चैतन्य सम्वाद ः ‘ओलम्पियन बिष्ट कहलै स्कुल पह्रेबेर खेलकुदमे लग्नु’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २ सावन । ओलम्पियन तथा तेक्वान्दोके खेलाडी दीपक विष्ट धनगढीस्थित चैतन्य पाठशालाके विद्यार्थीनहे अपन खेल जीवनके विगत सुनैले बटै ।
चैतन्य पाठशालाके विद्यार्थीनहे उत्प्रेरणा डेना उद्देश्यसे आयोजित कार्यक्रममे उहाँ कञ्चनपुरके कृष्णपुर नगरपालिकाके रैकवार बिचुवामे जलम लेके गाउँके विद्यालयमे पह्रेबेर अपने भलिबल खेल्न करल ओ पाछे खेलकुदहे निरन्तरता डेटी जाईबेर धनगढीमे तेक्वान्दोके सिखके ओलम्पिकसमके यात्राके अनुभव सुनैलै । विष्ट विद्यार्थीन कहलै, कक्षा ८ मे पह्रबेर खेल्न भलिबल नइहुके मोजाके बल बनाके खेली ।

सुदूरपश्चिम खेलाडी जलमैना उर्बरभूमि रहल बटैटी उहाँ खेलके टमान विधामे सुदूरपश्चिमके खेलाडीसे सुदूरपश्चिमके केल नइहुके देशके नाम रख्टी आइल बटैलै । स्कुलस्तरसे खेलाडी अइना करल ओलम्पियन विष्टके कहाई बा ।
खेल प्रतिस्पर्धाके लाग केल नइहुके स्वास्थ्यके लागफे ओटरे आवश्यक रहल सक्कुहुनके खेलकुद अपरिहार्य रहल उहाँ बटैलै ।
स्वस्थ्य व्यक्ति जौनफे क्षेत्रमेफे सफल हुइना हु्इल ओरसे समय डेके खेलकुदहे प्राथमिकतामे राखे पर्ना ओलम्पियन विष्ट जोड डेलै ।
दक्षिण एसियाली खेलकुद प्रतियोगिता सागमे कीर्तिमानी चार स्वर्ण जिटल अनुभव सुनैना क्रममे विद्यार्थीहे भर अपने एसियाली खेलकुदमे दुई काश्य जिटेबेर अनुभव सुनैलै ।

ओस्टेक करके नेपाली क्रिकेट टोलीके मुख्य प्रशिक्षकमे जगत टमटासे अपने भारतके महाराष्टमे क्रिकेट सिखके नेपालमे कुछ करे परठ कहिके लौटल अनुभव सुनैलै । उहे बेला नेपालमे क्रिकेटके कौनो थालनी नइहुइल बटैटी पछिल्का बार क्रिकेटके सम्भावना बह्रटी गैल बटैलै ।

उहाँ खेलमे दृढ संकल्पके साथ लग्ना हो कलेसे कोईफे पाछे परना उहाँ बटैलै । अपने पह्रना बेला स्कुलमे बोरा लैजाके पह्रना करल मने अब्बे सुविधाजनक स्कुलमे विद्यार्थीसे पह्रै पैनाके साथे स्कुलमे खेलके गतिविधी रहल ओरसे विद्यार्थीनहे अवसरे अवसर रहल उहाँ सुनैलै ।
उ संवाद कार्यक्रममे विद्यार्थीहुक्रे विष्ट ओ टमटाहे टमान प्रश्न पुछल रहिट । चैतन्य पाठशालासे बेलाबेलामे टमान विधामे लैजाके सफलता प्राप्त करल व्यक्तिनहे विद्यालयमे बोलाके संवादके कार्यक्रम करटी आइल विद्यालयके प्रिन्सिपल कटकबहादुर सिंह बटैलै ।
