आदिवासी जनजाती महिलाहुक्रे अधिकारके लाग एकजुट आवश्यक बा’
‘पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ८ पुस । राष्ट्रिय आदिवासी जनजाती महिला महासंघके अध्यक्ष निमि शेर्पा आदिवासी जनजाती महिलाहुक्रे अधिकार प्राप्त करेक एकजुट हुइना आवश्यक रहल बटैले बटी ।
महिला विरुद्धके विभेदके अन्त्य सम्बन्धी समिति आदिवासी जनजाती महिला तथा किशोरीके अधिकार सम्बन्धी आधारभूत सिफारिस (सिडा ३९ जिआर) बारे छलफल कार्यक्रममे उहाँ उ बाट बत्वाइल रहिट ।
उहाँ कहली, ‘महिलाहुकनहे समाजमे स्थापित हुइना गाह्रो बा । सबसे पहिल घर परिवारसे भारी चुनौतीके सामना करे परठ । अपन गोसियाहे सम्झाके हुइठ की कैसिक हुइठ । घरसे स्वतन्त्र हुइलेसे बाहेर जाके अवसरके लाग एकजुट होके आवाज उठाई पर्ना परठ । अधिकार सिटिमिटी नैमिलठ ओकर लाग एकजुट होके लरे परठ ।’
उहाँ कहली, ‘मोर छोटिहीमे भोज कैडेला, सोचल हस स्वतन्त्र हुके आघे बह्रे नैपैनु मने टुरिजम व्यावसाय ओर लागके सागरमाथ चिहुरुइया पहिल महिला बन्नु । अपने बाल्यकालमे ढेर दुःख भोगल ओ अनाथ बालबालिकाहुकनहे सहयोग करलफे उहाँ बटैली । महिलाहुक्रे एकहुके आवाज उठैलक कारण राष्ट्रपतिसे लेके वडा अध्यक्षसम पुगल उहाँ बटैली ।
महिला उप्पर अभिनफे प्रथा, कुप्रथाके नाउँमे लैङिक हिंसा हुइटी रहल कहटी गल्टी करुइयाके कानूनके कठघरा ल्याने पर्ना बटैली । कैलालीके भजनीमे एक महिलाहे बोक्सीके आरोपमे कुटपिट करुइयाहे कदापी छोरे नैहुइना कहटी दोषीहे कार्वाही करे पर्ना बटैली ।
अधिवक्ता जोहरीलाल चौधरी महिलाहुकनहे अधिकार डेना सैद्धान्तिक बाट केल उल्लेख करल मने व्यवहार ओ कार्यान्वयन नैहुइल बटैलै । उहाँ कहलै, ‘महिलाहुकनहे अधिकार सम्पन्न बनाइक टमान कानून बनल बा । मने कार्यान्वयन नैहुइल हो । उहीहे कार्यान्वयन करेक लाग बजेटके बाट आइबेर जटिलता सृजना हुइठ ।’
नेपाल आदिवासी जनजाती महासंघ कञ्चनपुरके अध्यक्ष प्रेमवती राना शुक्लाफाँटा राष्ट्रिय निकुञ्ज बनाइबेर ढेर आदिबासी जनजाती थारु, रानाथारु समुदायके विस्थापित करल मने पुनस्र्थापना नैकरलपाछे अभिन सेवा सुविधासे बञ्चित हुइल बटैली । उहाँ कहली, ‘निकुञ्जसे अइना जंगली जनावारके कारण आदिबासी जनजातीहुक्रे प्रभावित हुइल बटै, कैयो टे अकालमे ज्यानफे गुमैले बटै ।’
थारु कल्याणकारिणी सभा कञ्चनपुरके सभापति सानु चौधरी महिलाहुक्रे थारु समुदायके कला संस्कृति, परम्परा जर्गेनामे भारी योगदान पुगाइल बटैली ।
फूलमति चौधरी चौधरी महिलाहुकनहे आघे बह्रनामे घरपरिवार समाजसे छेकबार करल मने खुलके आघे बह्रे परठ कनामे चेतनाके कमी रहल बटैली । थारु गाउँमे गैरथारुनहे भल्मन्सा बनैना कना अपन अधिकार डोसरहे डेना बराबर रहल उहाँ बटैली । थारु समुदायसे आपन संस्कृतिहे विस्राई लागलफे उहाँ बटैली ।
