‘बरघर प्रथा शासन सत्ताके स्वरुप’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी, १४ माघ । थारु आयोगके अध्यक्ष विष्णुप्रसाद चौधरी बरघर/भल्मन्सा प्रथा शासन सत्ताके स्वरुप रहल बटैले बटै ।
थारु आयोगके आयोजनामे ‘थारु समुदायके बरघर/भल्मन्सा ओ स्थानीय थारु जनप्रतिनिधिहुकनसंग मंगरके रोज धनगढीमे करल छलफल तथा अन्तरक्रिया कार्यक्रममे बोल्टी उहाँ उ बाट बट्वाइल रहिट ।
‘विविधताके संरक्षण कैना जरुरी बा,’ थारु आयोगके अध्यक्ष विष्णु कहलै, ‘कानून निर्माण क्रममे टोल विकास संस्थाके रुपमे बरघरहुकन कानूनी मान्यता ओ कार्यान्वयन करे सेक्लेसे विविधताके संरक्षण हुई सेकी, विविधताके संरक्षण कैना राज्यकेफे दायित्व हो ।’
सामाजिक रुपमे हेरेबेर विविधता संरक्षणमे ध्यान डेहल नइहो, स्थानीय तहसे कानून बनाईबेर व्यावहरिक ढंगसे आई पर्ना उहाँक कहाई रहे । थारु आयोगसे थर सूचीकरण, सम्पदाके सूचीकरण, अनुसन्धान ओ पहिचान सम्बन्धी गतिविधि करटके सरकारहे सिफारिस करल अध्यक्ष बटैलै ।

उहाँ कहलै, मुलुकमे थारु समुदाय मन्से समावेशीकरण हेरेबेर शिक्षा क्षेत्रमे कम्जोर, सेना/प्रहरीमे ठिक–ठिके रहल ओ प्रशासनिक क्षेत्रमे एकदम कम्जोर पागिल बा ।’ निजामतिमे ३७१, सेनामे ४८१९,नेपाल प्रहरीमे ४२८१, सशस्त्र प्रहरीमे २४१५, राष्ट्रिय अनुसन्धानमे ८८, जनप्रतिनिधि ७५९, शिक्षकमे २९०२ केल पाइल उहाँ जनैलै ।
राष्ट्रिय जनगणना २०७८ सालमे हुइना ओरसे थारु थर नइछुटाके लिखैना उहाँ आग्रह करलै । आयोग डगर डेखैना माध्यम बनल बा, हम्रे एक ठो फोरम पाके पहिचान ओ अधिकारके बाट उठैना, सिफारिस करटी बटी, सक्कु जानेक साझा अवधारण बन्लेसे सरकार सुनुवाई कैना आयोग अध्यक्ष चौधरी कहलै ।
कार्यक्रममे कार्यपत्र प्रस्तुत करटी लुम्बिनी प्रदेश बारबर्दिया नगरपालिकाके नगरप्रमुख दुर्गाबहादुर थारु बारबर्दिया नगरपालिकासे थारु समुदायके बरघर प्रथाहे कानूनी मान्यता डेहल बटैलै ।
उहाँ कहलै, ‘बारबर्दिया नगरपालिकाके क्षेत्रभिटर रहल टोल बडघर संस्थाहे परिचालन कैना बनल ऐन २०७७’ बारबर्दिया नगरपालिकाके आठौँ नगरसभासे सर्वसम्मत रुपमे पास करले बटी ।’ बर्दियाके एक ठो केल स्थानीयतह थारु समुदायमे रहल बरघर प्रथाहे कानूनी मान्यता डेके थारु समुदायमे रहल परम्परागत संस्था बडघर प्रथाहे व्यवस्थित करेक लाग बारबर्दिया नगरपालिकासे ऐन बनाइल उहाँ बटैलै ।
‘बरघर प्रथाहे कानूनी रुपमे मान्यता डेके संस्थागत करल नेपालके यी पहिल स्थानीय हो,’ नगर प्रमुख दुर्गाबहादुर कहलै, ‘ऐन नानलपाछे कुछ व्यक्ति विरोध करले रहिट, ऐन अब्बे पारित हुके राजपत्र प्रकाशित हुसेकल बा ।’
