थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत २७ कुँवार २६४८, अत्वार ]
[ वि.सं २७ आश्विन २०८१, आईतवार ]
[ 13 Oct 2024, Sunday ]

कलाकार मञ्चसे साहित्यकार पन्नाहे हार्दिक बधाई

पहुरा | १३ आश्विन २०८१, आईतवार
कलाकार मञ्चसे साहित्यकार पन्नाहे हार्दिक बधाई

पहुरा समाचारदाता
सुर्खेत, १३ कुवाँर ।
वीरेन्द्रनगरमे एक समारोहके बीच राष्ट्रिय थारु कलाकार मञ्च शाखा सुर्खेतसे नेपाल सरकार संस्कृति पर्यटन तथा नागरिक उड्डययन मन्त्रालयसे भाषा तथा साहित्य विधामे क्षेत्रीय प्रतिभा पुरस्कार २०८० से सम्मानित हुइलकमे थारु साहित्यकार मानबहादुर पन्नाहे हार्दिक बधाईसहित सम्मानित हुइल बटैं ।

राष्ट्रिय थारु कलाकार मञ्च शाखा सुर्खेतके प्रथम साधारण सभा ओ अइटिरलक बर्का डस्या ओ डेवारिक शुभकामना लेउडेउ कार्यक्रमम पन्नाहे कर्णाली प्रदेशके वरिष्ठ कलाकार एवम् बर्का पहुना प्रेमदेव गिरी सम्मान पत्र प्रदान कर्ल रहिन । प्रथम साधारण सभाम संस्थासे कैगिल टमान कार्यक्रमके आर्थिक वर्ष २०८०/०८१ अषाढ मसान्तसमके १,६१,७६५/­ (अक्षरेपि एक लाख एकसठ्ठी हजार सात सय पैसठ्ठी रुप्या बराबरके आय व्यय प्रस्तुत कर्ले रहिंट ।

साधारण सभा कार्यक्रमम अध्यक्ष राजु चौधरीसे प्रस्तुत कैगिल आर्थिक तथा प्रगति प्रतिवेदन सर्वसम्मतसे पारित हुइल रहे । अध्यक्ष राजु चौधरी अइना दिनमे संस्थाहे आम्हिन् सशक्त रुपम बह्रटि कलाकारिता एवम् सांस्कृतिक क्षेत्रमे आघे लैजिना बात ढर्लै । थारु भाषा, साहित्य, कला, संस्कृति, सभ्यता, मूल्य मान्यताह संरक्षण करक लाग युवा पुस्टा ओ पुरान पुस्टा डुनु पक्षहे जोर्टि एकजुट होके बह्रक लाग पुर्खा हुक्रे सरसल्लाह ओ सहयोग डेहे पर्ना जरुरी ्हल बटैलैं ।

थारु भाषा साहित्य कला संस्कृतिम विशिष्ट योगदान कैक राज्यसे सम्मानित हुइलकमे साहित्यकार पन्नाह हार्दिक बधाई डेगिल बटैैलैं । कला साहित्यमे असल मार्गदर्शन कर्ना उहाँ हमार समाजके अगुवा हुइँट कलैं । पुर्खनके सैडान भाषा, कला, संस्कृतिके संरक्षण कर्टि अइलक पन्ना वास्तव हार्दिक बधाइके सम्मानित पात्र रलक जिकिर करलैं ।

कार्यक्रमकेवरिष्ठ कलाकार एवम् बर्का पहुना प्रेमदेव गिरी– ‘सुर्खेतके रङ्गमञ्चके इतिहास २०२९ सालठेसे विकास हुइलक हो । थारु गाउँघरम फेन थारु समुदाय थारु गिटबास जोगैटि अइल । आब इ कला संस्कृतिह अम्हिन् मैगरसे संरक्षण कर पर्ना ब्याला आस्याकल यकर लाग थारु युवा जुर्मुरैल बाट इ खुसिक बात हो कल । थारु कला संस्कृति काल्ह फे रह आज फे बा ओ अइना भविष्यम फे रहि कना उद्देश्यले कलाकारिताम लाग पर्ना बात ढर्ल । सुर्खेतसे थारु भाषा, साहित्य कला संस्कृतिम कलम चलुइया मानबहादुर पन्ना राष्ट्रसे क्षेत्रीय प्रतिभा पुरस्कार पैना कलक थारुनके गौरबके बात हो । कर्णाली प्रदेश चिन्हैना काम कर्ल इ खुसिक बात हो कैक हार्दिक बधाई डेटि आगामी दिनम घैखरसे कलम चलोस् कना शुभकामना डेल ।

ओसहख विशिष्ट पहुना थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य कृष्ण बहादुर थारु–थारुनके भाषा साहित्यके इतिहासम सगुनलाल चौधरी सुरुआत करल गोचाली पत्रिका २०२८ पहिल पत्रिका हुइलक जिकिर कर्टि सुर्खेतसे थारु भाषा साहित्यम कलम चलैना, थारु पत्रिका निकर्ना एवम् गितबास संस्कृतिबारेम कलम चलैनासाहित्यकार पन्नाक विशिष्ट योगदान रहल बा । उहा कलरु धनसम्पत्ति फिर्ता हुइठ तर भाषा, साहित्य, संस्कृति हेराइल कलसे कब्बु फिर्ता निहुइठ ओहमार आगामी दिनम लौव लौव पुस्ता हुक्र फे भाषा साहित्यम कलम चलाइ पर्ना आवश्यकता रलक धारणा व्यक्त कर्ल । साहित्यकार लेखक मानबहादुर चौधरी पन्नाअसकऔर स्रष्टा जन्म परल कना टिप्पणी कर्ल ।

कार्यक्रमम थारु कल्याणकारिणी सभाकेथारु कल्याणकारिणी सभाके केन्दीय सदस्य मान बहादर चौधरी – थारु समुदायम संस्कृतिको अथाह भण्डार हुइलक ओहर्से थारु पहिचान बचाइ पर्ना जिकिर कर्टि । सबजे मिल्ख अगारि बह्र पर्नाके विकल्प निरहल जिकिर कर्ल ।कार्यक्रमम विभिन्न गाउँक थारु नाच प्रस्तुत कर्ल रलह ।

कार्यक्रममे थारु अगुवा समाजसेवी जागुराम बहादुर थारु, मानविर थारु, दुर्गबहादुर थारु, शेरबहादुर थारु लगायतके वक्ता हुक्रे थारुनके कला संस्कृति बचाइकलाग एकजुट हुइटि आघे बहे्रपर्ना बातमे जोड डेले रहिंट । कार्यक्रमके सञ्चालन कलाकार जेबि डेमनडौरा करले रहिंट ।

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