सुरक्षित आवास पाके मुक्तकमैया खुशी
पहुरा समाचारदाता
धनगढी, २० अगहन । ‘टुटल फुटल छपरा घर, कबु मेघुवा पैठना, कबु सपुवा छिर्ना, ओटरे केल नाही बर्खा बुँदीके बेला पानी चुहना, बाह्र पेल्के सरसामान भिज्ना अवस्था बा’, यी पीडा हो दनुवाफाँटा मुक्तकमैया बस्तीके ।
कैलाली जिल्ला बर्दगोरिया गाउँपालिका–४ स्थित विकट ठाउँमे रहल दनुवाफाँँटा बस्तीके मुक्तकमैया कहठै, ‘सुरक्षित आवास (पक्की घर) मे बैठे मिली कहिके जिन्गीमे कबु सोचल नैरही, सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकार भूमि व्यवस्था तथा कृषि सहकारी मन्त्रालय ओ हेविट्याट फर हयुमानिटी नेपालसे आज पुरा कैडेहल ।’
सरकारके डेहल पाँच कटठा जग्गामे बैठल मुक्त कमैयनके प्राय जैसिन खरहसे छाइल झोपरीके घर बा,’ उ बस्तीके मुक्तकमैया परिवारके सुजन डगौरा कहठै, ‘सरकारसे डेहल जग्गामे उत्पादन कैगिल धानवालीसे बरसभर खाई नैपुगठ । घर छोरके बाहेर ज्याला मजदुरी करे गैलेसेफे सरसमान सुरक्षित नैरहे । अब्बे सुरक्षित आवास बनलपाछे सुटना, बैठना मजा हुइल, सरसामान सुरक्षित हुइल ।’
उहाँ कहलै, ‘सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके भुमि व्यवस्था तथा कृषि सहकारी मन्त्रालय, हेविट्याट फर हयुमानिटी नेपालके सहकार्यमे राष्ट्रिय दलित नेटवर्कके सामाजिक परिचालन प्राविधिक सहयोग ओ बर्दगोरिया गाउँपालिकाके समन्वयमे उ बस्तीमे १२ मुक्तकमैया परिवारके लाग सुरक्षित आवास निर्माणके भारी गुन लगाइल ।’
मुक्तकमैया अपन कमाहीसे घर निर्माण करे सेक्ना अवस्था नैहो, प्रदेश सरकार ओ हेविट्याट फर हयुमानिटी नेपालसे सुरक्षित आवास बनाडेहलपाछे मुक्तकमैया बहुट खुशी रहल उहाँ बटैठै । दनुवाफाँटाके १२ मुक्तकमैया पक्की घर पाइल मने उहे बस्तीमे २० मुक्तकमैया परिवार पक्की घर पैनासे बञ्चित हुइल ओरसे ओहोरफे सोच डेना उहाँ आग्रह करलै ।
छोटेसे कमैया बैठल अनुभव सुनैटी उहे बस्तीके मुक्तकमैया लौटन चौधरी कहठै, ‘जिम्डरवक घर बुक्रामे बैठी । अपन घरजग्गा नैरहे, मलिक्वा जहाँ डेखाडेहे उहे बैठे परे । कमैया लागेबेर बार्षिक पारिश्रमिकके रुपमे १० बोरा धान ओ १ मन लाही मिले उहीसे नैपुगे, घल्ना कपरा, उपचार खर्चके लाग उल्टे ऋण सापट लेहे परे ।’
जबसम कमैया मुक्ती नैहुइल टबसम कमैली लौटन कहठै, ‘मुक्ती घोषणा करलपाछे जग्गाके कौनो टुगो नैलागल रहे । कबु कौन ठाउँ, टे कबु ठाउँमे कुकुर, विलार आपन बच्चा सारे हस जाके बैठी, सरकार हम्रहिनहे पुनस्र्थापना कैनाके सट्टा, उल्टे घुरौरक कुरकुट उस्टाईहसक करे । तीन/चार ठाउँ बैठलपाछे यी ठाउँमे अइली, ओ बल्ल–बल्ल पाँच–पाँच कटठा जग्गा पैली । अभिनफे सक्कु जाने जोटभोक बाहेक लालपुर्जा नैपैले हुई ।’
