बरघर ओ कानुनी मान्यता

कैलालीके जोशीपुर गाउँपालिका–५ मे रहल थारु भलमन्सा प्रणालीके संस्कृतिके संरक्षण प्रवद्र्धन ओ विकास कैना बनल ऐन २०७८ एक कार्यक्रम बिच इहे अठवार हस्तान्तरण कर गिल बा । जोशीपुर गाउँपालिका अध्यक्ष रामकृष्ण चौधरी विगतके दिनमे मौखिक रुपमे चल्टी आइल भलमन्सा प्रथाहे लिपिबद्ध तरिकासे ऐन निर्माण करटी रहल ओरसे थारु समुदायके रहनसहन, संस्कृति संरक्षण प्रवद्र्धन ओ विकास कैना टेवा पुग्ना बटैलै । अइना डिनिम भलमन्सा प्रतिनिधिहे काम कैना सहजिल हुइना विश्वास लेगैल बा ।
वास्टवमे थारुलोग कविला संस्कृतिमे हुर्कटि अइलाँ । कौनो फे कामके लग ओइनहे अपन समाजके अग्वा चहलिन । जिहि ठाउँ अन्सार महटाँवा, ककनडार, भल्मन्सा, बरघरके नाउँ डेलाँ । गाउँघरके सामुहिक काममे ओइने स्वयम्सेवी ढंगसे लग्लाँ । इ अलग बाट हो कि ओइनके हर्जाना बापट कुछ गाउँक् मनै धान टिहाइ डेठाँ । कहुँ नगड डेहे लागल बाटैं ।
अभिन फेन गाउँपालिकासे चुनगैल जनप्रतिनिधिसे बह्रटा जिम्मेवारि बरघरलोगनके बटिन । ऐसिनमे बरघरलोगन काम कैना सहजिल हुइहिन कहिके स्थानीय निकाय ऐन लन्ना बहुट मजा पक्ष हो । बर्दियाके बाह्रोबर्दिया नगरपालिका सबसे पहिले बरघर ऐन लानल । यकर लग उहाँक मेयर दुर्गा चौधरी कविर धन्यवादके पात्र बटाँ । उहाँ कार्यान्वयन पक्ष कसिन बा, ओकर खास समाचार नै आइल हो । मने बर्दियाके आउर फेन स्थानीय निकाय बरघर ऐन लन्ना गृहकार्यमे जुटल बटाँ । बाह्रोबर्दिया नगरपालिकाके डेखाइल उडाहरन औरे जिल्लामे फेन जैना सवल पक्ष हो ।
कैलालीके जोशीपुर गाउँपालिका खालि ५ नं वडामे किल काजे बरघर ऐन कार्यान्वयनके लग हस्तान्तरण करल । का जोशीपुर गाउँपालिकाके औरे वडामे थारु समुदाय नै हुइट ? इ एकठो ज्वलन्त प्रस्न हो ।
अब्बे लुम्बिनी प्रदेशके मन्त्री रहल डिल्ली बहादुर चौधरीके संयोजनमे दाङसे कञ्चनपुरसम बरघर, महटाँवा मुल समिति बनल रहे । यकर जिल्ला समिति फेन बनल सुनगैल रहे । बेस संस्था यकर अग्वाइ करलमे हाल इ समिति निस्कृय बा ।
बरघर ऐन थरुहटके हरेक गाउँमे लागु कैना पहल हुइक चाहि, जिहिसे बरघरलोगनके अग्वाइमे हुइल काम कानुनी मान्यता पाए । यकर लग बरघरके केन्द्र, जिल्ला ओ स्थानीय निकायके समिति सक्रिय हुइ पर्ना आजुक आवश्यकता हो । डेखौवाके लग अक्के डुइयठो वडामे किल बरघर ऐन सिमिट कर्ना हाँठिक डेखैना डाँट किल हो ।
