छाेक्रा गीत

पुरुव परल बाँके जिल्ला हाँ पच्छिउँम कैलाली ।
बिचमन बैठल बाटी हम्र बर्दियाली ।।
शीरानम रहलबा हाँ पर्वत देउराली ।
जीवजन्तु वनजङ्गल ठाँउ हरियाली ।।
धेरबाटी आदिवासी हाँ थारु जनजाति ।
मुख्य पेसा कृषि हमार कर्थि खेतीपाती ।।
बर्दियामा आठठाे बा हाँ, स्थानीय तह ।
खेत्वमन धानक बाल झुल्ठा लहलह ।।
बहती बा बंबई लदिया हाँ,भेरी ओ कर्णाली ।
बर्दियाम घुम अइहाे , मैगर गाेचाली ।।
काठीपत्या कर्ना हमार हाँ सामुदायिक वनवा ।
थारु गाउँ बस्तीम बा भुइँह्यारनके ठनवा ।।
नेपालके नम्मा पुल हाँ काेठियाके घट्वाम ।
सुकुम्बासी कमैया बैठल बाट फँट्वाम ।।
उत्तरम सुर्खेत जिल्ला हाँ,दक्खिन भारत देश ।
सक्कुजहन मजा लग्ठा आपन भाषाभेष ।।
शीतरी बयाल चल्ठा हाँ कर्णालीके पुल ।
ठाकुरबाबा माघी मेला ,मनइके हुल ।।
ईह ठाउँमा गैँडा हाँथी हाँ नचथ मजाेर ।
प्रकृतिके सुन्दर वन्वम ,काेइलीनके स्वर ।।
अरनहवा सतखलुवा हाँ बढैया बा ताल ।
जैविक विविधताले भरल, सँस्कृति विशाल ।।
मेरैया, बर्दिया
