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घोरीघोरा लवांगी पूजा सम्पन्न

पहुरा | २१ मंसिर २०८१, शुक्रबार
घोरीघोरा लवांगी पूजा सम्पन्न

पहुरा समाचारदाता
सुखड, २१ अगहन ।
घोरीघोरा लवांगी पूजा तथा थारु सांस्कृतिक महोत्सव सम्पन हुइल बा । इहे अगहन १९ गतेसे २१ गतेसम आयोजना हुइल महोत्सम सम्पन्न हुइल हो ।

पश्चिम तराईके थारुहुक्रनके कुलदेवताके रुपमे रहल कैलालीके घोरीघोरा देउथानमे उ पूजा धुमधामके साथ सम्पन्न हुइल हो ।

विश्व रामसारसाइड घोडाघोडीमे थारु समुदाय सामूहिक रुपमे पूजा सम्पन्न करल घोडाघोडी नगर भल्मन्सा समितिके अध्यक्ष बुधराम चौधरी जानकारी डेलै । उहाँ इ बरस औरे बरससे आउर उल्लास ओ व्यापकरुपमे पूजा सम्पन्न हुइल बटैलै ।

इ बरस पूजामे कैलालीके आठ पालिकाके गुरुवाहुक्रनके सहभागिता रहल रहे । थारु समुदाय लावा अन्नबाली भित्र्यासेकलपाछे आपन कुल देवताहे चह्राके लवांगी पूजा कैना चलन रहल बा ।

लवांगीके अर्थ लावा रहल ओ विशेष कैके लावा अन्न देउताहे चह्राके किल खैना चलन हुइल ओरसे लवांगी पूजा कैना चलन रहल अध्यक्ष चौधरी बटैलै । विगतसे इ बरस पूजा करे अउइयाहुक्रनके संख्या बह्रल बा । विगतमे ८४ गाउँके सहभागिता हुइना लवांगी पूजामे इ बरस १०२ गाउँके थारु समुदायके सहभागिता रहे ।

कैलालीके टमान गाउँसे पूजाके आघेक दिन रातके थारु गुरुवा घोडाघोडी पुग्ना ओ रातभर धाक बजैना ओ सकरे ५ बजे मुख्य गुरुवा बलिसहित पूजा करलपाछे अन्य पूजा तथा बलि डेहे पैना चलन रहल थारु अगुवा जगनारायण चौधरी बटैलै ।

लवांगी पूजाके दिन टमान मनौटा मनाइलहुक्रे छेग्रा, मुर्गा बलि डेना चलन रहल बा । पाछेक समय थारु समूदाय किल नैहोके पहाडी समुदायके मनै समेत लवांगी पूजामे बलि डेहे लागल बाटै । उ दिन पूजा तथा बलि चह्राइलमे मनोकांक्षा पूरा हुइना जनविश्वास रहल बा ।

शुकके घोडाघोडीमे सकारे दिनके १२ बजेसम मुुर्गा, सुवर, छेग्रा, वक्टी सहित एक हजार १६ बलि चह्राइल अध्यक्ष चौधरी जानकारी डेलै । परम्परागत कैटी आइल लवांगी पूजाहे बृहत् ओ भव्य बनाइक लाग २०६३ सालसे लवांगी पूजा तथा महोत्सव समिति गठन कैके घोडाघोडीमे महोत्सवके आयोजना कैटी आइल बा ।

लवांगी पूजाके अवसरमे इ बरस फेन अगहन १९ गतेसे २१ गतेसम महोत्सवके आयोजना कैके टमान गाउँके मुग्रहवा, सखियालगायत टमान नाच तथा झाँकी, थारु भेषभूषा, ढिक्री, मच्छी, गेगटा, घोँगी, खँरियालगायत परिकारके प्रचार–प्रसार ओ प्रदर्शन करल रहे ।

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