नेपाल आदिवासी जनजाती महासंघ सुदूरपश्चिम प्रदेश अध्यक्ष दलबहादुर घर्तीमगर आदिवासी जनजातीहुकनहे सरकार अधिकार डेना आनाकानी करल ओरसे आबसे छाया सरकार गठन करके आघे बह्रना जरुरी रहल बटैलै । पहिचान हेरैटी गैल ओरसे अइना पुस्ताहे सोचके आघे बह्रे पर्ना उहाँ बटैलै ।
धनगढी उपमहानगरपालिका नगर भल्मन्सा उपाध्यक्ष रामनारायण चौधरी थारु समुदायके भल्मन्सा प्रथाहे कानूनी मन्यता डेहे पर्ना माग करल मने अभिन सुनुवाई नैहुइल बटैलै । भल्मन्साके नेतृत्वमे महिलाहुकनके सहभागिताफे बह्रटी रहल कहटी नगरमे १३८ जाने भल्मन्सा मन्से १३ जाने महिला भल्मन्सा रहल बटैलै ।
ओरेक नेपालके जिल्ला संयोजक गीता चौधरी महिलाहुकनहे समितिमे सहभागिता कराई नैचाहल बटैली । उहाँ कहली, ‘जौनफे समिति गठन करेबेर महिलाहुकनहे संख्या न्यून रहठ । सहभागी करैलेसेफे तल्लो तहके पद डेजाइठ । महिलाहुकनके कार्यबोझ बह्रके घरपरिवारमे सिमित हुइल कारण अवसरसे बञ्चित हुइल बटै ।’
टोल विकास संस्था गठन करके भल्मन्साहुकनहे विस्थापित करे खोजल उहाँ बटैली ।
थारु कल्याणकारिणी सभा कैलालीके निवर्तमान उपसभापति माधव चौधरी थारु समुदायके महिलाहुक्रे पाछे परल ओम्नेफे कुप्रथाके कारण झन पाछे पारजैटी रहल बटैलै । भजनीके एक महिलाहे बोक्सीके आरोपमे कुटपिट करुइयाके कडा कार्वाहीके करे पर्ना बटैलै ।
थारु अगुवा ठाकुर प्रसाद करियाप्रधान अन्तर्राष्ट्रिय कानूनहे स्थानीय करटी कानून बनाई पर्ना बटैलै । गैरथारु समुदायसे थारु समुदायके भाषा, संस्कृति, पहिचान उप्पर प्रहार करटी बेला थारु समुदायफे अपन पहिचान गुमैना काम करटी रहल आरोप लगैलै ।
प्रविन श्रेष्ठ आदिवासी जनजातीहुक्रे सम्पन्न ओ आम्दानीके स्रोत बह्राइक लाग जडिबुुटी खेटी कैना सुझाव डेलै ।
कार्यक्रममे नेपाल रानाथारु समाजके केन्द्रीय अध्यक्ष कमलसिंह राना, राजु चौधरी ‘राज’, संचारकर्मी उन्नती चौधरी लगायत आपन बाट राखल रहिट ।
राष्ट्रिय आदिवासी जनजाती महिला महासंघके कार्यकारी निर्देशक इन्दु थारु महिला विरुद्धके विभेदके अन्त्य सम्बन्धी समिति आदिवासी जनजाती महिला तथा किशोरीके अधिकार सम्बन्धी आधारभूत सिफारिस (सिडा ३९ जिआर) बारे प्रस्तुतीकरण करल रहिट । महासंघसे कैलालीके कैलारी गाउँपालिका ओ भजनी नगरपालिकामे कार्यक्रम संचालन करेबेर सामुदायिक वनमे महिलाके अवस्थाबारे अनुसन्धान करेबेर हिंसामे परल भेटल उहाँ बटैली । थारु समुदायके महिलाहुक्रे अपन परम्परागत पहिरन लगाईबेर गलत सेचाई हुइना, आत्मनिर्भरके बाट उठाईबेर गलत बुझाई हुइल बटैली । थारु समुदायके संस्कृति उप्पर प्रहार हुइल ओ विस्थापित करे खोजलफे उहाँ बटैली ।
महिला विरुद्धके विभेदके अन्त्य सम्बन्धी समिति आदिवासी जनजाती महिला तथा किशोरीके अधिकार सम्बन्धी आधारभूत सिफारिस (सिडा ३९ जिआर) बारे छलफल कार्यक्रममे राष्ट्रिय आदिवासी जनजाती महिला महासंघ कैलालीके फिल्ड अफिसर कविता चौधरीलगायत आदिवासी जनजाती समुदायके टमान संघ संस्थाके अगुवाहुकनके सहभागिता रहे ।