नगरपालिकासे नानल ऐनमे बरघरके चयन, ओइनके कार्यक्षेत्र, कामकर्तव्य अधिकार, मर्यादा लगायतके बाट समेटल बा, बरघरसे अपन कार्यक्षेत्रमे नेपाल सरकारके प्रचलित ऐन नियमके विपरित नइहुइना करके करे पर्ना उल्लेख करल बा ।
ऐनमे नगरपालिकाके जनप्रतिनिधिहुकनसंग समन्वय कैना, गाउँमे रहल छोट–छोट झै झगडा समाधान कैना, गाउँ टोलमे आइल जैैसिनफे काममे सक्रिय सहभागिता जनैना लगायत समुदायमे सामाजिक साँस्कृति आर्थिक सद्भाव कायम रख्न कार्य वडघरके काम कर्तव्य अधिकारभिटर रहल उहाँ जनैलै ।
उ ऐनमे बडघर प्रथामे कायम रहना सहायक बरघर ओ चौकीदार समेतके काम कर्तव्य अधिकारके बारेमेफे उल्लेख करल बा । सहायक बरघरके कार्य बडघरके अनुपस्थितीमे गाउँके नेतृत्व कैना ओ चौकीदारके कार्य गाउँमे आवश्यक सूचना प्रवाह करे पर्ना उल्लेख करल प्रमुख थारु बटैलै ।
उहाँ कहलै, ‘सदियौँसे जिम्मेवारी पुरा करटी आइल गाउँ टोलके सबसे लोकतान्त्रिक विधिहे हम्रे संस्थागत करल हुई, ऐनसे बरघर प्रथाहे व्यवस्थित मर्यादित ओ संस्थागत कैना बटैटी ओइनसे कैना सामाजिक कार्यके अभिलेखीकरण हुई ।’
पत्रकार एकराज चौधरी भल्मन्सा प्रथा विगत वर्तमान ओ अइना डगर विषयक कार्यपत्र प्रस्तुत करटी बरघर/भन्मन्सा प्रथा आवधिक चुनाव हुइलेसेफे लोकतान्त्रिक रहल बटैलै । उहाँ कहलै, भल्मन्साफे सरकारके अभ्यास करटै मने सरकार कानूनी मन्यता कहे नइडेना ?’ भल्मन्साहुक्रे स्थानीय सरकारहे सहयोग करल उहाँ बटैलै । भल्मन्साहुकन काम करके लिखिट ढारे पर्ना, स्कूल, बनुवा, एनजिओके बजेटके बारेमे आवाज उठाई पर्ना जरुरी रहल उहाँ जोड डेलै ।

घोडाघोडी नगरपालिकाके नगर प्रमुख ममताप्रसाद चौधरी भल्मन्सा सामाजिक नेतृत्वकर्ता रहल ओरसे यी प्रथाहे कानूनी मान्यता डेहे पर्ना जरुरी रहल बटैलै । भल्मन्सा छनौट करेबेर समाजके अगुवाई करे सेक्ना लिखल पह्राल व्यक्ति डेना कहटी ओइनहे वडघरके काम कर्तव्य अधिकारबारे जानकारी करैना जरुरी रहल कहलै ।
‘समाजहे आघे बह्राइक लाग आब भल्मन्सासे राजनितिक लिडरके रुपमेफे आघे परल,’उहाँ कहलै, ‘राजनितिक ओ प्रशासनिक रुपमे आघे बह्रलेसे केल समाजके विकास हुई ।’ थारु समुदायके जाँडडारु पिके कंगाल हुइल बटी, केउ लर्का पह्राईबेर कंगाल हुइल नइविल्गाइठ, शिक्षामे लगानी करलेसे भविष्यमे मजा हुइना उहाँ बटैलै । भल्मन्साहुकन गाउँघरमे हुइना विकृति, बालभोज, रोक्ना ओ सरसफाईमे ध्यान डेना उहाँ आग्रह करलै ।
