सुशिलहे थारु साहित्य पुरस्कार, सुनिताहे प्रतिभा महिला सशक्तिकरण पुरस्कार

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ११ फागुन । थारू भाषा साहित्यमे कलम चलुइया अधिकारकर्मी तथा लेखक सुशिल चौधरीहे ‘थारू साहित्य पुरस्कार २०८१’ से सम्मान कैना हुइल बा ।
थारू लेखक संघ नेपाल कैलालीसे लेखक चौधरीहे सम्मान कैना हुइल हो । उहाँहे इहे फागुन १५ गतेसे १७ गतेसम राजापुर–२, जोतपुर बर्दियामे हुइना ९औं राष्ट्रिय थारू साहित्य सम्मेलनमे सम्मान कैना संघके सचिव अनिल कुश्मी जानकारी डेलै ।
बढैयाताल गाउँपालिका–८, बर्दियाके चौधरी विशेष कैके थारु लोक कला तथा साहित्यमे कलम चलैटी आइल बाटै कलेसे ओहकान चर्तित कृतिमे बिरहुल बसिया कविता संग्रह, हिट्वा नाटक, दहितान ढेँकी, लगाखिन एल्वम्, फुटकर कविता लगायत रहल बावै ।
संघसे मान बहादुर चौधरी ‘पन्ना’के संयोजकत्वमे पुरस्कार छनौट समिति गठन करले रहे । उक्त समितिके सदस्यमे उन्नती चौधरी, शेखर दहित, रविना चौधरी ओ सदस्य सचिव अनिल कुश्मी रहल रहिट । उक्त समितिसे छनौट कैके सिफारिस करल स्रष्टाहे ‘थारू साहित्य पुरस्कार २०८१’ से सम्मानित करे लागल हो । थारु भाषा, साहित्य, संस्कृति ओ गीत संगीतके क्षेत्रमे विशेष योगदान पुगुइया एक जाने स्रष्टाहे संघसे हरेक बरस साहित्यिक सम्मेलनमे सम्मान कैटी आइल बा ।
संघसे स्थापना करल अक्षय कोषके ब्याज रकमसे नगद ५० हजार रुपिया नगद पुरस्कार सहित प्रमाणपत्रसे सम्मान कैना सचिव कुश्मी जानकारी डेलै ।
थारू भाषा, साहित्य, कला ओ संस्कृति आदि विधामे कलम चलाके थारू वाङ्गमयमे महत्वपूर्ण योगदान पुगुइया लेखक, स्रष्टा, साहित्यकार, कलाकार एवं अनुसन्धान कर्ताहे सम्मान तथा पुरस्कार प्रदान कैना उद्देश्यसे संघसे २ लाख २५ हजारके अक्षय कोष स्थापना करले बा । उक्त अक्षय कोषके वार्षिक ब्याजके कम्तीमे २५ प्रतिशत रकमसे प्रत्येक बरस एकजाने स्रष्टाहे सम्मान कैटी आइल संघके अध्यक्ष जीतबहादर चौधरी बटैलै ।
उहे कार्यक्रममे प्रतिभा महिला सशक्तिकरण पुरस्कारसे बेलौरी नगरपालिका वडा नम्बर ७ कञ्चनपुरके सामाजिक अभियन्ता सुनिता चौधरी ‘सानु’ सम्मानित हुइना हुइल बाटी । महिला सशक्तीकरणके क्षेत्रमे उल्लेखनीय काम करल बाफत उहाँहे सम्मान कैना हुइल हो । पुरस्कार राशी नगद २५ हजार रहल बा ।
रोडन मेडिकल कैलालीके सञ्चालक चन्द्रसिंह चौधरी आपन स्वर्गीय गोसिनीया प्रतिभा चौधरीके पहिल वार्षिक पुण्य तिथीके अवसरमे उक्त पुरस्कार घोषणा करल रहिट । सञ्चालक चौधरी ५० हजारके अक्षयकोष स्थापना करले बाटै । कोरोके कारण २०७८ मे ओहकान गोसिनीया प्रतिभाके निधन हुइल रहे ।
