थारु राष्ट्रिय दैनिक
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‘ विसेस सम्पडाकिय ’

टीकापुर घटनाके ६ बरसः समस्या जहाँक् टहें

पहुरा | ८ भाद्र २०७८, मंगलवार
टीकापुर घटनाके ६ बरसः समस्या जहाँक् टहें

टीकापुर घटनाके इहे भदौ ७ गते ६ बरस पुगल बा । मने अभिन सम समस्या जहाँक् टहें बा । टीकापुर घटनाके पीडित हुँकन न्याय डेहाइक लग इ डिनके आघेपाछे मेरमेरिक डबाबमुलक कार्यक्रम हुइठ, मने बेंरा पार करैना मेरिक डबाब नै पुगठो ।

इ बरस फेन भदौ ७ गते विद्रोह दिवस मनागइल । ८ गते ब्ल्याक आउट कै जैटि बा । टीकापुर घटनाके पीडित हुँकन न्याय डेहाइक लग कसिक डबाब नै पुगठो ? वास्टवमे यकर गहन छलफल हुइना जरुरि बा । इ घटनाहे लेके थरुहट÷थारुवान मोर्चा टीकापुर विद्रोहके रुपमे गैल कुछ बरससे मनैटि आइल बा । लागठ, टीकापुर घटनाहे सम्झना, यकर बारेम छलफल करैना, न्यायके लग बाट उठैना खालि मोर्चाके किल जिम्मा हो ।

२ बरस पहिले लक्ष्मण थारु जब जेलसे छुटल रहिट । उ बरस (२०७६) के टीकापुर विद्रोह दिवस बृहत् कार्यक्रम टीकापुरमे जो कैना थरुहट÷थारुवान मोर्चासे निर्नय करैले रहिंट । मने टब्बे थारु कल्याणकारिणी सभा (थाकस) केन्द्र ओ भारि पार्टीके नेतालोग उ कार्यक्रम नैहुइ डेना बहुट केसिस करले रहिंट । ओइनके सोंचाइ रहिन कि इहिसे फेन डोस्रे सद्भाव बिग्रि । अभिन टीकापुरमे कार्यक्रम कैना हटार नै कैना हो । यहाँसम कि टीकापुर घटनामे बहुट समय कालकोठरीमे रहल थाकस कैलालीके सभापति लाहुराम चौधरी फेन टीकापुरमे २०७६ सालके विद्रोह दिवस नै मनाइ कनामे रहिंट । कांगे्रसके डा. गोपाल दहित उ कार्यक्रममे कोइ ना जैहो कना उर्दी जारि कर्ले रहिट ।

मने टीकापुरमे २०७६ सालके विद्रोह दिवस हजारौं जनहनके उपस्थितिमे भब्य रुपले सफल हुइल ।

इ बिचेम परिस्थिति बड्लल् । सायड विद्रोह दिवसके अग्वाइ करल, फेन डोस्रे संगठन बिस्तार करल डेखे नैसेक्के खालि ३ बरस किल सजाय टोकल लक्ष्मण थारुहे आजीवन कारावास कैना उच्च अदालत, दीपायल फैसल करल । ओट्ठेसे लक्ष्मण थारु अद्र्धभुमिगत जिन्गि जिटि बटाँ । अद्र्धभुमिगत अवस्थामे फेन हुँकारे भित्री संयोजनमे टीकापुर बिद्रोह दिवसके कार्यक्रम हुइटि बा ।

बास्तवमे टीकापुर बिद्रोह दिवसमे चाहे जौन पार्टीम् लागल थारु नेतनके चासोके विसय हुइक चाहि । विडम्वना एकजुट हुइक छोरके भारि पार्टीमे गैल थारु नेता अपन मुद्दा बिस्रैटि बाटैं । ओहेसे टीकापुर घटनामे परल पीडितलोग हालि न्याय नै पाइठुइट । अभिनसम इ घटनाहे केवल सत्तामे चौंह्रना भंरागि किल बना जाइटा ।

टीकापुर घटनाके पाछे उहे क्षेत्रके रामजनम चौधरी, जनकराज चौधरी मन्त्री बन्लाँ । जबजब जसपा सत्ताके भंरागि उच्याइ लागठ, टबटब सांसद रेशम चौधरीके रिहाइके, गिरिशचन्द्र लाल नेतृत्वके आयोगके प्रतिवेदन सार्वजनिक करे पर्ना लगायतके माग आघे सारठ । ओ, उढारि सहमतिमे सत्तामे जाइठ । ऐसिक थारुन् खेलौना बनैना काम ६ बरससे हुइटि बा । इहि कै बरस लम्बेइना हो, ठेगान नै हो ।

यहोर मोर्चासे काठमाडौंके माइतीघर मण्डलमे भदौ १ से ३ गते सम टमान कार्यक्रमके आयोजना कैके थरुहट थारुवानके टिसरा चरणके आन्दोलन फेन घोषणा हो सेकल बा । इ बरस थाकस ओ थरुहट थारुवान राष्ट्रिय मोर्चा कैलालीके संयुक्त आयोजना टीकापुर बिद्रोहके रुपमे मेरमेरिक कार्यक्रम कैटि बा । मने अट्रेले किल डबाब पुगाइ सेक्ना अवस्था नैहो ।

भदौ ७ गते टीकापुरमे थरुहट आन्दोलनकारी ओ प्रहरीबीच दोहोरो झडप होके ८ प्रहरीसहित १ नाबालकके ज्यान गैल टीकापुर घटना थारुन्के विद्रोहके दिन हो । नाबालकके ज्यान प्रहरीन्के बन्डुखके गोलीले हुइल प्रारम्भिक प्रतिवेदन आइल बा ।

मने घटना हुइल डुसर दिन भदौ ८ गते कफ्र्यु जारी हुइल समयमे ८० से ढिउर थारु समुदायके घर, पसल, एफएम लगायतमे आजजनी हुइल रहे । रेशम लगायत जेकर घर जरल, ओइनहे जेलमे बाटैं । इ कहाँक् न्याय हो ? उहेसे भदौ ८ गते थारुन्के लग करिया दिन हो ।

वास्तवमे लाल आयोगके प्रतिवेदन सार्वजनिक हुइटि कि दुधके दुध, पानीके पानी छुट्या जाइ । उहेसे बरा पार्टीमे लागल थारु नेतालोग पहिले लाल आयोगके प्रतिवेदन हालिसे हालि सार्वजनिक करैना पहल करिंट । टीकापुर घटनाके ६ बरससम समस्या जहाँक् टहें रहल नइयाहे किनारे लगाइट ।

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