थारु राष्ट्रिय दैनिक
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[ 25 Apr 2024, Thursday ]

एमालेमे छिरल लेखी ओ थारुन्के राजनीति

पहुरा | २० आश्विन २०७८, बुधबार
एमालेमे छिरल लेखी ओ थारुन्के राजनीति

नेपाल लोकतान्त्रिक पार्टी, थरुहट/थारुवान अभियान, नेवा अभियान, दलित अभियान, रिटर्नी प्रवासी अभियानके संयुक्त कैलाली जिल्ला स्तरिय भेला लम्कीचुहामे जुटौला होके लौवा पार्टी बनैना हाले घोसना करल । उ घोसना करल एक अठवार पाछे राजकुमार लेखी पार्टीसे राजिनामा डेहल सनसनि मचैना खबर आइल ।

लौवा राजनीतिक यात्रा करक लग लोकतान्त्रिक सामाजिक पार्टी (लोसपा) के केन्द्रिय सदस्य लगायट पार्टीके सक्कु जिम्मेवारिसे राजिनामा डेहल लेखीक् राजिनामा पत्रमे उल्लेख रहे ।

थरुहट÷थारुवान मोर्चाके भख्खरके निर्नय नेपाल लोकतान्त्रिक पार्टीमे समाहिट हुइना ओ ओकर चुनाव चिन्ह ‘नमस्ते’ हे फेन अंगिकार कर्ना रहे । इहे बिचेम पार्टी छोरल लेखी फेन उहे अभियानमे टे ना अइटि बाटैं, कुछ मनै अनुमान करे लागल रहिंट । मने अनुमान विपरिट उ फेन डोस्रे एमालेके बहियाँ पकर लेलैं । जबकि थारु, समग्र आदिवासी जनजाति, मधेशीके बिरोढि हो, एमाले कहिके उहाँ भासन कैके नै मिच्छाइट ।

एमाले छोरके नेपाल नागरिक पार्टी गठन करल लेखी अपन अग्वाइके पार्टीके रथ खासे हाँके नैसेक्लाँ । थरुहट आन्दोलन, समग्र आदिवासी जनजाति आन्दोलन हाँकल लेखी मधेशके बिरोढि पहिचान बनैले रहिंट ।

सद्भावना पार्टीके उठाइल एक मधेश, एक प्रदेशके आवाजके सख्ट बिरोढि रहिंट लेखी । मने जब लेखी उहे सद्भावना पार्टीके पल्लु पकरलेलै, राजेन्द्र महतोको गुनगान गाइ लग्नै । सब हस मनै छक्क परके डंग परनैं ।

समयके घनचक्करमे सद्भावना, राजपा, लोसपा हुइटि लेखी फेन डोस्रे एमालेक् चकिया पिसे आ गैल बाटैं । इहिसे का डेखाइठ कलेसे बैकल्पिक राजनीति करम कहिके लागल थारु राष्ट्रिय राजनीतिमे लम्मा रेसके घोरवा बने नै सेक्ठैं । ओइन् फेन डोस्रे बरे पार्टीके छँहुरि जो चहठिन ।

पंचायतमे रटि रटि गज्जुबाबु तराई कांगे्रस, सद्भावनाके झण्डा गरनैं। आज उहे जसपा, लोसपाके रुपमे रुपान्टरन होके पुरुब तराईमे केन्द्रिय पार्टी हिलैना अवस्ठा बनैले बा । मने पस्चिउँओर कुछ प्रयास नैहुइल । महा पाछे थरुहट तराई पार्टी नेपाल टे बनल, मने इहो फोरम लोकतान्त्रिक हुइटि कांग्रेसमे बिलय होगैल ।

आज कांग्रेस पैठल फोरम लोकतान्त्रिकके थारु नेता थारु हक, अधिकारके लग कुछ बोले नै सेक्ठुइट । एमालेमे रहल थारु नेता फेन समग्र थारु हक अधिकारके बाट बट्वाइल नैसुन्जाइठ । एमालेमे छिरल लेखी अपन ब्यक्टिगट उन्नटि टे करे सेक्ठैं । मने थरुहट आन्दोलन, समग्र आदिवासी जनजाति आन्दोलन हाँकेबेरिक हुँकार जोशके अस्रा कर्ना ठाउँ नैहो । ए थारु नेता, जौन पार्टीम् जाऊ, छाटि टानके अपन आवाज उठाऊ । राजनीतिक कमैया ना बनो ।

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