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मानव अधिकार वर्ष पुस्तक २०२४ प्रकाशन पुर्व अर्धवार्षिक समीक्षा

पहुरा | १३ असार २०८१, बिहीबार
मानव अधिकार वर्ष पुस्तक २०२४ प्रकाशन पुर्व अर्धवार्षिक समीक्षा

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १३ असार ।
अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केन्द्र (इन्सेक) सुदूरपश्चिम प्रदेश कार्यालय, धनगढीके आयोजनामे नेपाल मानव अधिकार वर्ष पुस्तक २०२४ प्रकाशन पुर्व अर्धवार्षिक समीक्षा विफेक रोज धनगढीमे सम्पन्न हुइल बा ।

अनौपचारिक क्षेत्र सेवा केन्द्र (इन्सेक)सुदूरपश्चिम प्रदेश संयोजक खडकराज जोशी नेपाल मानव अधिकार वर्ष पुस्तक प्रकाशनके निरन्तरता डेटी नेपाल मानव अधिकार वर्ष पुस्तक प्रकाशन पुर्व वार्षिक ओ अर्धवार्षिक समीक्षा करके सरोकारवालाहुकनके सल्लाहसुझाव ओ समन्वयमे काम करटी रहल बटैलै ।

उहाँ कहलै, ‘मानव अधिकार उलङ्घनके घटना हरेक वर्ष बह्रटी रहल बा जेम्ने महिला हिंसाके घटना सबसे ढेर बा, महँगा, झन्झटिला ओ नम्मा कानुनी प्रकृयाके कारण महिलाहुक्रे न्याय पाई नइसेकल हुइट । पछिल्का समय सामाजिक तथा राजनितिक अधिकारमे कुछ सुधार हुइलेसिेफे आर्थिक सामाजिक तथा संस्कृतिक अधिकारमे राज्य जवाफदेही बने सेकल नइहो ।

जिल्ला प्रहरी कार्यालय कैलालीके डिएसपी कबिन्द्रसिंह बोहरा नेपाल प्रहरी मानव अधिकार संरक्षणके लाग हरेक पल लग्टी रहल ओ मानव अधिकारके क्षेत्रमे काम कैना सक्कु संघसंस्थासे घटनाके सत्यतथ्यहे सम्प्रेषण करेपर्ना बटैलै ।
कारागारके प्रमुख दिपक पाण्डेय कारागार भिटर रहल कैदीवन्दीहुकनके मानव अधिकारके आधारभूत आवश्यकतासे वञ्चित हुइटी रहल बटैलै ।

दलित महिला अधिकार मंचके संयोजक बिमला कडायत टमान हिंसामे परल महिलाहुकनहे निशुल्क कानूनी परामर्शके आवश्यकता हुइलेसेफे निशुल्क नइहुके न्याय पैनासे बञ्चित हुइना करल बटैली ।

ओरेक नेपालीके अभियान्ता विष्णु रेग्मी समुदायके महिलाहुक्रे न्यायके पहुँच हुई नइसेक्के ंिहसा सहके बैठे पर्ना बाध्यता रहल बटैली ।

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