थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ वि.सं ६ बैशाख २०८१, बिहीबार ]
[ 18 Apr 2024, Thursday ]

कर्णाली प्रदेशके सन्देश

पहुरा | ६ बैशाख २०७८, सोमबार
कर्णाली प्रदेशके सन्देश

कर्णाली प्रदेशके मुख्यमन्त्री महेन्द्रबहादुर शाही विश्वासके मत पाके अपन सरकारहे गिरनासे बँचैले बाटैं । नेकपा एमाले माधव–खनाल समुहके चार सांसद फ्लोर क्रस करल पाछे कर्णाली सकारके आयु लम्गोर गैलिस ।

इहे बिच नेकपा एमाले माधव–खनाल समुहके सुदूरपश्चिम प्रदेश कमिटीके इन्चार्ज भीम रावल कर्णाली प्रदेश हस सुदूरपश्चिम प्रदेशमे फे हुई सेक्ना जनैले बटै । उहाँक कहाइ बा, पार्टीके विधान नैमन्ना, कानुन नैमन्ना ओ मनपरी करुइयनके विरुद्ध कर्णाली प्रदेशमे केल नैहुके सुदूरपश्चिममेफे उहे हबिगत हुइ ।

सुखके कर्णाली प्रदेशके मुख्यमन्त्री हे पार्टीके ह्वीप नैमान्के फ्लोर क्रस करके चार जाने नेकपा एमालेके प्रदेश सभा सदस्यसे विश्वासके मत डेना कौनो गल्ती नैहुइल नेता रावलके कहाई बा । ओइने पार्टीहे एकढिक्का बनैना, पार्टीके स्वाधिनता, एकताहे मजबुत पर्ना ओ पार्टीके अनुशासन, विधान नैमन्ना विरुद्धमे डेहल मत केल हुइल उहाँ बटैलै ।

रावल जा विचार ढैलेसे फेन असलि बाट का हो कलेसे आब प्रधानमन्त्री ओली चाहल मनपरीतन्त्र कदापि नै चलि कना सन्देश कर्णाली डेले बा । नेपाली कांग्रेसके सभापति शेरबहादुर देउवाहे एमालेक् सांसद विद्रोह नै करहि कि कना संशय डुर हुइल बटिन । इहिले संघीय सरकारके अंक गणित फेन फेरबडल हुइना डेखाइठ । जब कर्णाली प्रदेश विद्रोह करे सेकठ कलेसे संघीय सरकारके फेरबडलमे नेतन काजे अभिनसम गोरा लग्लग्वइटि बाटैं । माओवादी काजे सरकारसे समर्थन फिर्टा लेहे नै सेक्ठो ?

ओली सरकार एमसिसि संसदसे पास कैना चक्करमे बा । इहिले फेन डोस्रे नेपाली कांग्रेसके सभापति देउवा ओ ओलीबिचके मिलन लग्गु डेखाइटा । कर्णालीके सन्देश एक मेरिक तरंग लन्ले रहे । उ तरंग क्षणिक बिल्गाइटा । ढुमिल राजनीतिके गोलचक्करसे नै निक्रटसम देश अभिन बहुट डुख पाइ ।

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