थारु गीतके मौलिकता

आजकल थारुन्के भोजबियाह या कौनो कार्यक्रममे थारु गीत बज्ना क्रम बह्रल बा । इ फोहि लग्टिक बाट हो । ओस्टक संगीत क्षेत्रमे लागल सर्जकहुकन सम्मान फेन हुइ लागल बा, इ डोसर फोहि लग्टिक बाट हो । जस्टे कि चौठा राष्ट्रिय समावेशी म्युजिक अवार्डके लाग थारु भाषा ओर थारु गायक ओ मोडल मनोनयमे परल बाटै । मंगरके सार्वजनिक हुइल मनोनयमे परुइयामे गायनओर थारु लोकगायक राजु चौधरी ‘धडकन बनके’, सोमती थारु ‘चाहे कहो मदुवा’ रहल बाटै । ओस्टके मोडलिङओर थारु नायक ओ मोडल संगत चौधरी ‘खोजटु मै’, सुनिता दहित ‘बाबाके सगरवा’ ओ समु चौधरी ‘लेहेंगा चोल्याम’ रहल बाटै ।
युट्युव प्रविधिके कारन आजकल गीत सुन्नाके साथसाथे हेरे मिल्ना फेन बने लागल बा । ओहेसे निर्मातन रेकर्डके साथसाथे भिडियोके लग फेन ढेर खर्च करे लागल बटै । इहे क्रममे ढुरहेरी टिहुवारहे लक्षित कैके थारु ढुरहेरीक गीत ‘भौजी हो भौजी’ बोलमे म्युजिक भिडियो सार्वजनिक हुइल बा । यम्ने शब्द, संगीत, गीत मनमति बखरियाके बा । हुँखिन खेम चौधरीके स्वरमे साथ डेले बटिन । कौनो टिउहार आइ लग्लेसे ओकर अवसरमे गीत सार्वजनिक हुइना मजा हो । अभिन गायनमे हेराइल मनमति डेढ डसक पाछे गायनमे आइल स्वागतयोग्य बाट हो ।
मने थारु गीतमे आब मौलिकता खोजे पर्ना समय आ सेकल । जस्टे कि ढुरहेरीक गीत ‘भौजी हो भौजी’मे गीतके लय सुन्बो कलेसे भोजपुरी सुने हस लागठ । थारु गाउँघरमे ढुरहेरीक अवसरमे डफ बजाके अपन मनके राग बिसैना पुरान चलन हो । मने असिन गीत रेकर्ड कैनामे गायक गायिकन्के ढ्यान नाइ पुगठो । सस्टा लोकप्रियताके कारन थारु गीतके टोन भोजपुरीओर खस्कटि बा । कौनो फेन गीतमे फ्युजन हुइना समयके माग हो, गायक गायिकन् असिन तर्क डेहे सेक्ठाँ । मने थारु गीतके मौलिकता जो हेरैना मेरिक गीतसे आब बँच्ना चाहि ।
दाङ उपत्यकाओरिक कुछ गायक गायिकन् नेपाली मिस्रिट गीत बजारमे लन्ले बटै । ओ, उहि थारु गीत कहिके दावी कर्ठैं । रेकर्ड हुइल ओ युट्युवमे सार्वजनिक हुइल थारु गीतके अवस्ठा का बा ? यकर बारे गहन छलफल कैना समय आ सेकल । काजेकि कुछ गीत परिवारमे संगे बैठके हेरे लाइक फेन नैहो ।
