थारु राष्ट्रिय दैनिक
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‘ सम्पादकीय ’

माघ ओ खोप कार्ड

पहुरा | ३० पुष २०७८, शुक्रबार
माघ ओ खोप कार्ड

थारु समुदायमे एकठो कहकुट बा, ‘पुस पकावा, माघ खावा’ । याने कि पुसमे पकैना, माघमे खैना । माघ १ गटे लाल रकट नैडेखाजैना मान्यटा अन्सार पुसके अन्टिम रोज जो सुवर मार जाइठ, उहे रोज निंढ जाइठ । माघके एक अठवार पहिलो जो सब्जे हस सख्वक पटिया टुरके डोना टेपरी छेड्के टैयारि कइ सेक्ठैं । सुवर छेंका सेक्ठैं । मघहा ढिक्रिक लग पिठा पिसा सेक्ठैं । कहाइक अर्ठ आज पुसके अन्टिम डिन थारुन्के घरक डुँह्रिम माघ पच्पचाके पैला डाब सेकल ।

माघ थारु समुदायके सबसे बरवार टिहुवार किल नैहो, लावा बरसके साठ साठे लावा आर्थिक बरस फेन हो । गाउँघर सन्चालन कर्ना अग्वा (बरघर, भलमन्सा, महटाँवा, ककनडार) चुन्नासे लेके अपने घरक् गरढुरिया छन्ना अवसर फेन हो माघ । चेलिबेटिन निस्राउ डेनासे लेके, माघ लहाके घर घर नाँट अन्सार सेवासेलाम लागके रिसगुस बिस्रैना समय फेन हो माघ । ओहेसे थारु समुदायमे माघके महत्व आउर टिउहारसे सब्से बरा बा । मने इ बरस जुटौला कैके माघ मनैना अवस्ठा नैहो । काठमाडौंके टुँडिखेलसे लेके थरुहटके बहुट सदरमुकाम, गाउँघरमे माघ महोत्सव मनाजैना कहिके घोसना करल कार्यक्रम स्ठगिट हो सेकल बा ।

पुसके अन्टिम अठवार कोरोना टिपुन्नि सिंउर गैल बा । सरकार माघके पहिला अठवार पाछे खोप लगाइल कार्ड बिना बोक्ले सार्वजनिक स्थानमे जैना रोक लगाइल उर्डि जारि कैसेकल । ओहेसे अटेर कैके खोप नैलगाइल या चाहके फेन खोप लगाइ नैपाइल मनैं माघक् रमझमओर लागक् छोरके खोप केन्द्रओर डौरटि बाटैं ।

यडि असौं माघ समुहमे मनैना मन बनैले बटि कलेसे उहि ‘केन्सिल’ करि । अपने घरक् परिवारसंगे किल बैठके हँसिखुसि साठ माघ मनाइ । डिडिबहिनन् घर निस्राउ डेहे जाइटि कलेसे गोझुम एकठो चिज भर नै बिस्राके ढारे परल, उ हो कोरोना विरुद्धके खोप लगाइल कार्ड । नेपालिमे एकठो कहकुट बा, अनिकालमे बिउ जोगाए, हुलमुलमे जिउ जोगाए । ओहेसे कोरोनाके हुलमुलमे जिउ जौगैना जरुरि बा । कोरोनासे साढे ११ हजारसे ढेर मनैन्के ज्यान जा सेकल । इहिसे सचेट हुइना बहुट जरुरि बा ।

माघके पहिला अठवार हुइना थारु गाउँघरके भुरा खेल महिना डिन पाछे सर्लेसे फेन कोइ फरक नैपरि । चाहे पुरान बरघरिया महिना डिन बह्रटा अग्वा बने । कोरोनाके अवस्ठा हेरके किल अपन गाउँक् बैठक, भेला कर्ना उचिट बिल्गाइठ ।

अन्टमे माघ २०७८ के उपलक्ष्यमे पहुरा दैनिकके सक्कु पाठक, विज्ञापनदाता, सुभेच्छुकहुकन मंगलमय सुभकामना डेहक चाहटि ।

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