हिम्मतपुरके हिम्मत कबसम ?

अक्सर थारु समुदायके बसोबास छिमेकी डेस भारतसे सीमा जोरल नाकामे बा । सुगौल सन्धि यदि डुइ डेसहे नै छुट्याइट कलेसे नेपाल ओ भारतके थारुन्के बसोबास आउर फराक हुइने रहे । मने डसगजा डुनु डेसहे छुट्यइले बा । सीमामे रहल डुनु डेसके बासिन्दनके व्यवस्थित बसाइ नैहो, जेकर मारमे थारु समुदाय फेन परल बाटै । ओस्टे डुख पाइल बस्ती हो, भारतिय सीमा क्षेत्रसे जोरल धनगढी उपमहानगरपालिका–१९, हिम्मतपुर बस्ती ।
हिम्मतपुरके भलमन्सा दुःखीराम चौधरीके वेदनाहस उ ठाउँ बट्ठामे बा । उहाँक बासिन्दा सरकारसे डे जिना आधारभूत सेवासुविधासे वञ्चित बाटै । उहाँ पिना पानी, बिजली, स्कुल, स्वास्थ्य सेवा, डगरघाट उपलब्ध नइ हो उपमहानगर किल कहिके का कना हो, मोहना लडियक ओंहपार रहल हिम्मतपुरके बासिन्दन बहुट पिडामे बाटै ।
हिम्मतपुरके बासिन्दन उराठ बन्जर भूमिहे हराभरा बनैले बाटैं । एक परिवारसे डेढ बिघाके दरसे उपभोग करटि बाटै । मने ओइने उपभोग करटी रहल जमीन फे अपन नाउँमे नाइ हुइन । बर्सौसे उपभोग कर्लेसे फेन लालपुर्जा नाइ पैले होंइ । ओइन इ जग्गा टुहिनके नाइ हो, यहाँसे भागो कना खडेरवा पैना डर बटिन ।
हिम्मतपुरमे सरकारि सुविधाके नाउँमे धनगढी उपमहानगरसे एक ठो बम्मा गारडेले बटिन । ओम्ने फे आर्सेनिकयुक्त पानी अइठिन । डोसर विकल्प नाइ होके आर्सेनिकयुक्त पानी पिना बाध्य बाटै ।
हिम्मतपुरके बासिन्दन सामान किने भारतीय बजारमे भर पर्ना बाध्यता बटिन । कानुनी जटिलटाले भारतमे लर्कापर्का पढैना कर्रा बटिन । कुछ मनै भारतीय किसानन्के जमिन अढिया बटैया जोटके रासन कार्ड बनैले बटै, ओइनके लर्कन पढ्ना सुविधा बा । मने जेकर ठेन रासन कार्ड नैहो, ओइन छाइ छावा पढैना कर्रा बा । लर्कन पढाइक लग बटैया करहि पर्ना बाध्यता कहिया सम ? ओहोर नेपालओर स्कुल पठैना मोहना लडिया डगर छेक्ठिन । ओइनके मागन बटिन कि लडियामे झोलुंगे पुल बनाडेलेसे हमार लर्का बच्चा स्कुल पढे पैने रहिट, अपने डेसके सरसामान किने पैने रहि ।
कञ्चनपुर जिल्लाके चाँदनी ओ दोधाराके बासिन्दन फेन महाकाली लडियक ओहपार होके बहुट बरस भारतीय बजारमे परनिर्भर हुइना बाध्यता रहिन । मने उहाँ अब्बे बहुट लम्मा झोलुंगे पुल बनसेकल, जिहिसे ओइने नेपाली हुइ कना अनुभुटि करे पैटि बाटै । मने हिम्मतपुरके वासिन्दा अपने नेपाली हुइ कहिके अनुभुटि करे पैना कहिया ?
हिम्मतपुरके बासिन्दन मरमन्जुरि करे बहुट लम्मा बन्वक डगर पार कैके भारतओर जाइ पर्ठिन । ओटरा केल नाही, चर्पि नाइ होके बनुवामे हेगेमुटे गैल बेला जंगली जानवरके फे डर बटिन । कोनो सरसुविधा नै रहलमे फे हिम्मतपुरके बासिन्दन अपन बस्ति चैनार बनैनामे हिम्मत नाइ हर्ले हुइट । मने ओइनके हिम्मत कब सम ? धनगढी उपमहानगरपालिका ओइन फेन अपन बासिन्दा माने । ओइन सरसुविधा हालिसे हालि उपलब्ध कराए ।
