थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २० कार्तिक २६४९, बुध ]
[ वि.सं १९ कार्तिक २०८२, बुधबार ]
[ 05 Nov 2025, Wednesday ]

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युवा शक्ति ओ थरुहट आन्दोलनके तयारी

युवा शक्ति ओ थरुहट आन्दोलनके तयारी

२०७२ भदौ ७ ओ ८ गते टीकापुर आन्दोलनके पाछे थरुहट/थारुवान आन्दोलनके भौगर बुट गइल हस रहे । काजेकि शासकलोग थारु समुदायके मनैन् छान छान पकरके, ढरपकर कइके साटो हेरुवा डेले रहिट । मने करिब ४२ मैन्हक जेल जिन्गि पाछे लक्ष्मण थारुके अग्वाइमे
छुटिहम भ्वाजः अभिभावकके कर्तव्य

छुटिहम भ्वाजः अभिभावकके कर्तव्य

यि माघक मैन्हा । बहुट गाउँओर भ्वाजक राहरंगि हुइ । मने का अपनेनके ख्याल कर्ल बाटि ? अपनेक गाउँघरम हुइटि रहल भ्वाज करुइयाहुकनक जोडीनके उमेर ट पुगल बाटिन ? जिउ ओ दिमाग बिन छिप्ल कर्ना भ्वाज छुटिहमक भ्वाज हो । यहि ह अनारी भ्वाज या अलारी
होशियार, ठग्वा पैनासे बँचि

होशियार, ठग्वा पैनासे बँचि

एकठो कहाइ बा, हमार पइला पइलामे ठग्वन नेंग्टि रहठाँ । अपनेक हमार, कमि कमजोरि पैलैटि रहठाँ । ओ, जहाँ झिंझर डेख्ठाँ, उहाँ लपाकसे अपन मोह्न्यइना बोलिले अइसा जाल बिछैठाँ कि सोझ मनै फँसे बिना रहे नइ सेक्ठाँ । ठगल मुद्दामे भागल कैलालीके
थरुहट मोर्चोके कैलाली केन्द्रित आन्दोलन

थरुहट मोर्चोके कैलाली केन्द्रित आन्दोलन

फागुन १५ ओ १६ गते धनगढीमे हजारौं युवादस्ता उटर्ना चेतावनी पहुरा समाचारदताधनगढी, ११ माघ । थरुहट/थारुवान राष्ट्रिय मोर्चासे धनगढीमे ५० हजार युवा उटारके शक्ति प्रदर्शन कैना हुइल बा । मोर्चासे टीकापुर घटना मुद्दामे उच्च अदालत
हिरगर, खन्गर डस्यक गोरपासु

हिरगर, खन्गर डस्यक गोरपासु

२०७३ सालक डस्या महा दिन लग अस्या लगाइल । मुले गोरपासु करबेर आपन समुदायके अग्रज, युवा ओ कवि, कलाकार, साहित्यकार, लोककवि, स्रष्टनसे कैगैलक डन्डुर उक्वार भ्याँट मिलल झन्झनाहट अम्हि फे मनके अन्टर कुन्टरम पलि बा । डस्याम लम्मा विदाम आफन्तन्से
थारु पोस्टाके नाउँमे ढुर झोंक्ना काम

थारु पोस्टाके नाउँमे ढुर झोंक्ना काम

कैलालीके घोडाघोडी नगरपालिकासे कक्षा १ से ३ सम स्थानीय पाठ्यक्रम बना गइल समाचार आइल बा । थारु ओ नेपाली दुई भाषामे स्थानीय पाठ्यक्रम बनागैल बा । राष्ट्रिय पाठ्यक्रम प्रारूप २०७६ मे हुइल व्यवस्थाअन्सार नगरपालिकाभिट्टर रहल सामुदायिक
भल्मन्सक मघहा सुरा

भल्मन्सक मघहा सुरा

भल्मन्सा बरा परेसान बटाँ । काजेकि हुँकार मघहा सुरा हेरा गैल बटिन । गइल अघनमे खरिड्ले रहिंट । पुस भर भल्मन्सिन्या लगाके खुडा डारि कलेसे कुन्टलसे उप्पर सुरा हो जाइ कना अनुमान रहिन् । ओइसिन टे भल्मन्सा अपने फेन सुवर पल्ना मनै हुइट ।
भाषा साहित्यफे हमार संस्कृति हो

भाषा साहित्यफे हमार संस्कृति हो

मानबहादुर चौधरी ‘पन्ना’ सुर्खेतके वीरेन्द्रनगर नगरपालिका वडा नम्बर २ लौवस्तामे जन्मल स्रस्टा हुँइट । बाबा सुकलाल थारु ओ डाइ बेलौरी थारूके छोट्का छावक् रुपमे वि.स. २०३७ असार १२ गते जन्मलक साहित्यकार ‘पन्ना’ के ढुकढुकी (कविता संग्रह
बजार जैना बा

बजार जैना बा

चलो होइ संगे, बजार जैना बा,सयमे का आइठ, खर्चे हजार जैना बा ! जिट्ना टे बहुट, सहजिल बा लकिनजान जान के अप्खिन, हार जैना बा ! गहिंर कटरा बा पटा चलि, ठहाँके चलोबहुट जन्हुनहे अभिन, ओहपार जैना बा ! मुट्ठा टे एकदम, पानीम जा जाइ लकिनअब पानीहे मुट्ठम,
यहाँ हँस्टि बटुँ मै

यहाँ हँस्टि बटुँ मै

मनमे पिर रलसे फेन यहाँ हँस्टि बटुँ मैसमस्यासे जुझ्टि जिन्गिसे लर्टि बटुँ मै उलारडब हुइटि रहट् जिन्गिक् लर्हियाढकेल् ढकेल् नेंगैटि जिन्गि कट्टि बटुँ मै राजनिटिक बाट सुन्के कान पाक्गिल बाटभुन डुनियाँ भरिक् टमासा डेख्टि बटुँ मै