थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ 25 Apr 2024, Thursday ]

थारु सलिमाके उभरखाभर डगर

पहुरा | ८ माघ २०७७, बिहीबार
थारु सलिमाके उभरखाभर डगर

माघ लगत्ते थारु सलिमा ’बिरा’के छायांकनके काम सुरु हुइल खबर आइल बा । थारु सलिमा बन्ना क्रममे ’ब्रेक’ लागल बेला इ सुखद खबर हो । इ सलिमाके सबसे भारि मौलिकता कलक यकर निर्देशकसे लेके सब कलाकार, निर्माता टक थारु समुदायके बटाँ ।

बिरा सलिमाके निर्माता हमार म्युजिक बगिया ओ विन्दास मिडिया प्रोडक्सन हाउस किल नाहि निर्देशक सुधराम दहितके अभिनसम म्यूजिक भिडियो किल निर्देशन करल अनुभव बटिन । असिनमे बरा पर्दाके सलिमाके हेन्डिल घुमैना, मजा सलिमा बनाके डेखैना निर्देशकहे भारि चुनौती बटिन ।

सलिमा फेन साहित्यके एक सवल पाटो हो । २०७० असार ३ ओ ४ गते सुनसरीके झुम्कामे हुइल पहिला थारु चलचित्र महोत्सवमे थारु भाषामे ८५ सलिमा बनल जनागैल रहे । ओसिन टे काठमाडौंको राष्ट्रिय नाचघरमे २०७३ जेठ २९ गते डोसर थारु चलचित्र महोत्सव हुइल रहे । मने टब्बे फेन थारु सलिमक संख्या खासे बह्रल नै रहे । अब्बे थारु सलिमाके संख्या एक सयसे उपर रहल अनुमान करे सेक्जाइठ ।

थारु भाषाके पहिला सलिमा ’करम’ हो । २०४६ सालमे बनल यकर समयरेखा हेर्ना हो कलेसे अब्बे २०७७ सालमे थारु सलिमाके उमेर ३१ बरसके लक्का जवानके अवस्थामे बा । मने थारुन्के खास मुद्दा उठाइल सलिमा अंग्रिमे गने लाइक फेन नैहो । याने कि ३१ बरसके जवान थारु सलिमाके व्यवहारमे अभिन लडकपन बटिस । थारु सलिमाके असली समिक्षा हुइ नैसेक्ठो । मजा सलिमा बनैनामे पूर्व तयारीके अभाव बा । सलिमाके निर्माता, निर्देशक, कलाकारन्के संयुक्त छलफल हुइ नै सेकठो । अइसिनमे कञ्चनपुरके विनय वैद्यके अगुवाइमे गठन हुइल राष्ट्रिय थारु कलाकार मञ्चके भूमिका बरवार बटिस ।

थारु सलिमामे थारु समुदायके समग्र जनजिवन कम, नेपाली, हिन्दी, भोजपुरी सलिमाके नक्कल हाबी रहल अवस्था बा । थारु सलिमा निर्माता, निर्देशक थारु समुदायके इतिहास, धर्म, कला, संस्कृतिहे समोटके फरक ढंगके खिस्सा रहल सलिमा डेहे नैसेक्ठुइट । पहिला थारु सलिमा करमके निर्माता, निर्देशक ओ नायक परशुराम चौधरी अभिन फेन थारु सलिमा निर्माण, निर्देशन, अभिनयमे सकृय बटाँ । अभिन एक कदम आगे बह्रके उहाँक गोसिन्या रेनु चौधरी फेन निर्देशकके भंरागि उच्याइल बटि । जबकि गोस्या, गोसिन्या जो निर्देशनके फाँटमे अइलक नेपाली सलिमामे फेन नै सुनजाइठ । मने परशुराम दम्पतिके ध्यान थारु सलिमाहे भोजपुरी, राजबंशी, बंगाली, सुरजापुरी लगायतके डोसर भाषामे फेन डविङ अभियानमे बटिन । आउर समुदायहे फेन लक्षित कैके बनाइल सलिमा समग्र थारु जनजिवनहे प्राथमिकतामे पर्ना बाटे नै आइल ।

थारु सलिमामे गैरथारुन्के बहुट योगदान बा । हटाइल कुहिरासे लेके बहुट थारु सलिमाके निर्देशन रन्जित राना कर्ला । अजित लामिछानेके बुह्रान, केएल पीडितके भूइहार मजे थारु सलिमा मान्जाइठ । मने कथा, पटकथाके हिसाबसे, गीत, संगीतके हिसाबसे रेशम चौधरीके कमैया सलिमाहे टक्कर डेना डोसर मजा सलिमा बने नैसेक्ठो । माघ टिह्वार अइलेसे कमैया सलिमाके गीतके आगे डोसर गीत फिका परजाइठ ।

आज रोटडिनहस थारु गीतके भिडियो युट्यूवमे अपलोड हुइटि बा । मने ओम्ने थारुपन बहुट कम बा । काजेके थारु सलिमा बनुइया अगुवन जो थारुपन रहल सलिमा डेहे नैसेक्लाँ । थारु सलिमाके असिन उभरखाभर डगर रहल अवस्थामे ’बिरा’ सलिमा वाह कहे लायक सलिमा बने सेके । शुभकामना ।

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