सुदूरपश्चिम प्रदेशमे गैल कुवाँर १ गते ओर आइल बाढके कारण ढेर धनजनके क्षति हुई पुगल रहे । प्रदेशके पहाडी भु–भागमे पहिरो गिरके बहुट जानेक अकालमे ज्यान गुमैना बाध्य हुइलै । टमान परिवार घरवारविहिन हुइलै । ओस्टेक प्रदेशके तराई
मुलुकके चित्र कैसिन बनैना कहिके देशभर आन्दोलन हुइटी रहे । उ राजनीतिक आन्दोलन रहे । थरुहट/थारुवान राष्ट्रिय मोर्चा यी ठाउँके पहिचान, नाउँ थरुहट/थारुवान प्रदेश हुई परल कहिके आन्दोलन सुरु करल रहे । दुसर पक्ष अखण्ड सुदूरपश्चिम प्रदेश
नेपालके पश्चिमी जिल्ला विशेष करके दाङ, बाँके, बर्दिया, कैलाली ओ कञ्चनपुरमे व्याप्त रहल कमलरी प्रथाके मानव अधिकारके क्षेत्रमे क्रियाशील टमान नागरिक अगुवा तथा संघ संस्था समेतके संयुक्त तथा निरन्तर अभियान ओ दवावके परिणामस्वरुप कमलरी
कमैयाहुक्रे दासत्वके जंजिरसे मुक्ती पाइल २१ बरस पुरा हुइल बा । कमैया मुक्ती घोषणा हुइल २२औ बरस लागेबेरफे चार जिल्लामे अभिन २ हजार ३ सय ७५ जाने पुनर्स्थापनासे वञ्चित बटै । सरकार कमैयाहुकन २०५७ साल सावन २ गते मुक्ती घोषणा करेबेर
पुथ्वीमे गोर टेकलक हमार २० बरस पुगल । जौन बेला मुलुकमे सशस्त्र जनयुद्ध खोबसे चर्कल रहे । सक्कु ओर डर त्रास, आर्थिक मन्डी रहल बेला पहुरा पत्रिकाके सुरुवाट हुइल रहे । अर्थात हमार खास जलम २०५९ चैत्र २६ गते कैलालीसे सुरुवाट हुइल रहे ।
हलिया मुक्तिके १३ बर्ष हुइलेसेफे पुनर्स्थापना कार्यसे पुर्णता नइपैना दुःखके बाट हो । मुक्त घोषणापाछे अभिन २० प्रतिशत मुक्तहलिया पुनर्स्थापना हुइना बाँकी रहल बटै । राष्ट्रिय मुक्तहलिया महासंघके केन्द्रीय कार्यालयसे सुदूरपश्चिम
जनतासे प्रतिनिधि रोजे पैना लोकतान्त्रिक हक अधिकारहे सुनिश्चित कैना यिहे वैशाख ३० गते स्थानीय तह सदस्यके आवधिक निर्वाचन हुइना बा । स्थानीय तह निर्वाचनमे भाग लेना कहिके दर्ता हुइल ७९ ठो राजनीतिक दल मन्से जम्मा ६५ ठो राजनीतिक दल चुनावी
देशमे संघीय लोकतान्त्रिक गणतन्त्रात्मक व्यवस्थाके स्थापना हुइलसंगे राजनीतिक रुपान्तरणफे हुइल बा । यी संग्गे उपलब्धी संस्थागत हुइना देश सामाजिक आर्थिक सक्कु क्षेत्रमे रुपान्तरण खोज्ले बा । समाजमे महिला, पुरुष, यौनिक तथा लैङिक