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‘विपद् व्यवस्थापन कार्यमे एकीकृत ढंगसे लग्ना आवश्यक’

पहुरा | ६ पुष २०७९, बुधबार
‘विपद् व्यवस्थापन कार्यमे एकीकृत ढंगसे लग्ना आवश्यक’

पहुरा समाचारदाता
धनगढी,६ पुस ।
विपद् व्यवस्थापन कार्यमे एकीकृत ढंगसे लग्ना आवश्यक रहल एक कार्यक्रमके सहभागिहुक्रे बटैले बटै ।
तीन तहके सरकार ओ टमान सरकारी तथा गैर सरकारी संघ संस्था बीच समन्वयकार्य ढंगसे आघे बह्रे पर्ना धनगढीमे हुइल विपद् प्रतिकार्य योजना कार्यक्रममे सहभागि यैसिन जोर डेहल रहिट ।

सुपर परियोजना अन्र्तगत महिला, कानुन र विकास मञ्चके आयोजनामे हुइल कार्यक्रम युएन ओमनके सहकार्यमे हुइल हो । कार्यक्रममे आन्तरिक मामिला तथा कानुन मन्त्रालयके विश्वदिप ब्रेसा तीन तहके सरकारबीच समन्वय कैना आवश्यक रहल बटैलै । उहाँ संघीय सरकारसे नीति योजना बनाके प्रदेश ओ स्थानीय सरकारसे योजना कार्यान्वयन करे पर्ना सुझैलै ।

नेपाल रेडक्रस सोसाईटीके शेरसिंह खड्का विपद्के क्षेत्रमे एकीकृत ढंगसे आघे बह्रना आवश्यक रहल औल्यइलै । युएनडिपीके प्रगति भट्राई विपद्जन्य घटना हुसेकलपाछे उहीहे व्यवस्थापन करेक लाग पूर्व तयारी आवश्यक पर्ना बटैली । आन्तरिक मामिला तथा कानुन मन्त्रालयके विपद् सम्पर्क व्यक्ति लक्ष्मीप्रसाद जोशी सुदूरपश्चिम प्रदेश सरकारसे विपद्के क्षेत्रमे करल गतिविधिके बारेमे जानकारी करैले रहिट । उहाँ प्रदेश सरकारसे विपद्के क्षेत्रमे छुट्याइल बजेटके बारेमेफे प्रष्ट पारल रहिट ।
ओस्टेक राष्ट्रिय विपद् जोखिम प्राधिकरणके फोकल पर्सन रिना चौधरी संघीय सरकारसे विपद्के क्षेत्रमे नीतिगत व्यवस्थाके बारेमे जानकारी करैले रहिट ।

कार्यक्रममे जिल्ला प्रशासन कार्यालयके सूचना अधिकारी शिवराज जोशी, दलित महिला अधिकार मञ्चके अध्यक्ष सावित्रा घिमिरे, विमला कडायत लगायतसे विपद जोखिम न्युनिकरण करेक लाग संघ, प्रदेश ओ स्थानीय तहके समन्वय आवश्यक रहल बटैले रहिट । कार्यक्रममे संचालन अधिवक्ता रेणु प्रधान श्रेष्ठ ओ सहजीकरण महिला कानून र विकास मञ्चके कार्यकारी निर्देशक सविन श्रेष्ठ करले रहिट ।

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