थारु राष्ट्रिय दैनिक
भाषा, संस्कृति ओ समाचारमूलक पत्रिका
[ थारु सम्बत ०३ चैत २६४८, सोम्मार ]
[ वि.सं ३ चैत्र २०८१, सोमबार ]
[ 17 Mar 2025, Monday ]

आजसे ९औं थारु साहित्य राष्ट्रिय सम्मेलन

पहुरा | १५ फाल्गुन २०८१, बिहीबार
आजसे ९औं थारु साहित्य राष्ट्रिय सम्मेलन

पहुरा समाचारदाता
बर्दिया, १५ फागुन ।
थारु लेखक संघ नेपाल तथा जंग्रार साहियिक बखेरीके संयुक्त आयोजना एवम् राजापुर नगरपालिका तथा युनिक नेपालके सहकार्यमे बर्दियास्थित राजापुर–२, जोेतपुर गाउँमे आजसे ९औं थारु साहित्य राष्ट्रिय सम्मेलन हुई लागल बा ।

यिहे फागुन १५ से १७ गते हुइना सम्मेलनके हुइटी रहल आयोजक जनैले बा । सम्मेलनमे भाग लेहक लाग पुर्वसे झापासे पश्चिम कञ्चपुरसमके टमान सहभागी पुगसेकल आयोजक जनैले बा । कार्यक्रममे आठ ठो छलफल सत्र धारल ओ उद्घाटन सत्रहे झन्झट नैबनैना यी बार कुहीहे बरका पहुना नैटोकल थारु लेखक संघ नेपालके अध्यक्ष डा कृष्णराज सर्वहारी बटैैलै ।

कार्यक्रमके प्यानल छलफलमे राजापुर नगरपालिकाके शिक्षायात्रा शीर्षकमे राजापुर नगरपालिकाके नगर प्रमुख दिपेश थारु राजेश, पूर्व जिशिअ जीतबहादुर शाह, पूर्व प्रअ किरण आचार्यसंग युवकमे माविके प्रअ नरेश कुमार थारु बहस चलैना जनागिल बा ।
ओस्टेक, पूर्व मन्त्री डा गोपाल दहित, लुम्विनी प्रदेश सांसद धर्म बहादुर थारु, पूर्व मेयर दुर्गा बहादुर थारु कबिरसंग अधिवक्ता सन्तराम धारकटुवा थारुसे विकास ओ बाधा शीर्षकमे छलफल करही ।

उहोर, संस्कृतिक ओर एकराज चौधरी, मिनराज चौधरी, भगवती प्रसाद चौधरीसंग रेडियो गुर्वावाके स्टेशन म्यानेजर पुष्पा चौधरी बर्किमार (थारु महाभारत)के पात्रबारे सेसन चलैटी बटी ।
जनयुद्धमे सबसे ढेर बेपत्ता पारजैनामे बर्दियाके थारु समुदाय रहल बा । यिहे प्रसंगमे, संक्रमणकालीन न्याय ओ द्वन्द्वपीडितके सवाल शीर्षकमे थारु आयोगके अध्यक्ष विष्णुप्रसाद चौधरी, नगर प्रमुख दिपेश थारु राजेश, तथा द्वन्द्वपीडित समाजके अध्यक्ष भागीराम थारुसंग अध्येता शेखर दहितसे बहस करही ।

ओस्टेक करके, थारु लोक साहित्यके संरक्षणमे युनिक नेपालके भूमिका शीर्षकमे डा. गोपाल दहित, प्रिमबहादुर थारुसंग डा. कृष्णराज सर्वहारी बहस करही कलेसे साहित्यके लाग एक कप चिया अभियानबारे सोम डेमनडौरा, मोहन चौधरी, शेखर दहितसंग सानु चौधरी छलफल करही ।

ओस्टे, ठुम्रार बसघरा बाटचिट शीर्षकमे बुद्धसेन चौधरी, उन्नती चौधरी, शत्रुघन चौधरीसंग बालिका चौधरी छलफल चलैही । कार्यक्रमके आकर्षण निर्देशक प्रदिप भट्टराई तथा कलाकार, निर्माता रविन्द्रसिंह बानिया रहल बटै । जोसंग निर्देशक सुरज देवसे सलिमा का बनल, का नैबनल शीर्षकमे बहस चलैही । बाला बजारमे गजल साँझफे कैना बटाइल बा ।

सुशील चौधरी ओ सुनिता चौधरीहे थारू साहित्य पुरस्कार

कार्यक्रममे थारु लेखक संघ नेपालसे स्थापित यी वर्षके थारु साहित्य पुरस्कार बर्दिया, मयूरबस्तीके स्रस्टा सुशील चौधरीहे ओ महिला ‘प्रतिभा’ सशक्तिकरण पुरस्कार बेलौरी–७, कञ्चनपुरके अभियन्ता सुनिता चौधरीहे प्रदान कैना बा ।
थारु साहित्य पुरस्कारके राशी ५० हजार ओ महिला ‘प्रतिभा’ सशक्तिकरण पुरस्कारके राशी २५ हजार रहल बा । महिला ‘प्रतिभा’ सशक्तिकरण पुरस्कारके संस्थापक चन्द्रसिंह चौधरी हुइट कलेसे थारु साहित्य पुरस्कारकेल लाग थारु लेखक संघसे अक्षयकोष खडा करले बा ।

गैल वर्षके थारु साहित्यिक पुरस्कारसे सम्मानित सुनसरीके स्रस्टा रामसागर चौधरी अपने पाइल ३० हजार पुरस्कारमे २० हजार रुपैया थप करके ५० हजार रकम थारु लेखक संघहे अक्षयकोषके लाग उपलब्ध कराइल रहिट ।
सम्मेलनमे आख्यानकार गणेश वर्तमानके थारु भाषाके कथा संग्रह लौटल मनियालगायत टमान पुस्तक विमोचन हुुइना आयोजक जानकारी डेले बा ।

सम्मेलनके समुद्घाटन युनिक नेपालके प्राङ्गण बर्दियास्थित राजापुर–२, जोेतपुरमे हुइना बा । सम्मेलनके सक्कु तयारी पुरा हुसेकल, अतिथिहुकनहे खानपानमे जोतपुरके बरघर समितिसे तथा अन्य क्रियाकलापमे युनिक नेपालके स्वयम्सेवीहुक्रे सघैना जानकारी जंग्रार साहियिक बखेरीके अध्यक्ष सोम डेमनडौरा डेलै ।
२०७३ सालमे दाङसे सुरु हुइल थारु साहित्य राष्ट्रिय सम्मेलन गैल वर्षके आठौं संस्करण सुनसरीके गढीमे आयोजना करल रहे ।

जनाअवजको टिप्पणीहरू