टीकापुर नगरपालिकाके नगरप्रमुख तपेन्द्र रावल टीकापुर घटना हुईबेर पार्टीसे जिम्मेवारी नइलेहल कारण व्यक्तिहुक्रे दुःख पाइल बटैलै । अधिकारके लाग आन्दोलन हुइल ओरसे यी राजनितिक आन्दोलन रहल मने राज्यपक्षसे नइबुझल उहाँ कहलै ।
बेलौरी नगरपालिकाके नगर प्रमुख पोतीलाल चौधरी बेलौरी नगरपालिका नगरस्तरीय समिति गठन करके बडघरहुकन सेवा सुविधाफे डेहल बटैलै । थारु समुदायके हकअधिकार अछिन्टी गैल कहटी थारु आयोग एक ठो सुफलाइक लाग केल नानल बटैटी यिहीहे अधिकार सम्पन्न बनाइमे जोड डेलै ।
थारु कल्याणकारिणी सभाके केन्द्रीय सदस्य प्रभातकुमार चौधरी बरघर/भल्मन्सा प्रथा प्रथाजनिट कानून रहल ओरसे यिहीहे कानूनी मान्यता डेहे पर्ना जरुरी रहल बटैलै । आदिवासी जनजातिके लाग संयुक्त राष्ट्र संघसे पारित करल आइएलओ महासंन्धी १६९ कार्यान्वयन नइहुइल कारण थारु समुदाय अधिकारसे वञ्चित हुइल उहाँ बटैलै । थारु कल्याणकारिणी सभा २००५ मे स्थापना हुके थारु सामुदायके पहिचानके लाग आवाज उठैटी उहाँ बटैलै । थारु समुदायहे विभेदीकरण करलफे केन्द्रीय सदस्य चौधरी आरोप लगैलै ।
थारु कल्याणकारिणी सभा कैलालीके सभापति लाहुराम चौधरी भल्मन्साहुकन थारु कल्याणकारिणी सभाके बारे पत्ता नइरहल बटैलै । बडघरहुकन विधान दर्ता करके आघे बह्रे पर्ना उहाँ सुझाव डेहल रहिट ।

धनगढी उपमहानगरपालिका–११, बाँसखेराके भल्मन्सा रोहितकुमार चौधरी भल्मन्सा प्रथा कलेक संघीयताके स्वरुप रहल ओरसे कार्यान्वयनमे जोड डेहल रहिट । ‘सक्कु काम भल्मन्सा मार्फत हुइल ओरसे यी फे एक ठो सरकार हो,’ उहाँ कहलै, ‘स्थानीय तहमे जनप्रतिनिधि ओ गाउँमे भल्मन्साहुक्रे शासन चलैठै, मने सरकार यी प्रथाहे काहे बाइस करठ ।’ गाउँघरमे टमान उपभोक्ता समिति, टोल विकास समिति बनाके भल्मन्साहुकन बाइस करल उहाँ बटैलै ।
भल्मन्सा कहलेक समाजके विकास चाहुइया व्यक्ति रहल ओरसे अइनहे गाउँक प्रमुखके रुपमे हेर्ना जरुरी रहल उहाँ कहलै ।
उहाँ कहलै, हम्रे अपन गाउँमे विज्ञ समिति बनैले बटी, जे जौन विषयमे विज्ञ बटैलै ओइनहे उहे मेरिक जिम्मेवारी डेहल बा । अब्बे नीतिके कमी नइहुके कार्यान्वयनमे कमी रहल उहाँ कहलै ।
ओस्टेक थाकस कञ्चनपुरके सभापति मेलाराम चौधरी, भल्मन्साहुक्रे अमर चौधरी, फूलचरण चौधरी, बाँधुराम चौधरी लगायत बडघर/भल्मन्सा प्रथाहे कानूनी मन्यता डेहे पर्ना जरुरी रहल बटैलै ।
कैलाली कञ्चनपुरके स्थानीय तहके थारु जनप्रतिनिधि, बडघर भल्मन्सा, थारु नागरिक अगुवाहुकनके सहभागितामे हुइल छलफल तथा अन्तरक्रिया कार्यक्रममे स्वागत मन्तव्य आयोगके अञ्जुसिंह केसी ओ संचालन आयोगके जागुराम चौधरी करले रहिट ।
