थारुन्प्रति प्रधानमन्त्रीके उँटमुटावन अभिव्यक्ति

सुखके रोज प्रधानमन्त्री केपी शर्मा ओली धनगढीके कार्यक्रममे अपन कार्यकर्तन सम्बोधन कर्ला । मने लम्मा समयसे आन्दोलनरत थरुहट/थारुवान आन्दोलनकारीप्रति उहाँक अभिव्यक्ति उँटमुटावन लग्टिक रहल ।
प्रम ओली टीकापुर घटनाके सिलसिलामे जेलमे रहल नेतनके लाग कुछ करे नाइ सेक्ना बटैलै । पहिले जो अदालती प्रक्रियामे जा सेकल, पहिले जो असहज रुपमे फँस सेकलहे कानुनी हिसाबसे किनारामे नैलगाके कुछ करे नाइ सेकजैना कना उहाँक कहाइ रहे । टीकापुर काण्डके टमान ढंगसे रचना करल, थारु, पहाडियाके नारा लगाके सद्भाव बिगार गइल आरोप फेन लगैलै उहाँ ।
टीकापुर राजबन्दी थारुन्के लग कुछ नै करे सेकम कना प्रम ओली विकासमे सरकारहे थारु जाति सहयोग करे पर्ना पो अस्रा कर्लै । प्रम देशके अभिभावक हो । आघेपाछे टीकापुर घटनाके दोषीहे कडा कार्वाही कैना अभिव्यक्ति डेटि रहल उहाँ कम्टिमे टीकापुर घटना हुइल जिल्लामे आके थारुन् उपर मलहम लगैहि कि कलक उल्टे नोंन छिटिकके चल गैलै ।
प्रधानमन्त्री ओलीक् स्वागतके लाग सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारके मुख्यमन्त्री त्रिलोचन भट्टसहित कौनो फेन मन्त्री नाइ गैलै । इहिसे सुदूरपश्चिममे नेकपा ओली गुट कमजोर बा कना डेखाइठ । अपन गुटहे बल्गर बनाइक लग इहे प्रदेशसे चार जनहन मन्त्री बनैले बटाँ अब्बे । मने उहाँक् नियुक्त करल श्रम तथा रोजगार मन्त्री गौरीशंकर चौधरीके क्षेत्र हसुलिया ओरसे कार्यक्रमके लग मनै लेहे गइल बहुट बस छुछ्छे घुमल । टीकापुर काण्डमे थारुन्प्रति सदाशयता डेखाइ नैसेक्ना प्रम ओलीके सम्बोधनले थारुनके भोट बक्सा उ गुटके लग छुछ्छे घुमे सेक्ना अवस्था डेखाइल बा ।
ओहोर प्रम ओलीक् टीकापुर घटना ओ थरुहट आन्दोलनबारे डेहल अभिव्यक्तिहे सांसद नारदमुनि राना ‘काउन्टर’ डेले बटाँ । टीकापुर घटनाहे पूर्व न्यायाधीश गिरिशचन्द्र लाल आयोग तयार पारल प्रतिवेदनके आधारमे सम्बोधन करक समेत आग्रह कर्ले बटाँ । उ सक्कु कैलालीवासीके टरफे प्रधानमन्त्रीहे अनुरोध कर्ला कि टीकापुर घटना राजनीतिक घटना हो । लाल आयोगके प्रतिवेदनमे टेकके अन्यायमे परल टीकापुरवासीन् न्याय डेहक अर्जि बा ।
ओली समूहके सांसद राना प्रधानमन्त्री ओली अपनहे मन्त्री नै बनाइल कारन असन्तुष्ट बटाँ । ओक्रे परिनाम हो टीकापुर घटनावारे प्रम ओलीक बाट काटके डेहल सांसद रानाके अभिव्यक्ति । विगतके थरुहट आन्दोलनमे राना ओ डंगौरा थारुन् फुटा गइल । ओली नेतृत्वके सरकार २०७६ माघ २० मे राना थारुहे अलग पहिचान डेले बा । टब्बे खुस रहल राना थारु अपन जनप्रतिनिधि मन्त्री बने नै पाइलमे अब्बे नाखुस बटाँ । थारुन्प्रति प्रधानमन्त्रीके उँटमुटावन अभिव्यक्तिले, ओम्ने सांसद रानाके ‘काउन्टर’ डेहल बोलिले राना ओ डंगौरा थारु बिचके तिक्तता मेट्ना अवस्था आइल बा । शासकलोगनके फुटाउ ओ राज करो कना कुटनीति आब थारु समाज बुझ्ना ढिलाइ नै करक चाहि ।
