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‘ प्रधानमन्त्री केपी ओलीसे संसद् विघटनके सिफारिस ’

संसद् विघटनसे देशमे हलचल मचल

पहुरा | ५ पुष २०७७, आईतवार
संसद् विघटनसे देशमे हलचल मचल

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, ५ पुस ।
प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली संसद विघटन कैना सिफारिस करले बटै । अँटवार सकारे मन्त्रिपरिषद्के आकस्मिक बैठक धारके उहाँ ताजा जनादेशके लाग कहटी संसद विघटनके प्रस्ताव नानल रहिट ।

विगतमे २०४७ सालके संविधानसे प्रधानमन्त्रीहे संसद विघटन कैना अधिकार डेलेसेफे वर्तमान संविधानसे बहुमत प्राप्त दलके प्रधानमन्त्रीहे संसद विघटनके अधिकार डेहल नइहो ।
कौनोफे दलसे बहुमत प्राप्त करे नइसेकलमे मिलिजुली सरकार गठन हुई नइसेक्लेसे वा कोनोफे प्रधानमान्त्री संसदमे विश्वासके मत पाई नइसेकल अवस्थामे केल संसद विघटन करे पैना संविधानके धारा ७६ (७) मे प्रावधान बा ।

मने प्रधानमन्त्री ओलीेसे संविधानमे व्यवस्था नइरहल स्वेच्छाचारी अधिकार प्रयोग करके संसद विघटन करले बटै । प्रधानमन्त्रीके यी कदमके पार्टीभिटर ओ बाहेरसे चौतर्फी विरोध सुरु हुइल बा । ।
वैशाख २३ मे आमचुनाव प्रस्ताव कैके शीतलनिवाससे घुम्लै प्रधानमन्त्री
प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली राष्ट्रपतिहे भेटके शीतलनिवाससे घुमल बाटै । मन्त्रिपरिषद्के आकस्मिक बैठकसे संसद् विघटनके सिफारिस लेके प्रधानमन्त्री ओली राष्ट्रपति विद्यादेवी भण्डारीहे भेटे शीतलनिवास पुगल रहिट ।

स्रोतके अनुसार प्रधानमन्त्रीसे संसद् विघटन कैके वैशाख २३ मे आमचुनाव कैना प्रस्ताव करले बाटै । उहे विषयमे राष्ट्रपतिसँग छलफल हुइल रहे । उक्त प्रस्तावहे राष्ट्रपतिसे अनुमोदन नाइ करल हो ।

यिहीसे आघे सकारे बैठल आकस्मिक मन्त्रिपरिषदके बैठकमे प्रधानमन्त्री संसद विघटनके सिफारिस करल सरकारके प्रवक्ता, सञ्चार तथा सूचना प्रविधिमन्त्री पार्वत गुरुङ बटैलै । सत्तारुढ नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी (नेकपा)मे चुलल संकटबीच प्रधानमन्त्री अइसीन कदम चालल् हुइट । यकर असर ओ प्रभाव का हुइ कना प्रष्ट नाइहो । नेकपाके स्थायी कमिटी बैठक अँट्वारके बैठ्ना बा ।

सरकारसे लानल संवैधानिक परिषदसम्बन्धी अध्यादेशसे नेकपामे पाछेक समय बर्हल तनाव झन चुलल् रहे । १ पुसमे बैठल नेकपा स्थायी कमिटी बैठकसे अध्यादेश फिर्ता लेना निर्णय करल रहे ।
पार्टीके निर्णयअनुसार अध्यादेश फिर्तासम्बन्धी निर्णय कैना आलटाल करल प्रधानमन्त्री ओली शनिच्चरके दौडधुप तीब्र पारल रहिट । उहाँ खुमलटारस्थित निवासमे पुगके नेकपाके कार्यकारी अध्यक्ष पुष्पकमल दाहालहे भेटल रहिट कलेसे पुल्चोकस्थित मन्त्री निवास पुगके गृहमन्त्री रामबहादुर थापासँग समेत बात करल रहिट । ओकर पाछे प्रधानमन्त्री राष्ट्रपतिहे भेटे शीतलनिवास पुगल रहिट ।

सत्तारुढ (नेकपा) भिट्टरके भागबन्दाके झगडा संसद विघटनसम पुगल बा । यिहीसे राष्ट्यि राजनीतिमे संकट लन्ले बा । यी कहलक संसदीय व्यवस्था असफल पुष्टि हुइल राजनीतिक विश्लेषकहुक्रे बटैठै ।

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