थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत १२ बैशाख २६४८, बुध ]
[ वि.सं १२ बैशाख २०८१, बुधबार ]
[ 24 Apr 2024, Wednesday ]

आबक् लग प्रिन्ट संस्करण

पहुरा | २७ बैशाख २०७८, सोमबार
आबक् लग प्रिन्ट संस्करण

गइल बरस लकडाउन बहुट डुख डेहल । उ सिलसिला असौं फे सुरु हो सेकल । देश घुम्घुमाके उहे डगरमे आ सेकल । २०७६ चैत ११ से लग्ढार ६ महिना लकडाउनके कारन गइल बरस हम्रे प्रिन्ट संस्करन निकारे नै सेक्लि । अप्कि २०७८ वैशाख १६ से बहुट जिल्लम् हुइल लकडाउन हम्रहिन फेन डोस्रे प्रिन्ट संस्करण लन्ना साँसट कै सेकल । ओहेसे पहुरा दैनिकके भेटघाट आबक् लग लकडाउन नै खुलट सम अनलाइन संस्करनमे किल सिमिट रहि । कुछ डिन पत्रिकाके अनलाइन (पहुरा डटकम) संस्करण फे अपडेट हुइ नइसेकलप्रति पहुरा मिडिया प्रकाशन क्षमाप्रार्थी बावै ।

कोरोना भाइरस जिहि फे लागे सेकठ । इ धनि, गरिब नाइ छुट्याइठ । धनि मनै फे पैसा टिरके अक्सिजन सिलिन्डर पाइ नै सेक्ना जटिल परिस्थिति नेपालमे आ सेकल । ओहेसे कोरोनासे बँचेक लग सक्कु जे सजकता अपनाइ । सकेसम घरहि सुरक्षित रहि ।

अब्बे देशमे केन्द्रिय सरकार रहल अवस्था हस नाइ हो । बेन स्थानीय निकायके जनप्रतिनिधि अपन सिंउरना गाडी एम्बुलेन्स बनाइक लग डेटि बाटैं । केन्द्र सरकार, प्रदेश सरकार जनतनहे महामारीसे बँचैनासे फे अपन कुर्सी जोगैना किल ध्याउन्नमे बाटैं । ओहेसे सरकारके अस्रासे फेन नागरिक अपनेहे सचेत हुइ पर्ना बा ।

हम्रे प्रिन्ट संस्करण मार्फत पाठकन्हे लावा लावा सामग्री अपडेट करैनाम लागल रहबि । पोस्टा पह्रके, सलिमा हेर्के, गिट सुन्के, बारीबेंउरा सहेरके, का कसिन काम कैके लकडाउनमे अपनेनके कसिक सिर्जनात्मक डिन बिटाइटि ? कृपया लिख्के अनुभव पठैबि, जिहिसे चिन्तामे रहल आउर जन्हन फेन जिन्गि जिना प्रेरना मिले ।

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