दनुवाफाँटामे प्रत्येक परिवारहे पाँच–पाँच कटठा जग्गा डेहल बा, मने सिचाईके सुविधा नैहोके मजा आम्दानी करे नैसेक्जाइठ । सरकारसे पाइल जग्गामे उत्पादन हुइल अन्नवालीसे बरसभर खाई नैपुगके ज्याला मजदुरी करके दैनिक जिविका चलाई पर्ना अवस्था बा,’लौटन कहठै ।
अब्बे घर खर्च चलैना, लर्का बच्चा पह्रैनाफे समस्या बा,’ ‘उहाँ कहलै, ‘जिन्गीमे पक्की घर बनाब कहिके सोच्ले नैरही । पक्की घर पाइलपाछे बहुट खुशी लागल बा ।’
हुकान गोसिनीय सीतादेवी थारुफे पक्की घर पाके बहुट खुशी लागल बटैठी । उहाँ कहली, ‘छोटेसे कम्लहरी लागल रहु । बाबा कमैया रहे, डाई बुक्रही रही मै कम्लहरी रहु । पह्रना लिख्ना कबु अवसर नैमिलल ।’
भोज हुइलपाछेफे अपने गोसियक घर आकेफे बुक्रही बैठल बटैठी । उहाँ कहली, ‘अपने पह्रे नैपाइल मने अपन लर्कन पह्रैना कोशिस करटी । छावा १० कक्षा पह्रके छोरल, मने छाई भर अब्बे १० कक्षामे पह्रटी बा ।’
उहे मुक्तकमैया बस्तीके राजकुमार कठरियाफे २०४४ सालसे २०५६ सालसम जिम्डरवक घर कमैया बैठलक अनुभव सुनैठै । सरकार कमैयासे मुक्ती करलपाछे जग्गाके खोजीमे ३/४ ठाउँ बैठल मने बल्टल्ल दानुवाफाँटामे जग्गा पाइल उहाँ बटैठै ।
मुक्तकमैया राजकुमार कहठै, ‘छोपरीक घर बा, पुग नपुग ओम्हन्ने तीन पुस्तासंग्गे केचककुचुक बैठल बटी । अब्बे प्रदेश सरकार ओ हेविट्याट फर हयुमानिटी नेपालसे सुरक्षित आवास बनाडेहलपाछे बैठना सहजुल हुइल बा ।’
उहाँ कहलै हमार कमाहीसे पक्की घर बनाई सेक्ना क्षमता नैरहे, प्रदेश सरकार ओ गैरसरकारी संघसंस्थासे घर बनाके भारी गुन लगैले बा ।
प्रतिघर निर्माणके लाग सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके भुमि व्यवस्था तथा कृषि सहकारी मन्त्रालयसे साढे तीन लाख ओ हेविट्याट फर हयुमानिटी नेपालसे दुई लाख रुप्या राष्ट्रिय दलित नेटवर्कके सामाजिक परिचालन प्राविधिक सहयोग घर निर्माण हुइल हेविट्याट फर हयुमानिटी नेपालके सुदूरपश्चिम प्रदेश प्रमुख पुनिता चौधरी बटैली ।
मुक्तकमैयाके लाग बनागिल सुरक्षित आवासमे दुई ठो सुटना कोठा, एक ठो भन्सा कोठा ओ चर्पी बनागिल बा ।
भुमि व्यवस्था तथा कृषि सहकारी मन्त्री विरबहादुर थापा यी बरसफे मुक्तकमैया, हलिया परिवारके लाग सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे बजेट विनियोजन करल बटैठै । उहाँ कहलै, ‘मुक्त घोषणा हुके पुनस्र्थापना हुइना बाँकी सक्कुहुनके समस्या समाधानके लाग आघे बह्रे पर्ना जरुरी बा । यकर लाग स्थानीय तहसे समन्वय करके आघे बह्रव । परिचयपत्र पाकेफे सेवासे बञ्चित हुइल हुकानके हकमे समस्या समाधान कैना जरुरी बा । यी काम तत्काल सुरु कैना बा ।’
दनुवाफाँटामे रहल ३२ घर मन्से १२ परिवार केल्ह सुरक्षित घर पाइल ओरसे यी बस्तीके सक्कु परिवारके लाग घर बनैना जरुरी रहल बटैटी स्थानीय तह यकर अगुवाई कलेसे प्रदेश सरकारसेफे साथ डेना मन्त्री थापा बटैठै ।