार भिटर हेलोजन लाइट, सि.सि क्यामरा शिघ्र जडान कैना ओ कारागारके छानालगायतके आवश्यक मर्मत सम्भारके कार्य आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्रालयसे तत्काल सुरु कैना प्रदेश सुरक्षा समितिक सदस्य सचिव दाहाल जनैलै ।

विज्ञप्ती मार्फत कारागार प्रशासन ओ आन्तरिक मामिला तथा कानुन मन्त्रालयके समन्वयमे कारागार सुरक्षाके लाग तत्काल आवश्यक पर्ना उपकरण तथा साधन व्यवस्थापन कैना, वर्तमान अवस्थामे कारागारमे डेखल सुरक्षा व्यवस्थापन सम्बन्धमे डेखल समस्या समाधानके लाग कारागार ऐनमे आवश्यक सुधारके लाग संघीय सरकारहे अनुरोध कैना उहाँ जनैलै ।

कैलाली कारागार भिटर रहल कैदीबन्दीके संख्या उ कारागारके क्षमतासे झण्डे पाँच गुणा ढेर डेखल (क्षमता १७५ जानेक रहल ओ हालके मितिमे ६९९ कैदीबन्दी रहल ओकर कारण उत्पन्न सुरक्षा चुनौती न्यूनीकरण कैना कारागारके क्षमता अनुसार कैदीबन्दी व्यवस्थापनके लाग कारागार विभागसँग समन्वय कैना सचिव दाहाल जनैलै ।

कारागार भिटर जैना खाद्यान्न टिना तथा अन्य वस्तुके निगरानी ओ चेकजाँच बह्रैना कारागार प्रशासन ओ सुरक्षाकर्मीहुकनहन प्रमुख जिल्ला अधिकारी मार्फत निर्देशन डेना, कैदीबन्दीक संख्यासे हालके कारागारके क्षमता बहुट कम रलक कारण सुरक्षा चुनौती उच्च डेखल सन्दर्भमे कारागारके क्षमता वृद्धि कैना ओ सुविधासम्पन्न कारागारके पूर्वाधार तथा खुला कारागारके अवधारणा कार्यान्वयन करेक लाग संघीय सरकार समक्ष अनुरोध कैना कहल बा ।

प्रदेश सरकार आन्तरिक मामिला तथा कानुन मन्त्रालय ओ कारागार प्रशासनवीच समन्वय करके कारागार भिटर कैदीबन्दीहुकनहे मनोवैज्ञानिक परामर्श ओ सकारात्मक सोच विकास कैना खालके कार्यक्रम सघनरुपमे संचालन कैना ओ कैदीबन्दीके लाग पुस्तकालय सुविधा उपलब्ध करैना कहल बा ।

कारागार सुरक्षार्थ खटना सुरक्षाकर्मीहुकनहे तीन–तीन महिनामे अदली बदली कैना व्यवस्था मिलैना, कारागार कार्यालय, कैलाली लगायतके प्रदेशभिटरके कारागारमे भोजनगृह, स्नानगृह ओ शौचालय निर्माण तथा मर्मत कार्यहे आन्तरिक मामिला तथा कानून मन्त्रालय, सुदूरपश्चिम प्रदेश मार्फत आघे बह्रैना विज्ञप्तीमे जानकारी डेहल बा ।

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