‘अटो चलाके सन्तानहे डाक्टर बनैना सफल गोमा’
भुवन भट्ट
कञ्चनपुर, २३ कार्तिक । जीवनकालके ४२ औँ वर्षमे अटो चलैटी रहल कञ्चनपुरके गोमा (डंगौरा) चौधरी अभिन जीवन संघर्षमय बिटना बटैठी ।
जब, पुर्नवास नगरपालिका अमर बस्तीसे १६ वर्षके उमेरमे उहाँक भीमदत्तनगरपालिका-२, भाषिकाके धनबहादुर चौधरीसंग भोज हुइल, कमजोर आर्थिक अवस्थासे जीवन जिए नइसेक्ना उहाँमे निराशा छाइल । एक ओर घरपरिवार ओ कोखसे जन्मन सन्तानके भविष्यके विषयसे ढेर चिन्तित रहिट उहाँ ।
अपन जीवनसे सन्तानके जीवन एकदम सुधारात्मक होए कना चाहना बोक्कके उहाँ जीवनके सुरुवाती सामान्य साइकलसे सुरु करली । साइकलमे मालसामान बोक्टी १५ वर्ष उहाँ विटैली । उ अवधिमे दुई सन्तानके डाई बनसेकल रहिट गोमा ।
साइकलमे मालसामान बोक्के विक्रेतक ठेन पुगैटी रहेबेर उहाँक गोसिया सामान्य पसलफे ठप्ले रहिट । पसलके कारोबार ओ साइकलमे सामान ओसार–पसार करटी छाई सरिता चौधरीहे महेन्द्रनगरस्थित बालजागृती विद्यालयमे भर्ना करली । सरिता प्रवेशिका परीक्षा बालजागृतीसे उत्तीर्ण करल रहिट । छावा सन्तोष चौधरी महेन्द्रनगरस्थित रेडिएण्ट माध्यामिक विद्यालयमे अध्ययनरत रहिट ।
दुई सन्तानके अध्ययनके सिलसिला जारी रहलपाछे उहाँ साइकलसे मोटरसाइकलमे समेत मालसामान बोक्ली । कमाइके बचतसे उहाँ ६ वर्ष पहिले अटो रिक्साफे खरिद करले रहिट ।
दुई सन्तानके भविष्य उज्ज्वलके कामना सहित उहाँ निरन्तर काममे खटली । लगत्ते छाई सरिता स्टाफ नर्स कोर्स पुरा करली । उहाँ लोकसेवा मार्फत अनमीमे नाम निकरली ।
छाई बाजुरास्थित बाजुरा स्वास्थ्य चौकीमे सरकारी जागिरे हुइल उहाँ बटैठी । छावा सन्तोष चौधरी भैरहवास्थित सिद्धार्थ मेडिकल कलेजमे एमबिबिएस अध्ययनरत रहल उहाँ बटैठी ।
जीवनके सान्दर्भिकता अँगाल्टी उहाँ अपन जीवन सरह सन्तानसेफे कष्ट झेले नपरे कना चाहनासे अभिन कुछ वर्ष अटो रिक्सा चलैना बटैले बाटी । उहाँ कहली– ‘काम छोट भारी नइरहठ, अपने उच्च शिक्षा हासिल करे नइपाके सन्तानफे वञ्चित नहुइट कहेक लाग अटो चलैना पेसा अंगलल हु ।’
अटो रिक्सासे मासिक ४०–५० हजार कमाइ हुइना करल उहाँ बटैठी । अटोसे सन्तानहे उच्चशिक्षासे जागिरे बनैना सपना हाली सकार हुइना कहटी उहाँ खुशी व्यक्त करली ।
साभारः हाम्रो कालापानी डटकम